लखनऊ: यदि आप एटीएम बूथ में पैसे निकालने जा रहे है तो सावधान हो जाइए, क्योंकि उस बूथ के अंदर जालसाजों ने आपके लिए एक ऐसा चक्रव्यूह तैयार कर रखा हो सकता है, जिससे आप अपनी जीवन भर की जमा पूंजी गंवा सकते है. आपका एटीएम कार्ड मशीन में फंस सकता है. आप पैसा भी नहीं निकल पाएंगे. यदि आप बैंक टोल फ्री नंबर पर मदद मांगते है, तो वहां भी आपको धोखा मिल सकता है. तो आइए आपको बताते है कि एटीएम बूथ के अंदर जालसाज कैसे बिछाते है जाल.
केस 2 : मेरठ में विनित शर्मा ने एक बैंक के एटीएम में पैसे निकालने के लिए सभी प्रक्रिया की. लेकिन, उनका पैसा मशीन से बाहर नहीं निकला. विनित ने एटीएम बूथ में लिखे एक नम्बर पर कॉल की और मदद मांगी. कानपुर के विनोद की ही तरह विनीत को भी जालसाजों ने अपना शिकार बना लिया और फिर उनके अकाउंट से 40 हजार रुपये निकाल लिये. इसके अलावा एटीएम मशीन से भी जो पैसा नहीं निकले वह भी हाथ से निकल गया.
अब इस नई चाल से लोगों को ठग रहे जालसाज: इन दोनों ही मामलों को देखे तो कैश ट्रे में स्किमर लगाना कोई नई बात नहीं है. लेकिन, इन दोनों केस में जो नया है वह यह है कि शातिर जालसाजों ने एटीएम बूथ के अंदर बैंक के टोल फ्री नम्बर की जगह, यह लिखा हुआ पोस्टर चिपका दिया है, कि किसी भी परेशानी के लिए इस नम्बर पर कॉल करें. यह नम्बर इन्हीं जालसाजों का होता है. ऐसे में जब भी किसी का कार्ड फंसता है या फिर पैसे ट्रे से बाहर नहीं आते है, तो लोग इन्हीं नंबरों पर कॉल करते है. घबराहट में लोग उन्हें अपनी सारी डिटेल दे देते है, जिससे लोग ठगी का शिकार हो जाते है.
कैसे आप रहे सतर्क: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी विकास रावत बताते है कि, यह बिल्कुल सही है कि जालसाजों ने अधिकांश एटीएम बूथ पर अपना जाल बिछा रखा है. इसमें कहीं न कहीं कोई फंस ही जाता है. लेकिन, इससे बचना भी बहुत आसान है. बस थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है. यदि ग्राहक कुछ बातों का ध्यान रखे, तो वह जालसाजों को मात दे सकता है. विकास रावत के मुताबिक, एटीएम बूथ जाने पर आप कार्ड लगाने से पहले जिस ट्रे में कार्ड इंसर्ट किया जाता है उसे हिला डुला कर देख लें. यदि वह हिल रहा है तो उसमें कार्ड बिल्कुल इंसर्ट न करें. इसके अलावा कार्ड इंसर्ट करने पर डिटेल तभी पूरी करें जब आपको ट्रे में अपने कार्ड का थोड़ा हिस्सा दिखता रहे.
इसके बाद जिस जगह बटन या फिर नम्बर बटन होते है, वहां आप ऊपर हाथ लगा कर चेक करें कि कोई कैमरा तो नहीं लगा है. बैंक अफसर के मुताबिक, बैंक हेल्पलाइन नम्बर कागज पर लिख बूथ के अंदर नहीं चिपकाती है, बैंक का पोस्टर लैमिनेटेड होता है. बैंक का हेल्पलाइन नंबर बैंक की अधिकारिक वेबसाइट से भी निकल सकता है. हां यह जरूर ध्यान दें कि आधिकारिक वेबसाइट के url में https लिखा हो तो उसी को खोलें.
ATM बूथ पर गार्ड हो तभी करें इस्तेमाल: एसीपी क्राइम लखनऊ अभिनव कहते है, कि किसी भी प्रकार की ठगी होने के बाद सबसे महत्वपूर्ण बात है समय, ठगी होने के बाद जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्द साइबर पुलिस या फिर थाने में शिकायत करें. या फिर 1930 पर जरूर सूचना दे दें. यदि समय से पुलिस को सूचना मिलेगी, तो आपका गंवाया हुआ पैसा आपको वापस मिल सकता है. ऐसे में ठगी होने पर 1930 पर कॉल करें. करीबी थाने या साइबर थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराए. जिसके बाद पुलिस ठगों के बैंक अकाउंट को सीज कर आपका पैसा वापस दिला सकी है. एसीपी के मुताबिक, यह जरूर ध्यान दें कि आप उसी एटीएम का इस्तमाल करें जहां गार्ड होता हो.
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