बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली के सिरौली थाना इलाके के गांव कल्याणपुर में अचानक हुए तेज धमाकों के बाद चार मकान धाराशायी हो गए. पूरा इलाका धमाकों की गूंज से सहम गया. लोग दहशत में आ गए. हादसे में 2 बच्चे, 2 महिला सहित कुल 6 लोगों की मौत हो चुकी है. साथ ही 6 अन्य लोग घायल हैं. मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. घटना बुधवार शाम चार बजे के आसपास की बताई जा रही है. पुलिस ने अवैध पटाखा फैक्ट्री चलाने वाले नासिर सहित 7 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है. पूरे जिले में अवैध पटाखे बनाने वाले और उनका भंडारण करने वालों के खिलाफ विशेष अभियान चलाने की भी तैयारी है. वहीं, गुरुवार को एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
बताया जा रहा है कि, धमाकों की सूचना मिलते ही सिरौली थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई और राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया. जेसीबी की मदद से मलबे को हटाया जा रहा है, अब भी कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है. हादसा उस वक्त हुआ जब एक मकान में आतिशबाजी बनाई जा रही थी. इसी मकान में पहला धमाका हुआ और फिर एक के बाद एक कई धमाकों ने पूरे गांव को हिला कर रख दिया.
धमाकों की गूंज से पूरे गांव में दहशत फैल गई. लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए. हादसे का मंजर इतना भयावह था कि लोग स्तब्ध रह गए. पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच कर बचाव कार्य की निगरानी कर रही हैं. एसडीएम, सीओ और एसओ मौके पर मौजूद रहे. मकान में मौजूद तीन महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि रेस्क्यू के दौरान 2 मासूम बच्चों की लाश देर रात मलबे से निकाली गई. गुरुवार को इलाज के दौरान एक और महिला बन्नो की मौत हो गई. अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुए भीषण ब्लास्ट के मामले में अब तक दो बच्चे, दो महिला समेत कुल 6 लोगों की मौत हो चुकी है. मरने वालों में तबस्सुम, रुखसाना, निखत, बन्नो ,3 साल का हसन और 5 साल का हसनैन शामिल है.
मामले में नासिर सहित 7 आरोपीय खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. उनकी तलाश की जा रही है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट में अब तक कुल 6 की मौत हो चुकी है. पूरे जिले में अवैध पटाखा भंडारण और बनाने के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी.
वहीं जांच में पाया गया कि मकान में अवैध रूप से पटाखों का भंडारण और निर्माण किया जा रहा था. इससे विस्फोट हुआ. 55 वर्षीय नासिर शाह पिछले 15 वर्षों से पटाखों की बिक्री और भंडारण का लाइसेंसधारी था. उसका लाइसेंस इस साल 31 मार्च 2024 तक ही नवीनीकृत था. 25 सितंबर को पुलिस और प्रशासन ने इस लाइसेंस को निरस्त करने की सिफारिश की थी. इसके बाद, 27 सितंबर को नासिर शाह के खिलाफ विस्फोटक अधिनियम के तहत FIR दर्ज की गई, लेकिन नासिर और उसका भाई नाजिर फरार थे.
विस्फोट का यह है कारण : घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीदों और परिवार के सदस्यों के अनुसार, नासिर का भाई नाजिर अपने परिवार को लेकर कल्याणपुर गांव में अपनी ससुराल आया था. गांववालों और परिवारवालों का कहना है कि नाजिर अपने साथ पटाखे बनाने का सामान लाया था. माना जा रहा है कि पुलिस की दबिश से बचने के लिए नासिर और नाजिर ने अपना पटाखों का काम ससुराल में शिफ्ट कर दिया था, जिसके कारण यह विस्फोट हुआ.
प्रशासनिक कार्रवाई : विस्फोट के बाद पुलिस प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं. सिरौली थाना प्रभारी रवि कुमार, कस्बा इंचार्ज और हल्का इंचार्ज समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. SHO को तत्काल पुलिस लाइन स्थानांतरित किया गया है और कस्बा व हल्का इंचार्ज के साथ बीट आरक्षियों को भी निलंबित कर उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है. सिरौली थाने के प्रभारी प्रयागराज सिंह ने बताया कि मकान में हुए विस्फोट को लेकर दर्ज किए गए मुकदमे में आरोपी नासिर को गुरुवार को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जा रहा है. जबकि बाकी फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है.
निलंबित कर्मियों की सूची : कस्बा इंचार्ज SI देशराज सिंह, हल्का इंचार्ज SI नाहर सिंह, सिपाही अजय कुमार और सुरेंद्र कुमार
जांच के घेरे में CO मीरगंज : मीरगंज के सीओ गौरव सिंह पर भी इस पूरे मामले में लापरवाही के आरोप लगे हैं. इनके खिलाफ जांच शुरू करा दी गई है.
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