मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर में लूट की घटना को अंजाम देने वाले एक गैंग का खुलासा हुआ है. एक अनोखा लुटेरा गैंग जो एक कंपनी की तरह काम कर रहा था. प्रत्येक दिन तीन लूट का टारगेट बनाया जाता था. इसे एक टास्क की तरह पूरा करना था. इस गिरोह में कुछ छात्र भी शामिल होना चाहते थे, लेकिन इससे पहले ही गैंग के 4 सदस्य को गिरफ्तार कर लिया गया.
मुजफ्फरपुर पुलिस की कार्रवाईः इस कार्रवाई के बारे में मुजफ्फरपुर एसएसपी ने जानकारी दी. पुलिस की विशेष यूनिट को सूचना मिली थी कि मोतीपुर थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर बलमी स्थित बगीचा में कुछ अपराधी इकट्ठा होकर सीएसपी संचालक से लूट की साजिश रच रहे हैं. सूचना के आधार पर डीएसपी पश्चिम अभिषेक आनंद के नेतृत्व में टीम बनाई गई. टीम बनाकर मौके पर छापेमारी की गई.
हथियार और स्मैक बरामदः छापेमारी के दौरान पुलिस को देखकर कई अपराधी भागने लगे लेकिन पुलिस ने खदेड़ कर चार अपराधियों को पकड़ लिया. पकड़े गए अपराधियों की पहचान पारु थाना क्षेत्र के छपरा आरा निवासी मिथिलेश कुमार, मोतीपुर के महवल के रहनेवाले बालेंद्र कुमार उसी गांव के विकास कुमार और मोतीपुर बलमी के अनमोल कुमार गिरी के रूप में हुई है. पुलिस ने अपराधियों के पास से तीन पिस्टल, 14 जिंदा गोली, 60 पुड़िया स्मैक, तीन बाइक और मोबाइल फोन बरामद किया है.
छानबीन में जुटी पुलिसः एसएसपी राकेश कुमार ने बताया की गिरोह का मास्टरमाइंड मिथिलेश है. वह अपना गिरोह बनाकर सीएसपी संचालक से लूटपाट करता है. एक दिन में तीन टारगेट पूरा करने का लक्ष्य रखता. उसके हिसाब से लूट करता था. कुछ छात्र गिरोह में जुड़ना चाह रहे थे. उनकी भी पहचान की जा रही है. इन सभी पर पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं.
"चार अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है जो गैंग बनाकर लूट की घटना को अंजाम देता था. एक सीएसपी लूट की साजिश रची जा रही थी. इसी दौरान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. अपराधिक गैंग एक कंपनी की तरह काम करता था. प्रत्येक दिन तीन लूट की घटना को अंजाम देने का टास्क दिया जाता था. गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ के आधार पर आगे कार्रवाई की जा रही है." -राकेश कुमार, एसएसपी, मुजफ्फरपुर
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