बूंदी: बूंदी रियासत के 9 वें नरेश राव सूरजमल की 600 साल पुरानी छतरी को कोटा विकास प्राधिकरण की ओर से तोड़े जाने का विवाद दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है. प्रकरण में शुक्रवार को आरटीडीसी के पूर्व चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ ने तुलसी ग्राम पहुंचकर राव सूरजमल की छतरी का जायजा लिया. उन्होंने इस ऐतिहासिक छतरी को तोड़ने पर दुख व्यक्त किया और केडीए की कार्रवाई की निंदा की. इस दौरान उन्होंने उपस्थित अधिकारियों से चर्चा की तथा मूल स्थान पर ही छतरी का पुनः निर्माण कराने व एयरपोर्ट का नाम राव सूरजमल के नाम पर रखने की बात कही.
आरटीडीसी के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस नेता धर्मेंद्र राठौड़ ने कहा कि ऐतिहासिक धरोहर के रूप में पहचान रखने वाली छतरी तोड़ी गई है, जो निंदनीय है. उन्होंने केडीए अध्यक्ष कोटा कलेक्टर रविंद्र गोस्वामी से फोन पर बात की है. राठौड़ ने कहा कि छतरी का पुनर्निर्माण उसी स्थान पर करवाया जाना चाहिए और प्रस्तावित एयरपोर्ट का नाम राव सूरजमल के नाम पर रखा जाना चाहिए. राठौड़ ने कहा कि छतरी तोड़ने के जिम्मेदार अधिकारियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए.
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इस मौके पर कांग्रेस विधायक हरिमोहन शर्मा ने बूंदा मीणा पैनोरमा की तर्ज पर छतरी का पुनर्निर्माण निर्माण करवाने की मांग की है. इस दौरान देवेंद्र बुडानिया, पीसीसी सदस्य सत्येश शर्मा, मंडल अध्यक्ष मनवीर सिंह, युवा जिला अध्यक्ष निशांत नुवाल, सेवादल जिला अध्यक्ष राजकुमार सैनी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे.