महेंद्रगढ़: लोकसभा चुनाव 2024 के ऐलान के बाद अहीरवाल की राजनीतिक में उलटफेर शुरू हो गये हैं. महेंद्रगढ़ के बड़े नेता और नांगल चौधरी सीट से विधायक रह चुके राव बहादुर सिंह जननायक जनता पार्टी में शामिल हो गये हैं. राव बहादुर फिलहाल कांग्रेस में थे. जेजेपी प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह ने पार्टी का फटका पहनाकर उन्हें जेजेपी में शामिल कराया. राव बहादुर के आने से अहीरवाल में जेजेपी को मजबूती मिलेगी.
राव बहादुर कौन हैं: राव बहादुर महेंद्रगढ़ की नांगल चौधरी विधानसभा सीट से 2009 में विधायक रह चुके हैं. उन्होंने इनेलो के टिकट पर विधानसभा का चुनाव जीता था. इसके अलावा वो शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े हैं और यदुवंशी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन के चेयरमैन हैं. राव बहादुर यादव समुदाय से आते हैं, इसलिए यादव बहुल अहीरवाल इलाके में उनके आने से सियासी समीकरण बदल सकते हैं.
जेजेपी के लोकसभा उम्मीदवार हो सकते हैं राव बहादुर- कयास लगाये जा रहे हैं कि जेजेपी भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से राव बहादुर सिंह को लोकसभा उम्मीदवार बना सकती है. 2019 के लोकसभा चुनाव में भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से बीजेपी के धर्मबीर सिंह जीते थे. यहां की नांगल चौधरी और नारनौल सीट पर जेजेपी 2019 के विधानसभा चुनाव में दूसरे नंबर पर थी.
2019 में नांगल चौधरी सीट पर दूसरे नंबर पर थी जेजेपी- 2014 से नांगल चौधरी सीट पर बीजेपी का कब्जा है. 2014 और 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी से अभय सिंह यादव विधायक बने. 19 मार्च को नायब सिंह कैबिनेट के विस्तार में अभय सिंह यादव को राज्य मंत्री बनाया गया है. माना जा रहा है कि अभय सिंह यादव बीजेपी में राव इंद्रजीत के मुकाबले खड़े हो रहे हैं और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ ही मौजूदा सीएम नायब सैनी के भी करीबी हैं.
अहीरवाल में बढ़ सकती है बीजेपी की चुनौती- 2019 विधानसभा चुनाव में नांगल चौधरी सीट पर बीजेपी के अभय सिंह का सीधा मुकाबला जेजेपी उम्मीदवार मुला राम से था. हलांकि मुलाराम करीब 21 हजार वोट से हार गये थे लेकिन जेजेपी दूसरे नंबर पर रही. इसके अलावा नारनौल सीट पर भी जेजेपी उम्मीदवार दूसरे नंबर पर था. इसलिए अब राव बहादुर के जेजेपी में शामिल होने से इस सीट के समीकरण बदल सकते हैं. महेंद्रगढ़ अहीरवाल क्षेत्र का हिस्सा है और ये यादव मतदाता बाहुल्य सीट है. इसलिए राव बहादुर के आने से बीजेपी के अभय सिंह यादव के लिए चुनौती बढ़ जायेगी. वहीं जेजेपी को अहीरवाल में एक बड़ा यादव नेता मिल जायेगा.
अहीरवाल में 3 सीटों पर दूसरे नंबर पर रही बीजेपी- अहीरवाल में आने वाले तीन प्रमुख जिलों महेंद्रगढ़, रेवाड़ी और गुरुग्राम में कुल 11 विधानसभा सीटें हैं. इनमें से 8 पर बीजेपी का कब्जा है, 2 पर कांग्रेस और एक निर्दलीय के पास है. 2019 में अहीरवाल में जेजेपी हलांकि एक भी सीट नहीं जीत पाई लेकिन तीन सीटों पर उसने बीजेपी उम्मीदवारों को सीधी टक्कर दी और दूसरे नंबर पर रही. महेंद्रगढ़ की नांगल चौधरी, नारनौल और गुरुग्राम की सोहना सीट पर जेजेपी उम्मीदवारों ने दूसरा स्थान हासिल किया था. सोहना से जेजेपी उम्मीदवार रोहतास सिंह केवल साढ़े 12 हजार वोट से हारे थे.
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