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बरेली जेल से रिहाई के बाद जौनपुर घर पहुंचे पूर्व सांसद धनंजय सिंह, बोले- साजिश के तहत फंसाया - Former MP Dhananjay Singh

पूर्व सांसद धनंजय सिंह बरेली जेल से गुरुवार को जौनपुर स्थित घर पहुंचे तो उनके समर्थकों (lok sabha election 2024) ने धूमधाम से स्वागत किया. इस दौरान उन्होंने जौनपुर की जनता का आभार जताया.

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(ईटीवी भारत संवाददाता)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : May 2, 2024, 10:18 PM IST

जौनपुर घर पहुंचे पूर्व सांसद धनंजय सिंह (ईटीवी भारत संवाददाता)

जौनपुर : बरेली जेल से रिहाई के बाद गुरुवार को पूर्व सांसद धनंजय सिंह बिजेथुआ महावीर का दर्शन करने के बाद अपने आवास पर पहुंचे. इससे पहले उन्होंने शाहगंज, खेतासराय, गुरैनी नगर स्थित कार्यालय का निरीक्षण किया. इस दौरान उनका आवास पर गाजे बाजे के साथ जोरदार स्वागत हुआ.

इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मुझे विरोधियों ने साजिश के तहत फंसाया है. उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ना एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है. मेरा मामला न्यायपालिका में चल रहा है और कोर्ट के मामले में इस पर कुछ बोलना ठीक नहीं है. जौनपुर की जनता के समर्थन को लेकर पूछे गए सवाल पर पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने कहा कि अभी हम जेल से छूट के आए हैं, हमें जौनपुर की जनता का जन समर्थन मिल रहा है.


अभय सिंह के सवाल पर क्या बोले धनंजय सिंह : मीडिया से बातचीत के दौरान एक सवाल पर उन्होंने कहा कि गुंडा माफिया की बात मत करिए. इस सवाल के जवाब मत पूछिए किसी दिन बैठिए अभय सिंह के अपराध की हिस्ट्री दे दूंगा, जाकर उनसे पूछ लीजिए पूरी लिस्ट. उन्होंने कहा कि पूर्ण रूप से हैरेसमेंट करना चाहते थे. जेल शिफ्टिंग पर उन्होंने कहा कि जब हमारा बेल वेबसाइड पर लोड कर दिया था. मैं जेल में शांति पूर्वक रह रहा था और जब जेल प्रशासन और जिला प्रशासन को कोई शिकायत नहीं मिली थी, फिर शासन स्तर से मेरे जेल शिफ्ट करने का फैसला आ गया. मेरी पत्नी चुनाव लड़ रही है, मैं कौन सा चुनाव प्रभावित कर रहा था.

उन्होंने कहा कि जबकि मुझे सर्वाइकल पेन था और लिंगामेंट का ऑपरेशन हुआ था. जिला अस्पताल के डाक्टरों ने मेरे स्वास्थ्य खराब होने की बात बताई थी. जब मेरा फैसला आना था तो कुछ घंटे क्यों इंतजार नहीं किया? फिलहाल चार दिन बाद मैं छूटकर जेल से बाहर आया हूं, इसका मतलब प्रशासन की मंशा ठीक नहीं थी. मैं बीमार हो जाऊं और इसीलिए मुझे बरेली जेल एंबुलेंस से भेजा गया, ताकि हम चुनाव में शामिल न हो सकें.

पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने कहा कि पूरी विपक्ष की बात तो नहीं करते लेकिन, जौनपुर की विपक्ष के जो नेता हैं वह कहीं ना कहीं डरे हुए हैं. चुनाव आते ही मेरे साथ साजिश होने लगी और जेल भेज दिया गया. जेल भेजने के बाद मुझे बरेली जेल आनन फानन में शिफ्ट किया गया. जिससे मैं चुनाव में शामिल न हो सकूं.


पत्नी ने जताई थी हत्या की आशंका पर बोले : उन्होंने कहा कि वो मेरी पत्नी हैं, जाहिर सी बात है किसी की भी पत्नी होगी और उसके साथ इस तरह का कृत्य किया जाएगा तो वह परेशान होगी. अगर किसी के द्वारा परेशान किया जाएगा तो वह अपने स्तर पर जो हो सकेगा वो पूरा प्रयास करेगी. अचानक जेल शिफ्टिंग की बात से परेशान हो गई थी. श्रीकला को जो समझ में आया तो उन्होंने मीडिया से अपनी फीलिंग बताई थी.

यह भी पढ़ें : पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर हमले के मामले में आदेश सुरक्षित, 17 अगस्त की तारीख तय

यह भी पढ़ें : Ajit Singh Murder Case: पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने किया सरेंडर, अदालत ने जमानत अर्जी की मंजूर

जौनपुर घर पहुंचे पूर्व सांसद धनंजय सिंह (ईटीवी भारत संवाददाता)

जौनपुर : बरेली जेल से रिहाई के बाद गुरुवार को पूर्व सांसद धनंजय सिंह बिजेथुआ महावीर का दर्शन करने के बाद अपने आवास पर पहुंचे. इससे पहले उन्होंने शाहगंज, खेतासराय, गुरैनी नगर स्थित कार्यालय का निरीक्षण किया. इस दौरान उनका आवास पर गाजे बाजे के साथ जोरदार स्वागत हुआ.

इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मुझे विरोधियों ने साजिश के तहत फंसाया है. उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ना एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है. मेरा मामला न्यायपालिका में चल रहा है और कोर्ट के मामले में इस पर कुछ बोलना ठीक नहीं है. जौनपुर की जनता के समर्थन को लेकर पूछे गए सवाल पर पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने कहा कि अभी हम जेल से छूट के आए हैं, हमें जौनपुर की जनता का जन समर्थन मिल रहा है.


अभय सिंह के सवाल पर क्या बोले धनंजय सिंह : मीडिया से बातचीत के दौरान एक सवाल पर उन्होंने कहा कि गुंडा माफिया की बात मत करिए. इस सवाल के जवाब मत पूछिए किसी दिन बैठिए अभय सिंह के अपराध की हिस्ट्री दे दूंगा, जाकर उनसे पूछ लीजिए पूरी लिस्ट. उन्होंने कहा कि पूर्ण रूप से हैरेसमेंट करना चाहते थे. जेल शिफ्टिंग पर उन्होंने कहा कि जब हमारा बेल वेबसाइड पर लोड कर दिया था. मैं जेल में शांति पूर्वक रह रहा था और जब जेल प्रशासन और जिला प्रशासन को कोई शिकायत नहीं मिली थी, फिर शासन स्तर से मेरे जेल शिफ्ट करने का फैसला आ गया. मेरी पत्नी चुनाव लड़ रही है, मैं कौन सा चुनाव प्रभावित कर रहा था.

उन्होंने कहा कि जबकि मुझे सर्वाइकल पेन था और लिंगामेंट का ऑपरेशन हुआ था. जिला अस्पताल के डाक्टरों ने मेरे स्वास्थ्य खराब होने की बात बताई थी. जब मेरा फैसला आना था तो कुछ घंटे क्यों इंतजार नहीं किया? फिलहाल चार दिन बाद मैं छूटकर जेल से बाहर आया हूं, इसका मतलब प्रशासन की मंशा ठीक नहीं थी. मैं बीमार हो जाऊं और इसीलिए मुझे बरेली जेल एंबुलेंस से भेजा गया, ताकि हम चुनाव में शामिल न हो सकें.

पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने कहा कि पूरी विपक्ष की बात तो नहीं करते लेकिन, जौनपुर की विपक्ष के जो नेता हैं वह कहीं ना कहीं डरे हुए हैं. चुनाव आते ही मेरे साथ साजिश होने लगी और जेल भेज दिया गया. जेल भेजने के बाद मुझे बरेली जेल आनन फानन में शिफ्ट किया गया. जिससे मैं चुनाव में शामिल न हो सकूं.


पत्नी ने जताई थी हत्या की आशंका पर बोले : उन्होंने कहा कि वो मेरी पत्नी हैं, जाहिर सी बात है किसी की भी पत्नी होगी और उसके साथ इस तरह का कृत्य किया जाएगा तो वह परेशान होगी. अगर किसी के द्वारा परेशान किया जाएगा तो वह अपने स्तर पर जो हो सकेगा वो पूरा प्रयास करेगी. अचानक जेल शिफ्टिंग की बात से परेशान हो गई थी. श्रीकला को जो समझ में आया तो उन्होंने मीडिया से अपनी फीलिंग बताई थी.

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