रांची: कोल्हान में भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है. बहरागोड़ा के पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने आज पार्टी की प्राथमिक सदस्य से इस्तीफा दे दिया है. बाबूलाल मरांडी को लिखें अपने इस्तीफा पत्र में कुणाल षाड़ंगी ने पार्टी की नीति और सिद्धांतों पर कई तरह के सवाल उठाते हुए लिखा है कि वह भाजपा में रहकर अपने उन उद्देश्यों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं जिसके लिए वह राजनीति में आये हैं.
कुणाल ने अपने पत्र में लिखा है कि सिंहभूम के लोगों की समस्याओं को वह दूर करने में अपनी भूमिका नहीं निभा पा रहे हैं. बाबूलाल मरांडी को लिखे इस्तीफे की कॉपी कुणाल षाड़ंगी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, बीएल संतोष और कर्मवीर सिंह को भी भेज दी है. इससे पहले कुणाल षाड़ंगी ने भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया था.
कुणाल षाड़ंगी ने अपने इस्तीफे में लिखा है कि पिछले कई महीने से यह लग रहा था कि वह पूर्वी सिंहभूम जिले की बुनियादी समस्याओं से जुड़े विषयों और संगठन से जुड़े विषयों को पार्टी नेतृत्व तक पहुंचाया परन्तु पार्टी उदासीन ही रही. कुणाल षाड़ंगी ने अपने इस्तीफे में यह भी लिखा है कि प्रवक्ता पद से इस्तीफा दिया था तब यह लगा था कि पार्टी उनकी बातों पर संज्ञान लेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
2019 में झामुमो छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे कुणाल, फिर घर वापसी के कयास
झामुमो विधायक रहे कुणाल षाड़ंगी ने 2019 विधानसभा चुनाव से पहले झामुमो छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे. तब भाजपा उम्मीदवार के रूप में उनकी करारी हार बहरागोड़ा विधानसभा में झामुमो उम्मीदवार समीर मोहंती के हाथों हुई थी. अब जब 2024 विधानसभा चुनाव से पहले कुणाल ने भाजपा को बाय बाय कर दिया है तो यह अटकलें तेज हो गयी है कि उनकी झामुमो में घर वापसी होगी.
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