गाजीपुर : लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने ओबीसी मतदाताओं को साधने की कोशिश शुरू कर दी है. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में डॉ. संगीता बलवंत को सहकारिता राज्य मंत्री बनाया गया था. गाजीपुर की सदर सीट से 2017 से 22 तक वह बीजेपी से विधायक थीं. अब उन्हें भारतीय जनता पार्टी ने राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया है.
सदर सीट से विधायक रह चुकी हैं डॉ. संगीता : बताते चले कि आने वाले 2024 लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए भारतीय जनता पार्टी ओबीसी मतदाताओं को रिझाने की जुगत में जुटी है. पूर्व सहकारिता मंत्री डॉ. संगीता बलवंत बिंद बिंद बिरादरी से आती हैं. गाजीपुर में बिंद बिरादरी भी निर्णायक भूमिका में रहती है. डॉ. संगीता को राज्यसभा भेजे जाने की तैयारी की जानकारी मिलते ही समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई. डॉ. संगीता बलवंत के महाराजगंज आवास पर पहुंचकर मिठाइयां खिलाई और जमकर नारेबाजी की. डॉ. संगीता बलवंत छात्र राजनीति में गाजीपुर के पीजी कॉलेज में पहली बार छात्र संघ की चुनाव लड़ी थीं. अध्यक्ष का चुनाव जीत उन्होंने सफर की शुरुआत की थी. उसके बाद संगीता बलवंत 2017 से 22 तक गाजीपुर की सदर सीट से बीजेपी से विधायक रहीं.
डॉ. संगीता बलवंत बोलीं- प्राथमिकता से कराएंगी विकास कार्य : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार कि पहले कार्यकाल में आखिरी वक्त पर डॉ. संगीता बलवंत को सहकारिता राज्य मंत्री बनाया गया था. वहीं 2022 विधानसभा चुनाव में एक बार फिर भाजपा ने डॉ. संगीता बलवंत पर भरोसा करते हुए पुनः प्रत्याशी बनाया. हालांकि इस चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी और सदर से वर्तमान सपा विधायक जय किसान साहू ने डॉ. संगीता बलवंत को परास्त कर दिया था. इसके बाद से संगीता बलवंत की राजनीति में सक्रियता कम दिख रही थी. एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी ने राज्यसभा भेजने की तैयारी कर ली है. संगीता बलवंत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि रुके विकास कार्य पूरे कराए जिसे एक बार फिर गाजीपुर में विकास कार्यों को आगे बढ़ने का मन बनाया है.
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