लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी आरके विश्वकर्मा को योगी सरकार ने मुख्य सूचना आयुक्त बनाया है. राजकुमार विश्वकर्मा 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे. डीएस चौहान के रिटायर होने के बाद अब आरके विश्वकर्मा को प्रदेश का कार्यवाहक डीजीपी चुना गया था. इसके अलावा 10 सूचना आयुक्त भी चुने गये हैं.
राज्य सरकार ने पूर्व पुलिस महानिदेशक राजकुमार विश्वकर्मा को उत्तर प्रदेश का नया मुख्य सूचना आयुक्त के पद पर नियुक्त किया है. राज्य सूचना आयोग में 10 सूचना आयुक्तों की भी नियुक्ति की गई है. वरिष्ठ पत्रकार पीएन द्विवेदी, डॉक्टर दिलीप अग्निहोत्री मोहम्मद नदीम को भी सूचना आयुक्त के पद पर नियुक्त किया गया है. राज्य सरकार ने 3 वर्ष के लिए सूचना आयुक्तों की तैनाती की है. पिछले वर्ष पूर्व पुलिस महानिदेशक आरके विश्वकर्मा सेवानिवृत हुए थे. इसके बाद अब उन्हें एक बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. उन्हें उत्तर प्रदेश का नया मुख्य सूचना आयुक्त के पद पर नियुक्त किया गया है.
अन्य जिन लोगों को सूचनाओं बनाया गया है उनमें वीरेंद्र प्रसाद सिंह, सुधीर कुमार, राकेश कुमार,दिलीप अग्निहोत्री, राजेन्द्र कुमार सिंह, स्वतंत्र प्रकाश के नाम शामिल हैं. प्रशासनिक सुधार विभाग के प्रमुख सचिव के रविंद्र नायक ने सभी सूचना आयुक्तों की नियुक्ति के आदेश जारी किए हैं. वहीं राज्य निर्वाचन आयुक्त के पद पर राज प्रताप सिंह को तैनात किया गया है.
1988 बैच के IPS अफसर राजकुमार विश्वकर्मा जौनपुर के मड़ियाहूं के रहने वाले हैं. उनको सपा सरकार में IG कानून व्यवस्था के पद की जिम्मेदारी दी गयी थी. वह यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष भी रहे. तीन भाइयों में मझले राजकुमार बेहद शांत और मिलनसार स्वभाव के बताये जाते हैं. वे मड़ियाहूं स्थित मोहल्ला खैरूद्दीनगंज के रहने वाले हैं.
पिता बाबूराम विश्वकर्मा और मां चंद्रावती विश्वकर्मा का निधन हो चुका है. इनके सबसे बड़े अनिल विश्वकर्मा मड़ियाहूं में कृषि यंत्र मोटर वर्कशॉप का संचालन करते हैं. अनिल विश्वकर्मा की पत्नी निर्मला गृहिणी हैं. दूसरे नंबर के बड़े भाई राजकुमार विश्वकर्मा IPS अफसर हैं. उनकी पहली तैनाती प्रयागराज जिले में हुई थी
2023 में 31 मई को आरके विश्वकर्मा रिटायर हुए थे. सूचना आयुक्त को नियुक्त करने संबंधित आदेश नियुक्ति विभाग की ओर से गुरुवार की दोपहर जारी किए गए. आयुक्तों और मुख्य सूचना आयुक्त को तत्काल दे दिया गया है.
मो. नदीम: 30 साल से अधिक पत्रकारिता कर चुके. देश के प्रतिष्ठित समाचार पत्रों के संपादक रहे मोहम्मद नदीम को यह पद दिया गया है. लखनऊ से लेकर दिल्ली तक उनकी पत्रकारिता का क्षेत्र रहा है. दैनिक जागरण और नवभारत टाइम्स में उनकी पत्रकारिता का कार्यक्षेत्र रहा है.
पदुम नारायण द्विवेदी: पदुम नारायण द्विवेदी भी तीन दशक पुराने पत्रकार हैं. नॉर्दर्न इंडिया पत्रिका, दैनिक जागरण और हिंदुस्तान समाचार सेवा जैसी प्रतिष्ठित एजेंसियों से जुड़कर उन्होंने पत्रकारिता की है.
राजेन्द्र कुमार सिंह: पश्चिम उत्तर प्रदेश में हिंदी पत्रकारिता के हस्ताक्षर राजेंद्र कुमार सिंह भी लंबे समय से अखबार के क्षेत्र में सक्रिय हैं. वे लगातार अमर उजाला से जुड़कर पत्रकारिता करते रहे. फिलहाल में अमर उजाला में ही मेरठ के स्थानीय संपादक के पद पर तैनात हैं.
दिलीप अग्निहोत्री: शिक्षक दिवस स्वतंत्र लिखो शिक्षण क्षेत्र में सक्रिय रहे दिलीप अग्निहोत्री लंबे समय से स्वतंत्र लेखन कर रहे हैं. विभिन्न समाचार पत्रों में उनके लेख प्रमुखता से प्रकाशित किए जाते रहे हैं.
वीरेंद्र सिंह, सुधीर कुमार, राकेश कुमार, शकुंतला गौतम, गिरजेश कुमार चौधरी,और स्वतंत्र प्रकाश अपने-अपने क्षेत्र में लंबे समय से कार्यरत रहे और सरकार ने इनको सूचना आयुक्त के पद के लिए पसंद किया.
सूचना आयुक्तों की सूची: