नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद राधिका खेड़ा ने पार्टी के कई नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस कार्यालय में उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया और अपशब्द कहे गए. साथ ही कहा कि शिकायत के बाद भी उन्हें न्याय नहीं मिला और न ही कोई मदद के लिए आगे आया. इसके लिए उन्होंने प्रियंका गांधी और राहुल गांधी से भी मदद की गुहार लगाई, लेकिन वहां से भी कोई उत्तर नहीं मिला.
पूर्व कांग्रेस नेत्री ने कहा कि वह अपने साथ किए गए दुर्व्यवहार को लेकर कानूनी लड़ाई लड़ेंगी और आरोपियों को सजा दिलाएंगी. उन्होंने कहा कि मैं हमेशा से सुनती रही कि कांग्रेस सनातन विरोधी है, लेकिन मैंने इस पर कभी यकीन नहीं किया. हालांकि, जब मैं रामलला के दर्शन करने गई तो सच्चाई सामने आ गई. मुझे हर जगह अपमानित किया जाने लगा और मेरे चरित्र पर सवाल उठाए गए.
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इसके अलावा जब मैं किसी गलत बात को लेकर आवाज उठाती थी तो उसे दबाने की कोशिश की जाती थी. अगर कांग्रेस ने कोई अच्छा निर्णय लिया तो वह यही है कि नेटा डिसूजा को महिला कांग्रेस से हटाया गया. वहीं, वर्तमान महिला कांग्रेस अध्यक्ष के साथ और कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रीया श्रीनेत को लेकर उन्होंने कहा कि मेरे इस्तीफे के बाद किसी का भी एक फोन तक नहीं आया की आपने पार्टी क्यों छोड़ी.
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