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'बीजेपी में लगी धाम बनाने की होड़, सतपाल महाराज-गणेश जोशी के बाद कंपटीशन में उतरे सीएम', हरदा ने कसा तंज - Congress Kedarnath Bachao Yatra

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jul 18, 2024, 4:23 PM IST

Updated : Jul 18, 2024, 4:48 PM IST

Delhi Kedarnath Temple Dispute, uttarakhand congress news, Harish Rawat, BKTC President Ajendra Ajay कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने एक बार फिर बीजेपी पर कटाक्ष किया है. उन्होंने कहा है कि भाजपा में तो धाम बनाने की होड़ सी लगी हुई है. जिसमें कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और गणेश जोशी के साथ अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी उतर गए हैं.

Harish Rawat
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (फाइल फोटो) (ETV Bharat)

देहरादून: उत्तराखंड में 24 जुलाई से शुरू हो रही कांग्रेस की श्री केदारनाथ धाम सम्मान बचाओ यात्रा में पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी शामिल होगे. सोशल मीडिया पर पोस्ट कर खुद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इसकी जानकारी दी है.

अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा कि वो भी श्री केदारनाथ धाम सम्मान बचाओ यात्रा में ऋषिकेश और अगस्तमुनि में भाग लेगे. धाम और शंकराचार्यों के सम्मान को बचाने की लड़ाई अभी समाप्त नहीं हुई है. बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए हरीश रावत ने लिखा कि भाजपा में तो धाम बनाने की होड़ सी लगी हुई है. कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और मंत्री गणेश जोशी ने तो धाम बनाने का अपने पास कॉपीराइड समझ लिया है. हालांकि अब इस कंपटीशन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी उतर गए हैं.

हरीश रावत ने कहा कि जब तक अपने अपराध के लिए बीजेपी माफी नहीं मांगेगी तब तक श्री केदारनाथ सम्मान बचाओ संघर्ष जारी रखना चाहिए. सबको याद रखना चाहिए कि वो बीजेपी ही थी, जिसमें ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद के अपमान के लिए कई शंकराचार्य बना दिये.

केदारनाथ और बदरीनाथ से भी बीजेपी की नाराजगी स्पष्ट है. क्योंकि इन धामों की जनता ने समय-समय पर भाजपा को फटकारा है और फिर जिन्होंने अपने ऊपर शंकराचार्य बनाने का अधिकार अधिकृत कर लिया था, उस पार्टी ने धाम बनाने का भी अधिकार अपने पास मान लिया था. इसलिए दिल्ली में श्री केदार मंदिर को उन्होंने श्री केदारनाथ धाम घोषित कर दिया और उस पर सरकारी संतों से भी मोहर लगवा दी, क्षमा याचना से कम कुछ भी स्वीकार्य नहीं होना चाहिए.

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देहरादून: उत्तराखंड में 24 जुलाई से शुरू हो रही कांग्रेस की श्री केदारनाथ धाम सम्मान बचाओ यात्रा में पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी शामिल होगे. सोशल मीडिया पर पोस्ट कर खुद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इसकी जानकारी दी है.

अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा कि वो भी श्री केदारनाथ धाम सम्मान बचाओ यात्रा में ऋषिकेश और अगस्तमुनि में भाग लेगे. धाम और शंकराचार्यों के सम्मान को बचाने की लड़ाई अभी समाप्त नहीं हुई है. बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए हरीश रावत ने लिखा कि भाजपा में तो धाम बनाने की होड़ सी लगी हुई है. कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और मंत्री गणेश जोशी ने तो धाम बनाने का अपने पास कॉपीराइड समझ लिया है. हालांकि अब इस कंपटीशन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी उतर गए हैं.

हरीश रावत ने कहा कि जब तक अपने अपराध के लिए बीजेपी माफी नहीं मांगेगी तब तक श्री केदारनाथ सम्मान बचाओ संघर्ष जारी रखना चाहिए. सबको याद रखना चाहिए कि वो बीजेपी ही थी, जिसमें ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद के अपमान के लिए कई शंकराचार्य बना दिये.

केदारनाथ और बदरीनाथ से भी बीजेपी की नाराजगी स्पष्ट है. क्योंकि इन धामों की जनता ने समय-समय पर भाजपा को फटकारा है और फिर जिन्होंने अपने ऊपर शंकराचार्य बनाने का अधिकार अधिकृत कर लिया था, उस पार्टी ने धाम बनाने का भी अधिकार अपने पास मान लिया था. इसलिए दिल्ली में श्री केदार मंदिर को उन्होंने श्री केदारनाथ धाम घोषित कर दिया और उस पर सरकारी संतों से भी मोहर लगवा दी, क्षमा याचना से कम कुछ भी स्वीकार्य नहीं होना चाहिए.

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Last Updated : Jul 18, 2024, 4:48 PM IST
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