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पौड़ी के जंगलों में भड़की आग हाईवे तक पहुंची, मची अफरा-तफरी, काफी देर तक रूका रहा ट्रैफिक - forest fire in Pauri

सोमवार को पौड़ी के जंगलों में लगी आग हाईवे के किनारे तक पहुंच गई थी, जिस वजह से हाईवे पर अफरा-तफरी सी मच गई थी. वनाग्नि के कारण काफी देर तक हाईवे पर ट्रैफिक रूका रहा.

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पौड़ी के जंगलों में भड़की आग हाईवे तक पहुंची (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jun 10, 2024, 9:12 PM IST

श्रीनगर: उत्तराखंड में जंगलों की आग शांत होने का नाम ही नहीं ले रही है. ताजा मामला पौड़ी जिले से सामने आया है. यहां नागदेव रेंज के जंगलों में लगी आग ने विकराल रूप धारण कर लिया था. आग हाईवे के किनारे तक पहुंच गई थी, जिस कारण हाईवे पर ट्रैफिक को भी रोक दिया गया था.

वहीं ग्रामीणों ने तत्काल वनाग्नि की सूचना वन विभाग और फायर ब्रिगेड को दी. वन विभाग और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची, तब कही जाकर वनाग्नि पर काबू पाया जा सका. बता दें कि उत्तराखंड में जंगलों के धधकने का सिलसिला अभी भी जारी है. कुछ शरारती तत्वों की वजह से कई बार वनाग्नि भयावह हो जाती है, जिसके परिणाम कई बार घातक साबित होता है.

सोमवार को भी ऐसा ही हुआ. जंगलों की आग हाईवे तक पहुंच गई थी, जिसके इलाके में अफरा-तफरी का माहौल हो गया था. हालांकि समय रहते वन विभाग और फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पा लिया था. जिस कारण कोई अनहोनी नहीं हुई और आग दूसरे जंगलों में नहीं फैली.

वहीं स्थानीय निवासी विकास चौहान ने बताया कि कुछ शरारती तत्व जंगलों में आग लगाते है, जिन पर सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. तभी वनाग्नि की घटनाओं में कमी आएगी. वहीं रिजर्व फारेस्ट के डीएफओ अनिरूद्ध स्वप्निल ने बताया कि इन दिनों वानाग्नि की घटनाओं में कमी आई है, जिन जगहों पर वनाग्नि सूचना मिलती है, वहां पर वन विभाग की टीम को तत्काल भेजा जाता है. जरूरत पड़ने पर फायर ब्रिगेड की मदद ली जाती है. जंगलो में आग लगाने वाले लोगों के ख़िलाफ़ भी कार्रवाई की जाती है.

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श्रीनगर: उत्तराखंड में जंगलों की आग शांत होने का नाम ही नहीं ले रही है. ताजा मामला पौड़ी जिले से सामने आया है. यहां नागदेव रेंज के जंगलों में लगी आग ने विकराल रूप धारण कर लिया था. आग हाईवे के किनारे तक पहुंच गई थी, जिस कारण हाईवे पर ट्रैफिक को भी रोक दिया गया था.

वहीं ग्रामीणों ने तत्काल वनाग्नि की सूचना वन विभाग और फायर ब्रिगेड को दी. वन विभाग और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची, तब कही जाकर वनाग्नि पर काबू पाया जा सका. बता दें कि उत्तराखंड में जंगलों के धधकने का सिलसिला अभी भी जारी है. कुछ शरारती तत्वों की वजह से कई बार वनाग्नि भयावह हो जाती है, जिसके परिणाम कई बार घातक साबित होता है.

सोमवार को भी ऐसा ही हुआ. जंगलों की आग हाईवे तक पहुंच गई थी, जिसके इलाके में अफरा-तफरी का माहौल हो गया था. हालांकि समय रहते वन विभाग और फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पा लिया था. जिस कारण कोई अनहोनी नहीं हुई और आग दूसरे जंगलों में नहीं फैली.

वहीं स्थानीय निवासी विकास चौहान ने बताया कि कुछ शरारती तत्व जंगलों में आग लगाते है, जिन पर सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. तभी वनाग्नि की घटनाओं में कमी आएगी. वहीं रिजर्व फारेस्ट के डीएफओ अनिरूद्ध स्वप्निल ने बताया कि इन दिनों वानाग्नि की घटनाओं में कमी आई है, जिन जगहों पर वनाग्नि सूचना मिलती है, वहां पर वन विभाग की टीम को तत्काल भेजा जाता है. जरूरत पड़ने पर फायर ब्रिगेड की मदद ली जाती है. जंगलो में आग लगाने वाले लोगों के ख़िलाफ़ भी कार्रवाई की जाती है.

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