हैदराबाद: आज 1 जनवरी से नया साल (2025) शुरू हो गया है. सभी लोगों ने खुशी से झूमा और नए साल का स्वागत किया. वहीं, लोग चाहते हैं कि आने वाला नया साल उनके लिए भाग्यशाली साबित हो. इसके लिए वे सुबह-सुबह मंदिर जाते हैं, तो कोई लोग घर में पूजा-अर्चना करते हैं. इससे इतर कुछ लोग साल के पहले दिन नए कपड़े पहनते हैं. उनका मानना है कि ऐसा करने से उनका पूरा साल अच्छे से बीतेगा.
ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्र का कहना है कि कई लोग 1 जनवरी को अपने पसंदीदा रंगों के नए कपड़े पहनते हैं. वे पूरे साल मंदिरों में जाकर दर्शन करते हैं. हालांकि, यदि आप नए साल के दिन अपना फेवरेट कलर पहनते हैं, तो आपको पूरे वर्ष सौभाग्य और धन मिलेगा. आइए जानते हैं विस्तार से..
ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्र ने बताया कि 1 जनवरी 2025 बुधवार को पड़ रहा है. इस दिन का स्वामी बुध है. नवग्रहों में बुध को हरा रंग सबसे ज्यादा पसंद हैं. इसलिए कहा जाता है कि नए साल के पहले दिन अपना पसंदीदा हरा रंग पहनें. जो लोग उस रंग के कपड़े नहीं पहन सकते वे कम से कम हरे रंग का रूमाल ही अपने पास रखें. कहा जाता है कि इससे बुध मजबूत होगा.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि 1 जनवरी को आप हरे रंग के कपड़ों के अलावा अन्य रंग के कपड़े भी पहन सकते हैं. अगर आप ज्योतिष के अनुसार हरा रंग पहनते हैं तो अंक ज्योतिष के अनुसार दूसरा रंग भी पहन सकते हैं. 1 जनवरी 2025 यानी 0+1+0+1+2+0+2+5=11, 1+1=2. इसे भाग्यांक कहा जाता है. यानि ज्योतिष शास्त्र में जितना महत्व लग्न का है, उतना ही महत्व आत्मा अंक (भाग्य अंक) का भी होता है.
इस गणना के अनुसार 1 जनवरी 2025 की तारीख जोड़ने पर कुल अंक दो आता है. 2 चंद्रमा का अंक है और चंद्रमा का रंग सफेद होता है इसलिए इस दिन सफेद रंग के कपड़े पहनने से भी लाभ होगा. कहा जाता है कि सफेद रंग पहनेंगे तो मन प्रसन्न रहेगा. ज्योतिषाचार्य ने बताया कि अंग्रेजी नव वर्ष के पहले दिन ज्योतिष के अनुसार हरा रंग या अंक ज्योतिष के अनुसार सफेद रंग पहनना बेहतर होता है.
पहली जनवरी को करें दर्शन
साल के पहले दिन अगर मंदिर जाकर भगवान के दर्शन किए जाएं तो उनकी कृपा मिलती है. डॉ. उमाशंकर मिश्र के मुताबिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों के भी इष्टदेव होते हैं और बुध के भी दो इष्टदेव होते हैं. एक गणपति और दूसरे विष्णु भगवान. इसलिए साल के पहले दिन 1 जनवरी बुधवार को गणपति मंदिर या विष्णु भगवान के मंदिर जाकर दर्शन करें.
नोट: ऊपर दिया गया विवरण कुछ ज्योतिष विशेषज्ञों द्वारा केवल ज्योतिष शास्त्र में वर्णित बिंदुओं के आधार पर दिया गया है. इसके अलावा पाठकों को ध्यान देना चाहिए कि इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. आप इस पर कितना विश्वास करते हैं यह पूरी तरह आप पर निर्भर है.
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