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रणथंभौर टाइगर रिजर्व: बाहर गए दो भालू पिंजरे में कैद, वापस जंगल में छोड़ा - RANTHAMBORE TIGER RESERVE

रणथंभौर के जंगल से भटककर कर आबादी क्षेत्र में गए दो भालुओं को वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू करके वापस जंगल में छोड़ दिया.

Ranthambore Tiger Reserve
भालुओं को पिंजरे में कैद करते वनकर्मी (ETV Bharat Swaimadhopur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 16, 2025, 4:23 PM IST

सवाईमाधोपुर: रणथंभौर टाइगर रिजर्व से भटककर बाहर गए दो भालुओं को वन विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद गुरुवार को पिंजरे में कैद कर लिया और उन्हें फिर से अभयारण्य में छोड़ दिया. खंडार के क्षेत्रीय वन अधिकारी रामखिलाड़ी मीणा ने बताया कि सांवटा एवं तलावड़ा में 20 दिन से दो भालुओं का मूवमेंट बना हुआ था. इससे ग्रामीणों में दहशत व्याप्त थी. भालू विगत 20 दिन से रात के समय इन गांवों के कई घरों व दुकानों में घुसकर खाद्य सामग्री चट कर रहे थे. बहुत से घरों के कई सामान खराब कर देते थे.

ग्रामीणों की शिकायत पर भालुओं को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम पिछले कई दिन से प्रयास भी कर रही थी, लेकिन भालू वन विभाग के शिकंजे में नहीं आ रहे थे. कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार वन विभाग की टीम को दोनों भालुओं को पकड़ने में सफलता मिली.

पढ़ें: रणथंभौर में शुरू हुई बाघ रक्षक योजना, हफ्ते में चार दिन सरकारी स्कूलों के बच्चे करेंगे नेशनल पार्क का भ्रमण

मीणा के मुताबिक सावटा व तलवाड़ा के ग्रामीणों ने भालुओं के मूवमेंट की सूचना दी थी. इसके बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. यहां टीम को दो भालुओं के पगमार्क मिले. इसके बाद भालुओं को पकड़ने के लिए दो टीम बनाई गई. दोनों टीमों ने दो जगह पिंजरे लगाए. बीती रात दोनों भालू वन विभाग के पिंजरों में कैद हो गए. उन्हें रणथंभौर के जंगल में छोड़ दिया.

सवाईमाधोपुर: रणथंभौर टाइगर रिजर्व से भटककर बाहर गए दो भालुओं को वन विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद गुरुवार को पिंजरे में कैद कर लिया और उन्हें फिर से अभयारण्य में छोड़ दिया. खंडार के क्षेत्रीय वन अधिकारी रामखिलाड़ी मीणा ने बताया कि सांवटा एवं तलावड़ा में 20 दिन से दो भालुओं का मूवमेंट बना हुआ था. इससे ग्रामीणों में दहशत व्याप्त थी. भालू विगत 20 दिन से रात के समय इन गांवों के कई घरों व दुकानों में घुसकर खाद्य सामग्री चट कर रहे थे. बहुत से घरों के कई सामान खराब कर देते थे.

ग्रामीणों की शिकायत पर भालुओं को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम पिछले कई दिन से प्रयास भी कर रही थी, लेकिन भालू वन विभाग के शिकंजे में नहीं आ रहे थे. कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार वन विभाग की टीम को दोनों भालुओं को पकड़ने में सफलता मिली.

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मीणा के मुताबिक सावटा व तलवाड़ा के ग्रामीणों ने भालुओं के मूवमेंट की सूचना दी थी. इसके बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. यहां टीम को दो भालुओं के पगमार्क मिले. इसके बाद भालुओं को पकड़ने के लिए दो टीम बनाई गई. दोनों टीमों ने दो जगह पिंजरे लगाए. बीती रात दोनों भालू वन विभाग के पिंजरों में कैद हो गए. उन्हें रणथंभौर के जंगल में छोड़ दिया.

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