बस्तर: पूरे भारत में हरे सोने के नाम से मशहूर तेंदूपत्ता की खरीदी छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में शुरू हो गई है. संभाग मुख्यालय बस्तर में तेंदूपत्ता की खरीदी वन विभाग कर रही है. जिले में 21 हजार मानक बोरा तेंदूपत्ता खरीदी का लक्ष्य रखा गया है. वन विभाग की ओर से तेंदूपत्ता की खरीदी करने की जिम्मेदारी वन समितियों को दी गई है. इसके लिए बाकायदा ठेका प्रक्रिया को भी पूरा किया गया है.
प्रशासन की ओर से की गई खास व्यवस्था: इस पूरे मामले में ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बस्तर डीएफओ उत्तम कुमार गुप्ता ने कई अहम जानकारियां दी. उन्होंने बताया कि, "बस्तर में 22 अप्रैल से खरीदी शुरू होनी थी, लेकिन बेमौसम बारिश के कारण तेंदूपत्ता की खरीदी का समय बढ़ा दिया गया है. लगातार खराब मौसम के कारण खरीदी करने में मुश्किलें आ रही है. इस साल 5500 रुपए प्रति मानक बोरा की दर से तेंदूपत्ता की खरीदी की जा रही है. जिले में लक्ष्य के अनुरूप खरीदी की उचित व्यवस्था की गई है. लक्ष्य और ग्रामीणों की सुविधा को देखते हुए तेंदूपत्ता खरीदी के समय में बढ़ोतरी की जा सकती है."
बढ़ाया जा सकता है खरीदी का समय: बताया जा रहा है कि अगर ग्रामीणों को खरीदी का उचित समय नहीं दिया जाता है तो वो गुणवत्ता पत्ते के अलावा कोमल पत्तो को भी तोड़ देते हैं. इसीलिए 3 दिनों के अंतराल में खरीदी की जाती है. बस्तर में हो रहे बेमौसम बारिश के कारण खरीदी का समय संभवत 1 सप्ताह बढ़ा दिया गया है. इतने दिनों में खरीदी का टारगेट पूरा हो जाएगा. टारगेट पूरा होने के बाद भी यदि गुणवत्ता के पत्ते खरीदी केंद्र पहुंचेंगे तो उनकी खरीदी की जाएगी. पिछले साल भी 21 हजार 800 बोरे खरीदने का लक्ष्य बस्तर जिले में रखा गया था.