शिमला: फ्रेंड ऑफ शिमला द्वारा आयोजित कार्यक्रम विकसित भारत @2047 An Intellectual Deliberation में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने प्रबुद्ध नागरिकों को संबोधित किया. इस मौके पर उन्होंने कहा आने वाले समय में भारत विश्व की आर्थिक शक्ति और वैश्विक उत्पादन क्षमता में केंद्र बनने जा रहा है. उन्होंने कहा कि चीन के बढ़ते वैश्विक हस्तक्षेप अमानवीय नीतियों के कारण विश्व में अपनी विश्वसनीयता खो चुका है. इस कारण से भारत एक आशा की किरण बन कर उभरा है. जल्द ही भारत वैश्विक उत्पादन केंद्र बनकर उभरेगा.
एस जयशंकर ने कहा आज एप्पल जैसी बड़ी कंपनियां भारत की तरफ रुख कर रही हैं. एप्पल कंपनी के फोन उत्पादन का बड़ा हिस्सा आज भारत में बन रहा है. साथ ही विश्व की बड़ी-बड़ी कंपनियां भी भारत की तरफ रुख कर रही हैं. विदेश मंत्री ने कहा भारत में स्थिर और लोकतांत्रिक सरकार भारत की सबसे बड़ी शक्ति है, जिसके कारण भारत आज दुनिया का स्टार्टअप का भी केंद्र बन रहा है. आज भारत में 111 यूनिकॉर्न बन चुके हैं. कोविड काल में भारत ने 101 देशों को वैक्सीन प्रदान कर पूरे विश्व को वसुधैव कुटुंबकम का भाव प्रदान किया.
विदेश मंत्री ने कहा भारत ने G20 का नेतृत्व करते हुए वैश्विक बंधुत्व का भी संदेश दिया है. आज भारत प्रतिदिन 30 किलोमीटर सड़क 14 किलोमीटर रेलमार्ग और 8 हवाई अड्डे बनाकर विश्व में एक मजबूत आधारभूत ढांचा और टेक्नोलोजी जाइंट बनकर उभरा है. भारत ने 5G का निर्माण कर इंटरनेट क्षेत्र में एक बड़ा आयाम स्थापित किया है. आज विश्व के सभी देश डाटा सिक्योरिटी एंड प्राइवेसी जैसी चुनौतियों से उलझ रहे हैं. वहीं, भारत ने नागरिकों डाटा सुरक्षा की तरफ भी कदम बढ़ाए हैं.
एस जयशंकर ने कहा सस्टेनेबल डेवलपमेंट दुनिया के लिए एक चुनौती बनी है. वहीं, भारत संयुक्त राष्ट्र संघ की मापदंडों को पूरा करने की तरफ अग्रसर है. यूएनएससी में स्थायी सदस्यता के लिए भारत की दावेदारी मजबूत हो रही है. विश्व के अधिकतर देश भारत को यूएनएससी का स्थायी सदस्य के रूप में देखना चाह रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक विकसित भारत का संकल्प जरूर पूरा होने जा रहा है. क्योंकि भारत का मेक इन इंडिया का शेर विश्व में दहाड़ रहा है.
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