सरगुजा : खाद्य सुरक्षा दिवस पर फ़ूड प्वायजनिंग से बचने पर जोर दिया जाता है. ताकि खाने पीने की चीजों का सेवन करके हम बीमार ना पड़े. ऐसे में दैनिक जीवन में किया जाने वाला सामान्य आचरण भी खतरनाक साबित हो सकता है.फ़ूड प्वायजनिंग को हल्के में लेना जानलेवा भी हो सकता है. इससे पीलिया या लीवर सोरायसिस जैसी जानलेवा बीमारी तक हो सकती है.
फूड प्वॉयजनिंग है जानलेवा : खराब खाने से होने वाली बीमारियों को लेकर डायटीशियन सुमन सिंह ने अपनी राय दी. सुमन सिंह के मुताबिक फूड प्वायजनिंग बच्चों में ज्यादा देखी जाती है. हालांकि ये बड़ों को भी होता है. इसका प्रमुख कारण दूषित भोजन और पानी होता हैं. अगर आप बाहर का जंक फ़ूड खाने के शौकीन है,तो और भी ज्यादा खतरनाक है.कोशिश करें कि जंक फूड्स घर में ही तैयार करके खाएं.
वर्किंग वूमन्स क्या करें : जो वर्किंग वुमन खाना नही बना पाती हैं और बाहर का खाना पड़ता है वो ओट्स या दलिया का उपयोग करें. चावल को पानी में भिगोकर खाएं. लेकिन ध्यान रखें ज्यादा बासी भोजन नहीं करना है. 5 से 7 घंटे बासी भोजन ही फ्रीज करके खाया जा सकता है. दही भी जमने के 2 घंटे बाद खाने लायक नही होती है. बहुत अधिक फर्मेशन के कारण उसमें बैक्टिरिया पैदा हो जाते हैं.
फूड प्वाइजनिंग के लक्षण : सुमन सिंह के मुताबिक फूड प्वाइजनिंग के शुरुआती लक्षण डिहाइड्रेशन है. इस स्थिति में ओआरएस और पानी अधिक पीना है. लेकिन बच्चे ज्यादा पानी नही पीते हैं. ऐसी स्थिति में नारियल पानी, जूस ज्यादा दें. जिससे शरीर में लिक्विड की मात्रा बढ़ेगी. जूस भी बाजार का न पीएं. बार बार बिना धोए मशीनों से जूस बनाया जाता है जो नुकसान देह है. जूस घर में निकालकर पीएं और जूस निकालने के 5 मिनट में उसे पी लें वरना वो भी खराब हो जाता है.
पानी आपको बना सकता है बीमार : पानी या तो फिल्टर का पीएं या उबालकर पीएं.अगर बोर का पानी पी रहे हैं तो उसका टीडीएस और पीएच लेबल चेक कराते रहें. कई बार बोर का पानी आस पास से गंदे जल श्रोत को ले लेता है.आप जिस पानी को साफ समझकर पीते है वही आपको बीमार कर देता है. इन बातों को सामान्य नहीं लेना चाहिए. क्योंकि पहले फूड प्वायजनिंग,फिर पीलिया और लीवर सोरायसीस 2 तक होने का खतरा होता है. ये जानलेवा भी हो सकता है.
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