लखनऊ: राजधानी लखनऊ के चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर शुक्रवार को सीजन के पहले दिन पड़े कोहरे और धुंध ने हवाई यातायात की रफ्तार रोक दी. एयरपोर्ट पर लो विजिबिलिटी के चलते पांच उड़ानों को दूसरे एयरपोर्ट पर डायवर्ट करना पड़ा. जबकि कम दृश्यता के चलते एक विमान अपने निर्धारित समय पर उड़ान नहीं भर सका और कोहरा साफ होने के बाद पायलट की ड्यूटी का समय खत्म हो गया. जिसके चलते उस उड़ान को कैंसिल कर दिया गया. इसके साथ ही आधा दर्जन से अधिक विमान अपने निर्धारित समय से देरी से उड़ान भरी.
एयरपोर्ट अथॉरिटी के मुताबिक शुक्रवार सुबह कोहरे के चलते लखनऊ इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर विजिबिलिटी शून्य हो गई. जिसके चलते सुबह 8.20 बजे बेंगलुरु से यहां पहुंची इंडिगो की उड़ान (6ई-6353) को लैडिंग की अनुमति नहीं मिली. एयरपोर्ट के ऊपर कई चक्कर काटने के बाद इस विमान को जयपुर के लिए डायवर्ट कर दिया गया. इसी तरह इंदौर से आए इंडिगो एयरलाइंस के विमान (6ई-7127) को भी नागपुर डायवर्ट कर दिया गया. जबकि जयपुर से आई इंडिगो एयरलाइंस की उड़ान (6ई-7319) भी कोहरे के चलते लैंड नहीं कर सकी.
वहीं हैदराबाद से आने वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान (आईएक्स-2013) को जयपुर और (आईएक्स-2015) वाराणसी डायवर्ट कर दिया गया. जबकि फ्लाइनास एयरलाइंस की उड़ान (एक्सआई-897 ) भी कम विजिबिलिटी के चलते अपने निर्धारित समय से उड़ान नहीं भर सका. वहीं जब मौसम साफ हुआ तो विमान के पायलट की ड्यूटी का समय खत्म हो चुका था. जिसके चलते उस उड़ान को रद्द कर दिया गया.
एयरपोर्ट के प्रवक्ता ने बताया कि, चौधरी चरण सिंह अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर कैट-थ्री उपकरण लगे हैं. जिससे कम दृश्यता में भी विमान उतर सकते हैं और उड़ान भर सकते हैं, लेकिन एयरपोर्ट अधिकारियों का कहना है कि, जिन विमानों को कम दृश्यता के चलते दूसरे एयरपोर्ट पर डायवर्ट किया गया है. उन विमानों के पायलट को कैट-थ्री सर्विस का प्रशिक्षण नहीं दिया गया है.
वहीं लखनऊ इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रशासन की ओर से शुक्रवार को कम दृश्यता के हालात से निपटने के लिए एयरसाइड और एविएशन सेफ्टी टीम को प्रशिक्षण दिया गया. कोहरे के हालात में विमानों की आवाजाही प्रभावित न हो इसके लिए एयरलाइन स्टाफ, ग्राउंड हैंडलिंग टीम, एयरक्राफ्ट रेस्क्यू एंड फायर फाइटिंग, कैटरिंग और रिफ्यूलिंग सहित एयरसाइड पर काम करने वाले 600 से अधिक अधिकारियों को प्रशिक्षित किया है.
चौधरी चरण सिंह अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के रनवे पर कैट-थ्री तकनीक है. जिसके चलते सर्दियों में कोहरे के दौरान दिल्ली, देहरादून, वाराणसी, कानपुर, बरेली, गोरखपुर और काठमांडू जाने वाली उड़ानों को कोहरे की स्थिति में लखनऊ डायवर्ट किया जाता है. कैट थ्री की अत्याधुनिक तकनीक पायलटों को कम दृश्यता की स्थिति में भी लखनऊ एयरपोर्ट पर उतरने में मदद करती है. ये उपकरण सीसीएसआई एयरपोर्ट को कोड सी और कोड ई विमानों का प्रबंधन करने में सक्षम बनाता है, भले ही रनवे दृश्यता सीमा लैंडिंग के लिए 50 मीटर और टेक-ऑफ के लिए 125 मीटर की हो.
एयरपोर्ट प्रवक्ता के मुताबिक, एयरपोर्ट प्रशासन की ओर से एयरसाइड और एविएशन सेफ्टी टीम के ऑन-फील्ड और कक्षा प्रशिक्षण में हवाई क्षेत्र में कम दृश्यता के मामले में क्या करें और क्या न करें और विमान की आवाजाही को सुरक्षित तरीके से संभालने की जानकारी दी गई.
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