बेमेतरा : बारिश और बाढ़ की वजह से बेमेतरा में 28 करोड़ की सड़क जगह जगह से बह गई. लोगों का आरोप है कि एक निजी कंपनी की तरफ से यहां निर्माण कार्य किया गया था. एक साल पहले हुए इस निर्माण कार्य के बाद पहली बारिश में यह सड़क बह गई. रांका से सरदा पहुंच मार्ग के लिए तैयार हुई 200 मीटर की सड़क बह गई है. इससे आवागमन ठप हो गया है. सड़क बहने की वजह से लोग परेशान दिखाई दिए.
सड़क की क्वॉलिटी पर उठे सवाल : बारिश में सड़क बह जाने की वजह से अब यहां के स्थानीय निवासी सड़क की क्वॉलिटी पर सवाल खड़े कर रहे हैं. बेमेतरा में बीते तीन दिनों से शिवनाथ और उसकी सहायक नदी में बाढ़ है. करीब 200 मीटर की सड़क बह गई है. इसके साथ ही 500 मीटर तक सड़क की मिट्टी का कटाव हुआ है.
"नाले में हर वर्ष बारिश में जलभराव होता है. इसके बाद भी नाले में रपटा नहीं बना है. ऐसे में विभागीय इंजीनियर पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं" - पुनाराम साहू, ग्रामीण
आवागमन में लोगों को हो रही दिक्कत : लोगों को आवागमन में दिक्कत हो रही है. बुजुर्ग महिलाओं और बच्चों को सबसे ज्यादा दिक्कत हो रही है. बुजुर्ग महिला सुखमती बाई ने कहा कि "मेरे पैरों में दर्द है और मैं डॉक्टर के पास इलाज कराने रांका से सरदा जा रही हूं परंतु सड़क बह जाने की वजह से वहां नहीं पहुंच पाऊंगी. मुझे 20 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ेगा."
"मैं इस संबंध में कुछ भी बोलने को अधिकृत नही हूं" - निर्मल सिंह, कार्यपालन अभियंता, बेमेतरा
ईटीवी भारत से बातचीत में लोगों ने कहा कि हर साल यहां बारिश में सड़क बह जाती है. जिसकी वजह से कई तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है. लोगों ने मौके पर रपटा और पुल बनाने की मांग की है.