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बारिश ने बिगाड़े अजमेर के हालात, 13 सितंबर तक बारिश का अलर्ट - heavy rain in ajmer

अजमेर जिले में हो रही भारी बारिश ने बाढ़ के हालात पैदा कर दिए हैं. शहर की कई कॉलोनियां जलमग्न हैं, वहीं गांवों में भी पानी भरा हुआ है. सड़कों के हाल भी खराब है. कई जगह सड़कें ही पानी में बह गई. मौसम विभाग ने 13 सितम्बर तक मानसून के सक्रिय रहने का पूर्वानुमान लगाया है.

heavy rain in ajmer
भारी बारिश के कारण अजमेर की कॉ​लानियों में भरा पानी (Photo ETV Bharat Ajmer)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Sep 9, 2024, 3:46 PM IST

Updated : Sep 9, 2024, 4:24 PM IST

बारिश ने बिगाड़े अजमेर के हालात (Video ETV Bharat Ajmer)

अजमेर: पिछले दिनों से हो रही अतिवृष्टि ने शहर के हालात बिगाड़ दिए हैं. अजमेर उत्तर क्षेत्र में बांडी नदी के आसपास बसी करीब दो दर्जनभर कॉलोनियों में पानी भरा हुआ है. लोग घरों में कैद हैं. आनासागर झील से छोड़ा जा रहा पानी एस्केप चैनल से होता हुआ दौराई और तबीजी गांव के हजारों बीघा खेतों में घुस गया है. इस कारण किसानों की फसलें बर्बाद हो गई. एस्केप चैनल में पानी के कारण कई जगह यातायात भी बाधित हो गया है.अजमेर के नए जिला कलक्टर लोक बंधु ने सभी कार्मिकों की छुट्टी रद्द कर दी है. सोमवार को स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है.

एडीएम सिटी गजेंद्र सिंह ने बताया कि ​अजमेर शहर के निचले इलाकों में बाढ़ के हालात हैं. फायसागर झील और चौरासियावास तालाब से लगातार पानी की आवक होने से आनासागर झील का जलस्तर 17 फीट तक पहुंच गया है. यह जल स्तर खतरे के निशान पर है. झील के तीन चैनल गेट 18-18 इंच खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है. लगातार पानी आने से आना सागर झील के समीप बनी हुई कालोनियां जलमग्न हो गई. एसीआर रोड की कॉलोनी, नवग्रह कॉलोनी, साहू का कुआं, महावीर कॉलोनी, वन विहार कॉलोनी, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के अलावा आना सागर चौपाटी से लेकर क्रिश्चियन गंज मंदिर और मित्तल अस्पताल से रीजनल चौराहे तक पानी भरा हुआ है.

पढ़ें: आज 20 से ज्यादा जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, अजमेर में स्कूल-ऑफिस बंद

आनासागर का पानी मचा रहा है तबाही: आनासागर झील से छोड़ा गया पानी निचले क्षेत्रों में तबाही मचा रहा है. सुभाष उद्यान बजरंगगढ़ सड़क पर आवागमन 2 दिन से बंद है. चैनल गेट से निकल रहा झील का पानी एस्केप चैनल से उफान मार कर सड़क पर बह रहा है. कालबाग, मेडिकल कॉलेज, सुंदर विलास, जयपुर रोड पर आवागमन बंद है. सड़कों पर आने से 2 से 3 फिट पानी भर गया है. सुंदर विलास क्षेत्र में एस्केप चैनल के नजदीक मकान पर भी खतरा मंडरा रहा है. दक्षिण क्षेत्र में भी एस्कॉर्ट चैनल पूरे उफान पर है. श्रीनगर रोड स्थित धान का बस्ती में पानी भर गया है. हालांकि, यहां किसी तरह की नुकसान की खबर नही है. कई जगहों पर बाबा रामदेव के भंडारे लगाए गए थे. इन भंडारों में भी पानी भर गया है. पानी के भराव होने के कारण यात्री परेशान हो रहे हैं.

गोविंदगढ़ में चल रही है चादर: इधर, आनासागर का पानी खानपुरा होता हुआ दौराई, तबीजी होते हुए पीसांगन पंहुचकर आगे गोविंदगढ़ बांध जा रहा है. यहां 15 दिन से चादर चल रही है. यह पानी आगे बालोतरा की ओर जा रहा है. तबीजी गांव के सैकड़ों बीघा खेतों में ओवरफुल पानी घुस गया है. जिससे किसानों की फसले तबाह हो चुकी है.

फायसागर झील पर चल रही है चादर: फायसागर झील के ओवरफुल होने से पानी बांडी नदी में जा रहा है. बांडी नदी भी उफान पर है. इस कारण हाथी खेड़ा, बोराज, काजीपुरा, डिफेंस कॉलोनी, मोती विहार, राज कॉलोनी, रामनगर, बीके कॉल नगर, आरके पुरम, अंबे बिहार, हरि भाव उपाध्याय नगर ए ब्लॉक, हनुमान नगर, राधा विहार, गौरी नगर ईदगाह रोड की कई कॉलोनी में पानी घुस आया है. इस क्षेत्र में 50 हजार से भी अधिक लोग प्रभावित हो रहे हैं. बता दें​ कि फाई सागर झील का जलस्तर 27 फिट 2 इंच है. झील पर 5 इंच की चादर चल रही है.

यह भी पढ़ें: रपट पार करते समय चप्पल पकड़ने के चक्कर में बहा बुजुर्ग

13 सितंबर तक बारिश का अलर्ट: मौसम विभाग की ओर से 13 सितंबर तक तेज बारिश का अलर्ट दिया गया है. लिहाजा प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ गया है. अजमेर कैंटोनमेंट से सेना के अधिकारियों ने फॉयसागर और बांडी नदी क्षेत्र का दौरा किया है. फायसागर झील की पाल पर दरार आने पर रेत से भरे एक हजार कट्टे लगाए गए हैं. प्रशासन फायसागर झील और बांडी नदी ही नहीं आनासागर झील और एस्केप चैनल पर निगरानी रखे हुए हैं. वहीं बारिश के अलर्ट को देखते हुए स्कूलों में भी सोमवार की छुट्टी घोषित की गई थी.

पुष्कर सरोवर के 52 घाट डूबे: बारिश के कारण पुष्कर सरोवर में भी लगातार पानी की आवक बनी हुई है. पुष्कर सरोवर में 27 फिट से भी अधिक पानी आया है. हालत यह है कि पुष्कर के सभी 52 घाट पूरी तरह से डूब गए हैं. पुष्कर सरोवर का जलस्तर बढ़ता जा रहा है. दरअसल पुष्कर सरोवर के डूब क्षेत्र भी जलमग्न है. डूब क्षेत्र में बनी हुई होटल को खाली करवा लिया गया है.

बारिश से सड़कों के हाल बेहाल: बारिश के कारण सड़कों पर पानी भर गया है. वहीं कई सड़कें पानी में ही बह गई है. सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए. सड़क पर पानी भर होने के कारण गड्ढे नजर नहीं आते जिस कारण लोग हादसे की शिकार हो रहे हैं.

बारिश ने बिगाड़े अजमेर के हालात (Video ETV Bharat Ajmer)

अजमेर: पिछले दिनों से हो रही अतिवृष्टि ने शहर के हालात बिगाड़ दिए हैं. अजमेर उत्तर क्षेत्र में बांडी नदी के आसपास बसी करीब दो दर्जनभर कॉलोनियों में पानी भरा हुआ है. लोग घरों में कैद हैं. आनासागर झील से छोड़ा जा रहा पानी एस्केप चैनल से होता हुआ दौराई और तबीजी गांव के हजारों बीघा खेतों में घुस गया है. इस कारण किसानों की फसलें बर्बाद हो गई. एस्केप चैनल में पानी के कारण कई जगह यातायात भी बाधित हो गया है.अजमेर के नए जिला कलक्टर लोक बंधु ने सभी कार्मिकों की छुट्टी रद्द कर दी है. सोमवार को स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है.

एडीएम सिटी गजेंद्र सिंह ने बताया कि ​अजमेर शहर के निचले इलाकों में बाढ़ के हालात हैं. फायसागर झील और चौरासियावास तालाब से लगातार पानी की आवक होने से आनासागर झील का जलस्तर 17 फीट तक पहुंच गया है. यह जल स्तर खतरे के निशान पर है. झील के तीन चैनल गेट 18-18 इंच खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है. लगातार पानी आने से आना सागर झील के समीप बनी हुई कालोनियां जलमग्न हो गई. एसीआर रोड की कॉलोनी, नवग्रह कॉलोनी, साहू का कुआं, महावीर कॉलोनी, वन विहार कॉलोनी, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के अलावा आना सागर चौपाटी से लेकर क्रिश्चियन गंज मंदिर और मित्तल अस्पताल से रीजनल चौराहे तक पानी भरा हुआ है.

पढ़ें: आज 20 से ज्यादा जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, अजमेर में स्कूल-ऑफिस बंद

आनासागर का पानी मचा रहा है तबाही: आनासागर झील से छोड़ा गया पानी निचले क्षेत्रों में तबाही मचा रहा है. सुभाष उद्यान बजरंगगढ़ सड़क पर आवागमन 2 दिन से बंद है. चैनल गेट से निकल रहा झील का पानी एस्केप चैनल से उफान मार कर सड़क पर बह रहा है. कालबाग, मेडिकल कॉलेज, सुंदर विलास, जयपुर रोड पर आवागमन बंद है. सड़कों पर आने से 2 से 3 फिट पानी भर गया है. सुंदर विलास क्षेत्र में एस्केप चैनल के नजदीक मकान पर भी खतरा मंडरा रहा है. दक्षिण क्षेत्र में भी एस्कॉर्ट चैनल पूरे उफान पर है. श्रीनगर रोड स्थित धान का बस्ती में पानी भर गया है. हालांकि, यहां किसी तरह की नुकसान की खबर नही है. कई जगहों पर बाबा रामदेव के भंडारे लगाए गए थे. इन भंडारों में भी पानी भर गया है. पानी के भराव होने के कारण यात्री परेशान हो रहे हैं.

गोविंदगढ़ में चल रही है चादर: इधर, आनासागर का पानी खानपुरा होता हुआ दौराई, तबीजी होते हुए पीसांगन पंहुचकर आगे गोविंदगढ़ बांध जा रहा है. यहां 15 दिन से चादर चल रही है. यह पानी आगे बालोतरा की ओर जा रहा है. तबीजी गांव के सैकड़ों बीघा खेतों में ओवरफुल पानी घुस गया है. जिससे किसानों की फसले तबाह हो चुकी है.

फायसागर झील पर चल रही है चादर: फायसागर झील के ओवरफुल होने से पानी बांडी नदी में जा रहा है. बांडी नदी भी उफान पर है. इस कारण हाथी खेड़ा, बोराज, काजीपुरा, डिफेंस कॉलोनी, मोती विहार, राज कॉलोनी, रामनगर, बीके कॉल नगर, आरके पुरम, अंबे बिहार, हरि भाव उपाध्याय नगर ए ब्लॉक, हनुमान नगर, राधा विहार, गौरी नगर ईदगाह रोड की कई कॉलोनी में पानी घुस आया है. इस क्षेत्र में 50 हजार से भी अधिक लोग प्रभावित हो रहे हैं. बता दें​ कि फाई सागर झील का जलस्तर 27 फिट 2 इंच है. झील पर 5 इंच की चादर चल रही है.

यह भी पढ़ें: रपट पार करते समय चप्पल पकड़ने के चक्कर में बहा बुजुर्ग

13 सितंबर तक बारिश का अलर्ट: मौसम विभाग की ओर से 13 सितंबर तक तेज बारिश का अलर्ट दिया गया है. लिहाजा प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ गया है. अजमेर कैंटोनमेंट से सेना के अधिकारियों ने फॉयसागर और बांडी नदी क्षेत्र का दौरा किया है. फायसागर झील की पाल पर दरार आने पर रेत से भरे एक हजार कट्टे लगाए गए हैं. प्रशासन फायसागर झील और बांडी नदी ही नहीं आनासागर झील और एस्केप चैनल पर निगरानी रखे हुए हैं. वहीं बारिश के अलर्ट को देखते हुए स्कूलों में भी सोमवार की छुट्टी घोषित की गई थी.

पुष्कर सरोवर के 52 घाट डूबे: बारिश के कारण पुष्कर सरोवर में भी लगातार पानी की आवक बनी हुई है. पुष्कर सरोवर में 27 फिट से भी अधिक पानी आया है. हालत यह है कि पुष्कर के सभी 52 घाट पूरी तरह से डूब गए हैं. पुष्कर सरोवर का जलस्तर बढ़ता जा रहा है. दरअसल पुष्कर सरोवर के डूब क्षेत्र भी जलमग्न है. डूब क्षेत्र में बनी हुई होटल को खाली करवा लिया गया है.

बारिश से सड़कों के हाल बेहाल: बारिश के कारण सड़कों पर पानी भर गया है. वहीं कई सड़कें पानी में ही बह गई है. सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए. सड़क पर पानी भर होने के कारण गड्ढे नजर नहीं आते जिस कारण लोग हादसे की शिकार हो रहे हैं.

Last Updated : Sep 9, 2024, 4:24 PM IST
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