सहरसा: बिहार में कोसी हर साल तबाही मचाती है. इसबार नेपाल की तराई में हो रही बारिश के कारण कोसी नदी का जलस्तर बढ़ रहा है. इससे सहरसा में बाढ़ जैसे हालात हैं. नवहट्टा प्रखंड के केदली गांव जाने वाली मुख्य सड़क जो प्रखंड मुख्यालय, जिला मुख्यालय या बाजार जाने वाली एक मात्र सड़क पर पानी चढ़ने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
पानी फैलने से बढ़ी परेशानीः सड़क पर कही कमर भर तो कहीं घुटना भर पानी जमा है. दर्जनों गांव में बाढ़ का पानी घर-घर में घुस गया है. ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पर रहा है. खाने पीने में भी काफी दिक्कत हो रही है. ग्रामीण मदन ठाकुर की माने तो पानी के चलते बहुत परेशानी हो रही है.
"इतना पानी बढ़ गया है कि आने जाने में परेशानी हो रही है. माल-जाल को भी दिक्कत हो रहा है. घास-भूसा की कमी हो गयी है. चौकी पर खाना बनाकर खा रहे हैं. जिला प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं की जा रही है." -मदन ठाकुर, बाढ़ पीड़ित
आंगन और कमरे में घुसा पानीः ग्रामीण मीना देवी की मानें तो पानी के चलते बहुत परेशानी हो रही है. आंगन से लेकर कमरे तक में पानी घुसा हुआ है. घर में चूल्हा तक नहीं जल रहा है. खाना पानी को लेकर समस्या हो गया है. मीना देवी ने प्रशासन से राहत की मांग की है.
प्रशासन की ओर से कोई सुविधा नहींः ग्रामीण शिवा देवी की मानें तो कोसी का पानी फैलने से बहुत परेशानी हो रही है. मवेशी पानी में ही खड़ा है. घास भूसा नहीं है. घर में पानी घुसा हुआ है. दरवाजा पर पानी है. बहुत दिक्कत हो रही है. कोई देखने वाला नहीं है. खाने पीने में भी परेशानी है.
कहर बरपा रहा कोसीः बता दें कि कोसी एक बार फिर विकराल रूप दिखा रही है. सुपौल जिले में शनिवार को 1,86,545 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है. जलस्तर से उतार चढ़ाव से कटाव जारी है. इसका असर सहरसा में भी देखने को मिल रहा है. सहरसा के साथ साथ अन्य जिलों में भी कोसी कहर बरपा रहा है. खगड़िया में 34.85 मीटर से ऊपर 34.93 और कटिहार में 30 मीटर को पार कर 30.20 मीटर पर बह रही है.
यह भी पढ़ेंः सहरसा में जान जोखिम में डालकर स्कूल जाने पर गुरुजी मजबूर, कमर तक पानी लेकिन शिक्षा विभाग बेफिक्र - Bihar Flood