पटनाः बिहार में बाढ़ का कहर जारी है. राजधानी पटना से सटे दानापुर में गंगा नदी का जलस्तर स्थिर है. दियारा के सात पंचायतों में गंगा नदी का पानी चारों तरफ फैल गया है. पूरा गांव जलमग्न हो गया है. टापू में तब्दील हो गया है. दियारे के निचले इलाकों के बाढ़ प्रभावित लोग उंचे स्थान पर पूरे परिवार के साथ शरण लिए हुए हैं. बाढ़ के पानी से दियारा के काशिमचक पंचायत में नवनिर्मित अस्पताल भी पानी में डूबा हुआ है.
दानापुर में बाढ़ः ईटीवी भारत के संवाददाता ने दियारा इलाके का जायजा लिया. बाढ़ की पानी में दियारा के अधिकांश सरकारी स्कूल डूब गए हैं. अकिलपुर थाना परिसर में एक से डेढ फीट पानी घुस गया है. दियारे के निचले इलाकों में घरों व झोपड़ियों में तीन-चार फुट पानी घुसा हुआ है. खेतों में 4-5 फुट बाढ़ का पानी बह रहा है. जिससे खेतों में लगी फसल डूब गयी है. पशुओं के लिए चारा की समस्या उत्पन्न हो गयी है.
दर्जनों गांव प्रभावितः स्थानीय लोगों ने बताया कि बाढ़ से दियारा के कासिमचक, हेतनपुर, मानस, पुरानी पानापुर, पतलापुर, गंगहरा व अकिलपुर पंचायत के दर्जनों गांव प्रभावित हैं. लोगों ने कहा कि अभी तक प्रशासन द्वारा राहत सामग्री का वितरण कार्य शुरू नहीं किया गया है. बाढ़ पीडितों के बीच भारी असंतोष व्याप्त है. दियरा में पिछले एक माह से बिजली नहीं रहने के कारण लोग अंधेरे में जीने को विवश हैं.
"जनप्रतिनिधियों द्वारा राहत सामग्री वितरित की जा रही है लेकिन समुचित मात्रा में पीडितों परिवारों को राशन नहीं मिल पा रहा है. और खाने को समसया बन गया है. अब तो सरकार के द्वारा मिट्टी तेल भी नहीं मिल रहा है जिससे लालटेन दिया जला सके." -श्रीभगवान राय, कासिमचक निवासी
शहर से संपर्क टूटाः श्रीभगवान राय ने बताया कि दानापुर दियारा के सात पंचायत में बाढ़ स्थिति भयावह हो गयी है. लोगों को काफी परेशानी हो रही है. दियारा के काशिमचक पंचायत में बने नवनिर्मित हॉस्पिटल भी बाढ़ के पानी में समा गया हैं. लोग दानापुर अनुमंडल अस्पताल पर ही निर्भर हैं. दियारा वासियों का शहर से संपर्क टूट चुका है. इधर, सीओ ने कहा कि सरकारी स्तर पर दियारा में 22 नाव का परिचालन किया जा रहा है.
गांगा खतरे के निशान से ऊपरः बता दें कि पटना के दीघा घाट, गांधी घाट, हाथीदह में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. हालांकि पानी घट रहा है लेकिन अभी राहत की उम्मीद नहीं है. ऐसे में लोगों से सतर्क रहने की अपील की गयी है. बाढ़ की स्थिति को देखते हुए लोगों से ऊंचे स्थल पर जाने के लिए कहा है.
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