प्रयागराज: संगम नगरी प्रयागराज में बेटियों को वकालत की शिक्षा देने के लिए एक और संस्थान आगे आया है. इलाहाबाद सेंट्रल युनिवर्सिटी के संघटक डिग्री कॉलेज आर्यकन्या डिग्री कॉलेज में पांच वर्षीय बीए एलएलबी कोर्स की शुरुआत की जा रही है.इलाहाबाद सेंट्रल युनिवर्सिटी से जुड़े इस डिग्री कॉलेज में 120 सीटों पर छात्राओं को दाखिला दिया जाएगा. 5 ईयर लॉ कोर्स शुरू होने से उन बेटियों को सुविधा मिलेगी, जो कम सीटें होने की वजह से एडमिशन नहीं ले पाती थी.
इलाहाबाद सेंट्रल युनिवर्सिटी के संघटक कॉलेज आर्य कन्या डिग्री कॉलेज में 5 वर्षीय लॉ के कोर्स के लिए 120 सीटों की मान्यता दी गयी है.जिसके बाद इस सत्र से आर्यकन्या डिग्री कॉलेज में वकालत की पढ़ाई शुरू की जाएगी. जिसके लिए कक्षाएं और परिसर बनकर तैयार हो चुका है.जहां पर एयरकंडीशंड क्लासेज में पढ़ाई करवायी जाएगी.इसके साथ ही छात्राओं के लिए एयरकंडीशंड लाइब्रेरी भी तैयार कर ली गयी है, जहां पर जाकर छात्राएं वकालत से जुड़ी पुस्तकें पढ़ सकती है.
वकालत के पेशे में बेटियों को प्रोत्साहित करने के लिए हुई शुरुआत: आर्यकन्या डिग्री कॉलेज के चेयरमैन पंकज जायसवाल ने बताया, कि प्रयागराज में पांच वर्षीय लॉ कोर्स की डिमांड काफी ज्यादा है.जिसको देखते हुए आर्यकन्या डिग्री कॉलेज के प्रबंधतंत्र की तरफ से इलाहाबाद विश्व विद्यालय से पांच वर्षीय विधि कोर्स की शुरुआत करने लिए मांग की थी. जिस पर विश्वविद्यालय के कार्यपरिषद की बैठक में मंजूरी मिलने के बाद आर्यकन्या में पांच वर्षीय विधि कोर्स की शुरुआत इसी सत्र से की जा रही है. छात्राओं को वकालत की शिक्षा देने के लिए कॉलेज में शिक्षकों की नियुक्ति कर दी गई है. इसके साथ ही एसी क्लास रूम बनकर तैयार हो चुकी है, जहां पर छात्राओं को पढ़ाया जाएगा.
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सीयूईटी के जरिये छात्राएं ले सकेंगी दाखिला: आर्यकन्या डिग्री कॉलेज की शिक्षिका डॉ मुदिता तिवारी ने बताया, कि उनके कॉलेज में 120 सीटों की मान्यता मिल चुकी है. उसके लिए दाखिले की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है.जो भी छात्राएं सीयूईटी की प्रवेश परीक्षा में शामिल हुई हैं, वही छात्राएं रिजल्ट आने के बाद आर्य कन्या डिग्री में कॉलेज में एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन करवाकर मेरिट के आधार पर दाखिला ले सकती हैं. उनका कहना है, कि 120 सीटों पर छात्राओं को दाखिला देकर उन्हें वकालत की शिक्षा दी जाएगी.
बेटियों के वकील बनने का सपना होगा पूरा: आर्यकन्या डिग्री कॉलेज के चेयरमैन पंकज जायसवाल ने बताया, कि प्रयागराज में इलाहाबाद हाईकोर्ट होने के बावजूद तमाम बेटियां वकालत की शिक्षा हासिल कर वकील बनने का सपना पूरा नहीं कर पाती थी.क्योंकि इलाहाबाद सेंट्रल युनिवर्सिटी और उससे जुड़े कॉलेजों में जितनी क्षमता है उससे ज्यादा छात्राएं दाखिले के लिए आवेदन करती थी लेकिन सभी को एडमिशन नहीं मिल पाता है.जिसको देखते हुए उन्होंने आर्यकन्या डिग्री कॉलेज में 5 ईयर लॉ के कोर्स की शुरुआत करने का प्रस्ताव भेजा था.जिसे इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने स्वीकार करते हुए 120 सीटों की मान्यता दे दी.जिसके बाद अब इसी सत्र से आर्यकन्या डिग्री कॉलेज में भी 5 वर्षीय लॉ की पढ़ाई शुरू की जा रही है.इससे बेटियों के वकालत की डिग्री लेने का सपना भी पूरा होगा.