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पदोन्नति से वंचित प्रबोधकों ने सरकार पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप, दी आंदोलन की चेतावनी - Prabodhak Sangh warning - PRABODHAK SANGH WARNING

Prabodhak Sangh warning, राज्य की भजनलाल सरकार से खफा प्रबोधकों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है. साथ ही पदोन्नति से वंचित रहे 5 हजार से अधिक प्रबोधकों को तत्काल वरिष्ठ प्रबोधक बनाते हुए द्वितीय श्रेणी अध्यापक के बराबर मिडिल स्कूल हेडमास्टर या सेकेंडरी सेटअप में विषय अध्यापक के रूप में पदोन्नति करने की मांग की है.

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Apr 7, 2024, 6:41 PM IST

प्रबोधक संघ राजस्थान के प्रदेश महामंत्री संजय कौशिक

जयपुर. पहले कांग्रेस सरकार और अब प्रदेश की भाजपा सरकार से खफा प्रबोधकों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है. पदोन्नति से वंचित रहे 5 हजार 392 प्रबोधकों को तत्काल वरिष्ठ प्रबोधक बनाते हुए द्वितीय श्रेणी अध्यापक के बराबर मिडिल स्कूल हेडमास्टर या सेकेंडरी सेटअप में विषय अध्यापक के रूप में पदोन्नति करने की मांग उठाई है. इस बार उन्होंने शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखकर मांग नहीं माने जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.

प्रदेश की पूर्ववर्ती गहलोत सरकार ने प्रबोधकों को वरिष्ठ प्रबोधक बनाकर पदोन्नत करने का वादा किया था, लेकिन उसे आधा अधूरा ही पूरा किया गया. प्रबोधक संघ के प्रदेश महामंत्री संजय कौशिक ने बताया कि पदोन्नति के स्थान पर लेवल-2 के प्रबोधक को वरिष्ठ प्रबोधक बनाकर मिडिल स्कूल हेडमास्टर या विषय अध्यापक बनाया जाना था, जबकि अनेक स्थानों पर उन्हें लेवल-1 पर लगाकर गहलोत सरकार ने पदावनत जैसा कार्य किया गया. इससे प्रबोधक कैडर में भारी आक्रोश है और उसका खामियाजा कांग्रेस सरकार को सत्ता से बेदखल होकर भुगतना पड़ा. उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार ने भी केवल वाहवाही की नीयत से घोषणा तो कर दी, लेकिन उसे क्रियान्वित नहीं किया. इससे प्रबोधक अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ें - प्रबोधकों के लंबित पदोन्नति के रास्ते खुले, जल्द होगा एनटीटी शिक्षकों की भर्ती मामले का निस्तारण

प्रदेश में भाजपा सरकार बनते ही शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने 5 फरवरी, 2024 को पदोन्नति से वंचित रहे 5 हजार 392 प्रबोधकों की पदोन्नति कर द्वितीय श्रेणी अध्यापक के बराबर पदोन्नति करने की घोषणा की थी. शिक्षा मंत्री ने इसे 31 मार्च, 2024 तक अमली जामा पहनाने को लेकर आश्वस्त किया था, लेकिन निर्धारित अवधि पूरी होने के बाद भी शिक्षा विभाग ने पदोन्नति के लिए पात्र बीएड और बीपीएड योग्यताधारी प्रबोधकों की अभी तक पात्रता सूची भी नहीं बनाई गई है. उन्होंने मांग की, कि सरकार को पदोन्नति से वंचित रहे 5 हजार 392 प्रबोधकों को तत्काल वरिष्ठ प्रबोधक बनाते हुए द्वितीय श्रेणी अध्यापक के बराबर मिडिल स्कूल हेडमास्टर या सेकेंडरी सेटअप में विषय अध्यापक के रूप में पदोन्नति किया जाए. यदि सरकार उनकी मांग नहीं मानती है तो लोकसभा चुनाव के बाद प्रबोधक संघ राजस्थान में बड़ा आंदोलन करेगा.

इसे भी पढ़ें - प्रबोधकों का सेटअप परिवर्तन नहीं करने पर हाईकोर्ट ने मांगा जवाब

प्रबोधक संघ की अन्य प्रमुख मांगें : वरिष्ठ प्रबोधक बन चुके 5 हजार प्रबोधकों को आगे की पदोन्नति देने के लिए व्याख्याता पद की पदोन्नति में 20 फीसदी कोटा निर्धारित किया जाए. इसके अलावा बीपीएड योग्यता धारी प्रबोधकों के लिए सरकार वरिष्ठ प्रबोधक शारीरिक शिक्षक द्वितीय श्रेणी पद पर पदोन्नति करने का प्रावधान करें.

प्रबोधक संघ राजस्थान के प्रदेश महामंत्री संजय कौशिक

जयपुर. पहले कांग्रेस सरकार और अब प्रदेश की भाजपा सरकार से खफा प्रबोधकों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है. पदोन्नति से वंचित रहे 5 हजार 392 प्रबोधकों को तत्काल वरिष्ठ प्रबोधक बनाते हुए द्वितीय श्रेणी अध्यापक के बराबर मिडिल स्कूल हेडमास्टर या सेकेंडरी सेटअप में विषय अध्यापक के रूप में पदोन्नति करने की मांग उठाई है. इस बार उन्होंने शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखकर मांग नहीं माने जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.

प्रदेश की पूर्ववर्ती गहलोत सरकार ने प्रबोधकों को वरिष्ठ प्रबोधक बनाकर पदोन्नत करने का वादा किया था, लेकिन उसे आधा अधूरा ही पूरा किया गया. प्रबोधक संघ के प्रदेश महामंत्री संजय कौशिक ने बताया कि पदोन्नति के स्थान पर लेवल-2 के प्रबोधक को वरिष्ठ प्रबोधक बनाकर मिडिल स्कूल हेडमास्टर या विषय अध्यापक बनाया जाना था, जबकि अनेक स्थानों पर उन्हें लेवल-1 पर लगाकर गहलोत सरकार ने पदावनत जैसा कार्य किया गया. इससे प्रबोधक कैडर में भारी आक्रोश है और उसका खामियाजा कांग्रेस सरकार को सत्ता से बेदखल होकर भुगतना पड़ा. उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार ने भी केवल वाहवाही की नीयत से घोषणा तो कर दी, लेकिन उसे क्रियान्वित नहीं किया. इससे प्रबोधक अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं.

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प्रदेश में भाजपा सरकार बनते ही शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने 5 फरवरी, 2024 को पदोन्नति से वंचित रहे 5 हजार 392 प्रबोधकों की पदोन्नति कर द्वितीय श्रेणी अध्यापक के बराबर पदोन्नति करने की घोषणा की थी. शिक्षा मंत्री ने इसे 31 मार्च, 2024 तक अमली जामा पहनाने को लेकर आश्वस्त किया था, लेकिन निर्धारित अवधि पूरी होने के बाद भी शिक्षा विभाग ने पदोन्नति के लिए पात्र बीएड और बीपीएड योग्यताधारी प्रबोधकों की अभी तक पात्रता सूची भी नहीं बनाई गई है. उन्होंने मांग की, कि सरकार को पदोन्नति से वंचित रहे 5 हजार 392 प्रबोधकों को तत्काल वरिष्ठ प्रबोधक बनाते हुए द्वितीय श्रेणी अध्यापक के बराबर मिडिल स्कूल हेडमास्टर या सेकेंडरी सेटअप में विषय अध्यापक के रूप में पदोन्नति किया जाए. यदि सरकार उनकी मांग नहीं मानती है तो लोकसभा चुनाव के बाद प्रबोधक संघ राजस्थान में बड़ा आंदोलन करेगा.

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प्रबोधक संघ की अन्य प्रमुख मांगें : वरिष्ठ प्रबोधक बन चुके 5 हजार प्रबोधकों को आगे की पदोन्नति देने के लिए व्याख्याता पद की पदोन्नति में 20 फीसदी कोटा निर्धारित किया जाए. इसके अलावा बीपीएड योग्यता धारी प्रबोधकों के लिए सरकार वरिष्ठ प्रबोधक शारीरिक शिक्षक द्वितीय श्रेणी पद पर पदोन्नति करने का प्रावधान करें.

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