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नवादा में इंश्योरेंस के नाम पर करोड़ों गटक गए बैंक अधिकारी, PNB के पूर्व शाखा प्रबंधक समेत 5 कर्मी निलंबित - Punjab National Bank Nawada

Bank fraud in Nawada: नवादा में करोड़ों रुपये गबन करने के आरोप में पंजाब नेशनल बैंक के पूर्व शाखा प्रबंधक समेत 5 कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. मामला सामने आने के बाद बैंकर्मियों में हड़कंप मच गया है. पढ़ें पूरी खबर.

नवादा में इंश्योरेंस के नाम पर करोड़ों गटक गए बैंक अधिकारी
नवादा में इंश्योरेंस के नाम पर करोड़ों गटक गए बैंक अधिकारी (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Aug 7, 2024, 1:25 PM IST

Updated : Aug 7, 2024, 1:31 PM IST

नवादाः बिहार के नवादा में बैंक में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारियों के द्वारा करोड़ों रुपये का गबन किया गया है. इस मामले में बैंक के द्वारा पूर्व शाखा प्रबंधन सहित 5 कर्मियों पर कार्रवाई की गयी है. सभी को एक साथ निलंबित कर दिया गया है. जिनपर कार्रवाई हुई है, उनमें पूर्व शाखा प्रबंधक राकेश रंजन, अभिनंदन कुमार, केशव कुमार, विकास कुमार -1, विकास कुमार-2, प्रमोद शरण शामिल हैं.

इंश्योरेंस के नाम पर गबनः मामला पुरानी बस स्टैंड स्थित पंजाब नेशनल बैंक का है. पंजाब नेशनल बैंक के जोनल हेड की निगरानी में जांच हो रही है. जैसे-जैसे बैंक कर्मियों की संलिप्ता सामने आ रही है. वैसे-वैसे कार्रवाई की जा रही है. बैंक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह पता चला है कि मेटलाइफ इंश्योरेंस कंपनी पंजाब नेशनल बैंक से टैगिंग है. यहीं से पंजाब नेशनल के अकाउंट होल्डरों को मेटलाइफ की जानकारी देकर उसका इंश्योरेंस कराया जाता था.

बैंक प्रबंधन की मिलीभगतः बैंक कर्मियों ने शाखा प्रबंधक से मिलीभगत कर मेटलाइफ नाम से एक अकाउंट अपने ब्रांच में खोल रखा था. ग्राहक से मेट लाइफ इंश्योरेंस में पैसा जमा करने के नाम पर चेक लेते थे. सालाना किश्त जमा करने के नाम पर उपभोक्ताओं से मोटी रकम लेते थे. इसके बाद अपने अकाउंट में क्रेडिट कर पैसा को डेबिट कर लेते थे.

500000 चेक लिये पर जमा नहीं हुआः पीड़ित उभोक्ता रजौली निवासी संजय कुमार अधिवक्ता ने बताया कि मार्च में उनसे मेटलाइफ में पैसा जमा करने के नाम पर ₹500000 का सेल्फ चेक लिया गया था. उनके खाते से पैसे की निकासी भी हो गई लेकिन आज तक मेट लाइफ इंश्योरेंस में पैसा नहीं जमा हो पाया है. इस पूरे महा घोटाला में मेट लाइफ इंशोयरेन्स कंपनी के कर्मी विजय कृष्ण का अहम भूमिका है. इसी के द्वारा रजौली पंजाब नेशनल बैंक में पदस्थापित पूर्व ब्रांच मैनेजर के साथ साठगांठ किया गया. इस तरह कितने ग्राहक को फंसाया गया है.

"मेटलाइफ में पैसा जमा करने के लिए बैंक के अधिकारी ने 50 लाख का सेल्फ चेक लिया था. बैंक से रुपए कट गए लेकिन इश्योरेंस कंपनी में जमा नहीं हुआ. शिकायत करने के बाद मामला सामने आया है. इसमें कर्मी और शाखा प्रबंधक की मिलीभगत है." -संजय कुमार, पीड़ित

पटना से पहुंची टीम कर रही जांचः बैंक के अन्य कर्मी के सहयोग से पंजाब नेशनल बैंक के भोले-भाले कस्टमर को मेटलाइफ में इंश्योरेंस में इन्वेस्ट करवाया गया. मामला सामने आने के बाद पंजाब नेशनल बैंक के वरीय अधिकारी के द्वारा बारीकी से जांच का आदेश दिया गया है. पिछले दो दिनों से पटना से आई जांच टीम मेट लाइफ इंशोयरेन्स से जुड़े एक एक दस्तावेज और इससे जुड़े कस्टमर को बुलाकर बारीकी से पूछताछ कर रही है. हालांकि इस मामले में कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है.

ऑनलाइन माध्यम से आप कैसे देख सकते हैं FIR? जानने के लिए देखें बिहार पुलिसवाणी

यह भी पढ़ेंः खून के नाम पर बड़ा घोटाला, किशनगंज सदर अस्पताल के ब्लड बैंक में करीब 57 लाख का गड़बड़झाला - SCAM IN KISHANGANJ

नवादाः बिहार के नवादा में बैंक में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारियों के द्वारा करोड़ों रुपये का गबन किया गया है. इस मामले में बैंक के द्वारा पूर्व शाखा प्रबंधन सहित 5 कर्मियों पर कार्रवाई की गयी है. सभी को एक साथ निलंबित कर दिया गया है. जिनपर कार्रवाई हुई है, उनमें पूर्व शाखा प्रबंधक राकेश रंजन, अभिनंदन कुमार, केशव कुमार, विकास कुमार -1, विकास कुमार-2, प्रमोद शरण शामिल हैं.

इंश्योरेंस के नाम पर गबनः मामला पुरानी बस स्टैंड स्थित पंजाब नेशनल बैंक का है. पंजाब नेशनल बैंक के जोनल हेड की निगरानी में जांच हो रही है. जैसे-जैसे बैंक कर्मियों की संलिप्ता सामने आ रही है. वैसे-वैसे कार्रवाई की जा रही है. बैंक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह पता चला है कि मेटलाइफ इंश्योरेंस कंपनी पंजाब नेशनल बैंक से टैगिंग है. यहीं से पंजाब नेशनल के अकाउंट होल्डरों को मेटलाइफ की जानकारी देकर उसका इंश्योरेंस कराया जाता था.

बैंक प्रबंधन की मिलीभगतः बैंक कर्मियों ने शाखा प्रबंधक से मिलीभगत कर मेटलाइफ नाम से एक अकाउंट अपने ब्रांच में खोल रखा था. ग्राहक से मेट लाइफ इंश्योरेंस में पैसा जमा करने के नाम पर चेक लेते थे. सालाना किश्त जमा करने के नाम पर उपभोक्ताओं से मोटी रकम लेते थे. इसके बाद अपने अकाउंट में क्रेडिट कर पैसा को डेबिट कर लेते थे.

500000 चेक लिये पर जमा नहीं हुआः पीड़ित उभोक्ता रजौली निवासी संजय कुमार अधिवक्ता ने बताया कि मार्च में उनसे मेटलाइफ में पैसा जमा करने के नाम पर ₹500000 का सेल्फ चेक लिया गया था. उनके खाते से पैसे की निकासी भी हो गई लेकिन आज तक मेट लाइफ इंश्योरेंस में पैसा नहीं जमा हो पाया है. इस पूरे महा घोटाला में मेट लाइफ इंशोयरेन्स कंपनी के कर्मी विजय कृष्ण का अहम भूमिका है. इसी के द्वारा रजौली पंजाब नेशनल बैंक में पदस्थापित पूर्व ब्रांच मैनेजर के साथ साठगांठ किया गया. इस तरह कितने ग्राहक को फंसाया गया है.

"मेटलाइफ में पैसा जमा करने के लिए बैंक के अधिकारी ने 50 लाख का सेल्फ चेक लिया था. बैंक से रुपए कट गए लेकिन इश्योरेंस कंपनी में जमा नहीं हुआ. शिकायत करने के बाद मामला सामने आया है. इसमें कर्मी और शाखा प्रबंधक की मिलीभगत है." -संजय कुमार, पीड़ित

पटना से पहुंची टीम कर रही जांचः बैंक के अन्य कर्मी के सहयोग से पंजाब नेशनल बैंक के भोले-भाले कस्टमर को मेटलाइफ में इंश्योरेंस में इन्वेस्ट करवाया गया. मामला सामने आने के बाद पंजाब नेशनल बैंक के वरीय अधिकारी के द्वारा बारीकी से जांच का आदेश दिया गया है. पिछले दो दिनों से पटना से आई जांच टीम मेट लाइफ इंशोयरेन्स से जुड़े एक एक दस्तावेज और इससे जुड़े कस्टमर को बुलाकर बारीकी से पूछताछ कर रही है. हालांकि इस मामले में कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है.

ऑनलाइन माध्यम से आप कैसे देख सकते हैं FIR? जानने के लिए देखें बिहार पुलिसवाणी

यह भी पढ़ेंः खून के नाम पर बड़ा घोटाला, किशनगंज सदर अस्पताल के ब्लड बैंक में करीब 57 लाख का गड़बड़झाला - SCAM IN KISHANGANJ

Last Updated : Aug 7, 2024, 1:31 PM IST
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