उज्जैन। पूर्व मंत्री व उज्जैन उत्तर से विधायक रहे भाजपा के कद्दावर नेता पारस चंद्र जैन सहित लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों पर लोकायुक्त ने भ्रष्टाचार के साथ ही अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है. लोकायुक्त ने इस मामले मे कुल 8 को नामजद आरोपी बनाया है. इसके साथ ही अन्य की नाम इसमें शामिल हैं. लोकायुक्त डीएसपी बसंत श्रीवास्तव ने बताया कि शिकायतकर्ता दिनेश चौहान निवासी देवास की शिकायत पर ये कार्रवाई हुई है.
विधायक निधि का गलत इस्तेमाल
शिकायत में लोकायुक्त को पता चला कि तत्कालीन विधायक पारस चंद्र जैन ने करोड़ों की राशि अपने निजी हित के लिए विधायक निधि की लोक निर्माण विभाग से स्वीकृत करवाई. अधिकारियों के साथ मिलकर पद का दुरुपयोग किया. लोकायुक्त ने जांच में पाया कि बॉउंड्री के लिए 153.72 लाख की राशि खर्च की जा चुकी है. इसके अलावा 44.76 लाख राशि की भी स्वीकृति हुई है, जिसका काम बाकी है. लोकायुक्त उज्जैन ने 8 नामजद और अन्य के विरुद्ध धारा 7, 13 (1) ए, 13(2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम एवं 420, 120बी के अंतर्गत प्रकरण पंजीबद्ध किया है.
अफसरों से मिलकर की गड़बड़ी
तत्कालीन विधायक उज्जैन उत्तर विधानसभा पारस चंद्र जैन, राजेन्द्र कुमार जैन तत्कालीन अधीक्षण यंत्री लोक निर्माण विभाग उज्जैन मण्डल, जी.पी. पटेल तत्कालीन कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग उज्जैन मण्डल, सीमा सागर अनुविभागीय अधिकारी लोक निर्माण विभाग उज्जैन, संदीप बेनीवाल अनुविभागीय अधिकारी लोक निर्माण विभाग संभाग उज्जैन, शरद त्रिपाठी उपयंत्री लोक निर्माण विभाग उज्जैन, गौतम अहिरवार कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग उज्जैन, डॉ. राजश्री सांकले जिला सांख्यिकी अधिकारी योजना एवं सांख्यिकी कार्यालय उज्जैन को आरोपी बनाया गया है.
ALSO READ: |
लोकायुक्त ने की जांच
लोकायुक्त का कहना है कि जांच में पाया गया कि पारस जैन ने अपनी पत्नी अंगुरबाला व भाई विमल कुमार जैन की पत्नी संगीता जैन के नाम से पांड्याखेड़ी क्षेत्र में जमीन की सुरक्षा हेतु बाउंड्री वाल बनवाने के लिए पिंगलेश्वर मार्ग पिल्याखाल नाले की सुरक्षा के नाम पर निजी जमीन की बॉउंड्री वॉल बनवाने के लिए ये गड़बड़ी की है. बॉउंड्री भी तय सीमा से 8-8 फीट ऊंची बनवाई. इससे स्पष्ट है कि पांड्याखेड़ी में निजी जमीन की शासकीय सीलिंग की जमीन पर पारस जैन द्वारा कब्जा किया गया है.