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Budget 2024 : लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार का अंतरिम बजट आज, राजस्थान की महिलाओं ने जताई अपनी उम्मीदें

मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल का अंतरिम बजट 1 फरवरी को पेश करने वाली हैं. इस बजट से सभी वर्ग को खास उम्मीद है. खास कर देश और प्रदेश की महिलाओं को. क्या है राजस्थान की महिलाओं की इस बजट से उम्मीद देखिए इस रिपोर्ट में.

Budget 2024
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 31, 2024, 7:27 PM IST

Updated : Feb 1, 2024, 7:39 AM IST

बजट से महिलाओं को उम्मीदें

जयपुर. लोकसभा चुनाव से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मोदी सरकार का अंतरिम बजट गुरुवार को पेश करने जा रही हैं. 1 फरवरी को पेश होने वाले इस अंतरिम बजट से आम और खास सभी को बड़ी उम्मीदें हैं. सरकार चुनाव को देखते हुए बजट में किसानों, महिलाओं, गरीबों और युवाओं को लुभाने की कोशिश करेगी. एक महिला जब वित्त मंत्री के तौर पर इस बजट को पेश करेंगी तो देश और प्रदेश की महिलाओं की अपेक्षा और बढ़ जाती है. यही वजह है कि प्रदेश की महिलाएं इस बजट से खास उम्मीद कर रही हैं.

टैक्सपेयर मिडिल क्लास पर फोकस हो : लेखक शिवांगी कहती हैं, "हम महिलाओं को एक बंधी बंधाई सैलरी में घर चलाना होता है. हमें मालूम है कि बजट कैसे बनाया जाता है और कितना जरूरी होता है. उससे सबको खुश नहीं रखा जा सकता है, जहां देश की बात आती है, तो यह बहुत ही मुश्किल है. चुनौती भरा है कि ऐसा बजट बनाया जाए जिसमें ज्यादा से ज्यादा लोगों को खुश किया जाए, लेकिन मैं जहां तक जानती हूं मोदी सरकार की कोशिश है कि पूरे देश की समृद्धि पर फोकस हो. उन्होंने बहुत कुछ ऐसा किया है जो पहले नहीं किया गया, तो मैं चाहती हूं कि इस बजट में भी इसी को कंटिन्यू करते हुए टैक्सपेयर मिडिल क्लास तबके पर थोड़ा ज्यादा ध्यान रखा जाए. इस बार उम्मीद करती हूं कि मोदी सरकार मिडिल क्लास के लिए कुछ विशेष राहत की बात करेगी."

इसे भी पढ़ें-जानें, कैसी रही देश का हिसाब-किताब रखने वाली वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की जर्नी

शिक्षित और सुरक्षित करने पर हो फोकस : महिला सुरक्षा और शिक्षा पर काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता डॉ मनीषा सिंह कहती है कि "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे शासनकाल का यह आखिरी बजट है और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस बजट को पेश करेंगी. जब एक महिला बजट पेश कर रही है तो राजस्थान ही नहीं बल्कि पूरे देश की महिलाओं की नजर उन पर होती है, ऐसे में इस बजट में उनसे अपेक्षा है कि बजट में महिलाओं और बच्चों का ज्यादा ध्यान रखा जाए, उनको शिक्षित और सुरक्षित बनाने के लिए प्रावधान किया जाए. साथ ही दूसरा मुद्दा है महंगाई. जब महिलाएं अपने घर को चलाती हैं तो कई बार उन्हें महंगाई से परेशानी होती है, ऐसे में इसे कम किया जाए. महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ उनकी सुरक्षा के भी कई प्रावधान आएं, हम यही अपेक्षा करते हैं."

आयुष्मान भारत योजना बजट : मिसेज एशिया इंटरनेशनल और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की ब्रांड एंबेसडर रहीं डॉ अनुपमा सोनी ने कहा कि "केंद्र सरकार अपना बजट पेश करने वाली है, ऐसे में हर व्यक्ति की ख्वाहिश है कि इस बार विकसित भारत मुहिम के आधार पर एक अच्छा बजट लेकर आएं, जिससे सभी को खुशियां मिले. मेरी अपेक्षा है कि आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी बहुत ज्यादा हैं, इसमें बजट बढ़ा देना चाहिए." अनुपमा ने कहा कि "इसके अलावा चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य में सरकार को बजट प्रावधान करना चाहिए. हमारे यहां के मेडिकल कॉलेजेस में बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर होना चाहिए.". उन्होंने कहा कि "इस बजट में मैं चाहती हूं कि इस बार महिलाओं के कौशल विकास के ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के लिए अलग से बजट निर्धारित होना चाहिए. बच्चों की डिफेंस ट्रेनिंग के लिए बजट का प्रावधान होना चाहिए.

इसे भी पढ़ें-बजट से पहले शेयर बाजार में दिखी रफ्तार, सेंसेक्स 540 अंक चढ़ा, निफ्टी 21,700 पर

किचन को देखते बजट पेश हो : ग्रहणी नीलम कटारा ने कहा कि "मैं एक हॉउस वाइफ हूं, ग्रहणी होने के नाते मुझे उम्मीद है कि जो बजट पेश हो रहा है, वो किचन को देख कर पेश किया जाए. महिलाओं के लिए घर के बजट को बनाए रखना बड़ी जिम्मेदारी होती है, ऐसे में बजट महंगाई से राहत देने वाला होना चाहिए." सीनियर सिटीजन संतोष शर्मा ने कहा कि "बजट में सीनियर सिटीजन का विशेष ध्यान रखा जाए, महिला वित्त मंत्री हैं तो गृहणियों को धयान में रखकर अच्छी घोषणा करें." वेदिका बंसल ने कहा कि "मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का ये आखरी बजट है, इस बजट में किचन के खर्च, बच्चों के खर्च, महिलाओं की जरूरत का ध्यान रखते हुए बजट पेश होना चाहिए.

बजट से महिलाओं को उम्मीदें

जयपुर. लोकसभा चुनाव से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मोदी सरकार का अंतरिम बजट गुरुवार को पेश करने जा रही हैं. 1 फरवरी को पेश होने वाले इस अंतरिम बजट से आम और खास सभी को बड़ी उम्मीदें हैं. सरकार चुनाव को देखते हुए बजट में किसानों, महिलाओं, गरीबों और युवाओं को लुभाने की कोशिश करेगी. एक महिला जब वित्त मंत्री के तौर पर इस बजट को पेश करेंगी तो देश और प्रदेश की महिलाओं की अपेक्षा और बढ़ जाती है. यही वजह है कि प्रदेश की महिलाएं इस बजट से खास उम्मीद कर रही हैं.

टैक्सपेयर मिडिल क्लास पर फोकस हो : लेखक शिवांगी कहती हैं, "हम महिलाओं को एक बंधी बंधाई सैलरी में घर चलाना होता है. हमें मालूम है कि बजट कैसे बनाया जाता है और कितना जरूरी होता है. उससे सबको खुश नहीं रखा जा सकता है, जहां देश की बात आती है, तो यह बहुत ही मुश्किल है. चुनौती भरा है कि ऐसा बजट बनाया जाए जिसमें ज्यादा से ज्यादा लोगों को खुश किया जाए, लेकिन मैं जहां तक जानती हूं मोदी सरकार की कोशिश है कि पूरे देश की समृद्धि पर फोकस हो. उन्होंने बहुत कुछ ऐसा किया है जो पहले नहीं किया गया, तो मैं चाहती हूं कि इस बजट में भी इसी को कंटिन्यू करते हुए टैक्सपेयर मिडिल क्लास तबके पर थोड़ा ज्यादा ध्यान रखा जाए. इस बार उम्मीद करती हूं कि मोदी सरकार मिडिल क्लास के लिए कुछ विशेष राहत की बात करेगी."

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शिक्षित और सुरक्षित करने पर हो फोकस : महिला सुरक्षा और शिक्षा पर काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता डॉ मनीषा सिंह कहती है कि "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे शासनकाल का यह आखिरी बजट है और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस बजट को पेश करेंगी. जब एक महिला बजट पेश कर रही है तो राजस्थान ही नहीं बल्कि पूरे देश की महिलाओं की नजर उन पर होती है, ऐसे में इस बजट में उनसे अपेक्षा है कि बजट में महिलाओं और बच्चों का ज्यादा ध्यान रखा जाए, उनको शिक्षित और सुरक्षित बनाने के लिए प्रावधान किया जाए. साथ ही दूसरा मुद्दा है महंगाई. जब महिलाएं अपने घर को चलाती हैं तो कई बार उन्हें महंगाई से परेशानी होती है, ऐसे में इसे कम किया जाए. महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ उनकी सुरक्षा के भी कई प्रावधान आएं, हम यही अपेक्षा करते हैं."

आयुष्मान भारत योजना बजट : मिसेज एशिया इंटरनेशनल और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की ब्रांड एंबेसडर रहीं डॉ अनुपमा सोनी ने कहा कि "केंद्र सरकार अपना बजट पेश करने वाली है, ऐसे में हर व्यक्ति की ख्वाहिश है कि इस बार विकसित भारत मुहिम के आधार पर एक अच्छा बजट लेकर आएं, जिससे सभी को खुशियां मिले. मेरी अपेक्षा है कि आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी बहुत ज्यादा हैं, इसमें बजट बढ़ा देना चाहिए." अनुपमा ने कहा कि "इसके अलावा चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य में सरकार को बजट प्रावधान करना चाहिए. हमारे यहां के मेडिकल कॉलेजेस में बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर होना चाहिए.". उन्होंने कहा कि "इस बजट में मैं चाहती हूं कि इस बार महिलाओं के कौशल विकास के ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के लिए अलग से बजट निर्धारित होना चाहिए. बच्चों की डिफेंस ट्रेनिंग के लिए बजट का प्रावधान होना चाहिए.

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किचन को देखते बजट पेश हो : ग्रहणी नीलम कटारा ने कहा कि "मैं एक हॉउस वाइफ हूं, ग्रहणी होने के नाते मुझे उम्मीद है कि जो बजट पेश हो रहा है, वो किचन को देख कर पेश किया जाए. महिलाओं के लिए घर के बजट को बनाए रखना बड़ी जिम्मेदारी होती है, ऐसे में बजट महंगाई से राहत देने वाला होना चाहिए." सीनियर सिटीजन संतोष शर्मा ने कहा कि "बजट में सीनियर सिटीजन का विशेष ध्यान रखा जाए, महिला वित्त मंत्री हैं तो गृहणियों को धयान में रखकर अच्छी घोषणा करें." वेदिका बंसल ने कहा कि "मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का ये आखरी बजट है, इस बजट में किचन के खर्च, बच्चों के खर्च, महिलाओं की जरूरत का ध्यान रखते हुए बजट पेश होना चाहिए.

Last Updated : Feb 1, 2024, 7:39 AM IST
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