जयपुर. सिंगर और एक्टर गुरु रंधावा अभिनेत्री सई मंजरेकर के साथ अपनी पहली फिल्म 'कुछ खट्टा हो जाए' के प्रमोशन के लिए सोमवार को जयपुर पहुंचे. फ़िल्म में हीर और हीरा की लव स्टोरी है. गुरु रंधावा ने कहा कि सिंगिंग कभी नहीं छोड़ सकता. मेरा बेस वही है. सिंगिंग और एक्टिंग दोनों में सुर पकड़ना होता है. मूवी में गाने भी मैंने ही गाए हैं. फिल्म का नाम भले ही 'कुछ खट्टा हो जाए' है, लेकिन यह एक पारिवारिक कहानी पर बनी साफ सुथरी फिल्म है. फिल्म में परिवार की बॉन्डिंग, आपसी प्रेम, अपनापन का एहसास और एक दूसरे के प्रति जिम्मेदारी के रंग देखने को मिलेंगे.
ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए सिंगर और एक्टर गुरु रंधावा ने कहा कि फिल्म को लेकर काफी एक्साइटमेंट हैं और उम्मीदें भी हैं. जिस तरह से सभी ने मुझे गानों में सपोर्ट किया है, उसी तरह फिल्म में भी बतौर एक्टर सपोर्ट करें. गुरु रंधावा ने कहा कि फिल्म में मेरी एक कॉलेज स्टूडेंट की भूमिका है, जिसे प्यार हो जाता है. फिल्म में मेरा नाम हीर है और हीर को हीरा से प्यार हो जाता है. हीर हीरा को सपोर्ट करता है. उन्होंने कहा कि जिसे आप दिल से प्यार करते हो तो उसका साथ दो.
गुरु रंधावा ने कहा कि फिल्म गर्ल एंपावरमेंट के विषय पर बनाई गई है. इस फिल्म में मैंने गाने भी गाए हैं. आगे भी गाने गाते रहूंगा और फिल्में भी करूंगा. मैं अब ओटीटी पर भी फिल्म बनाऊंगा. लाइफ में चैलेंज आएंगे तो लाइफ आगे जाएगी. सिंगिंग के साथ-साथ मैंने एक्टिंग को एक्सेप्ट किया है. मैंने पहले फिल्म की स्क्रिप्ट सुनी थी. पहली फिल्म थी, इसलिए एक्टिंग वर्कशॉप जॉइन की थी. फिल्म 'कुछ खट्टा हो जाए' महिला सशक्तिकरण का संदेश देती है. फिल्म में लड़कियों की शिक्षा के महत्व को बताया गया है. एक लड़की शिक्षित होती है, तो एक साथ दो परिवार समृद्ध होते हैं.
गुरु रंधावा ने युवाओं को दिया संदेश : गुरु रंधावा ने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि आप जो कर रहे हैं, वो करते रहे, अगर आपको सक्सेस नहीं मिला तो कोई बात नहीं. थोड़े टाइम बाद मिलेगा, लेकिन आपको रोज काम करना है. अपना और अपने माता-पिता का खयाल रखो.
पापा को बहुत पसंद आई स्क्रिप्ट : इस दौरान अभिनेत्री सई मंजरेकर ने कहा कि फिल्म में मेरा किरदार हीरा नाम की लड़की का है. हीरा हीर में अपना लाइफ पार्टनर ढूंढती है. फिल्म को लेकर बहुत एक्साइटेड हूं. स्क्रिप्ट सुनी और फिर पापा को बताई. फिल्म की स्क्रिप्ट पापा (फिल्म डायरेक्टर महेश मंजरेकर) को बहुत पसंद आई और उन्होंने फिल्म करने के लिए सलाह दी. हमेशा पापा की सलाह लेती हूं. गुरु रंधावा के साथ काम करने का अनुभव बहुत अच्छा रहा है. मूवी के दौरान गुरु और मैं दोनों दोस्त बन गए. इस फिल्म का निर्देशन जी अशोक ने किया है. अमित भाटिया, राज सलूजा, सुमित भाटिया और श्रद्धा चंदवरकर फिल्म के निर्माता हैं.