जयपुर : फिल्म अभिनेत्री तृप्ति डिमरी जयपुर में आई तो अपनी फिल्म के प्रमोशन के लिए थी, लेकिन यहां से फिल्म के बायकॉट की चेतावनी के साथ लौटीं. जयपुर के एक प्राइवेट होटल में फिक्की फ्लो के शक्ति कार्यक्रम में तृप्ति मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित थी, लेकिन उनके नहीं आने पर गुस्साई फिक्की फ्लो की महिलाओं ने जमकर हंगामा किया. फ्लो की चेयरपर्सन रघुश्री पोद्दार ने आरोप लगाया कि पहले तो उन्होंने टाइम चेंज कर दिया और फिर यहां आने के बजाए सीधे लौट गई. उन्होंने कहा कि यह फिक्की फ्लो का अपमान है. ऐसे में अब फिक्की फ्लो अपनी ताकत बताएगा और तृप्ति की फिल्म का बायकॉट किया जाएगा.
तृप्ति पर लगाए ये आरोपः फ्लो की पास्ट चेयरपर्सन और नेशनल फिक्की फ्लो मेम्बर अल्का बत्रा ने तृप्ति के पोस्टर पर ब्लैक मार्कर से क्रॉस लगा दिए. वहीं, अन्य मेंबर्स ने तृप्ति के पोस्टर पर कालिख भी पोती. फ्लो की चेयरपर्सन रघुश्री पोद्दार ने बताया कि सबकुछ पहले से तय होने के बाद तृप्ति का टॉक शो में आए बिना चले जाना ठीक नहीं है. सभी फ्लो मेम्बर्स उन्हें सुनने के लिए आई थी. जयपुर भी आई और यहां दूसरे इवेंट में शिरकत करके जयपुर एयरपोर्ट से वापस मुंबई चली गई. उनहोंने कहा कि अब फ्लो उनकी मूवी का बायकॉट करेगा.
इससे पहले राजकुमार राव और तृप्ति डिमरी जयपुर के एक प्राइवेट कॉलेज में भी पहुंचे. यहां छात्रों के सामने उन्होंने फिल्म के गानों पर डांस किया और कुछ डायलॉग भी बोले. वहीं, मीडिया से इंटरेक्ट करते हुए राजकुमार राव ने बताया कि वो अलग-अलग किरदारों को चुनने की कोशिश करते हैं. लोगों को ये नहीं कहना चाहिए कि राज सिर्फ खास तरह का सिनेमा ही करते हैं. वो कॉमेडी, ड्रामा, बायोपिक्स, हॉरर-कॉमेडी, एक्शन सब कुछ करना चाहते हैं. वो खुद को एक खांचे में नहीं रखना चाहते. बॉलीवुड में बड़े कहे जाने वाले स्टार्स के बीच अपनी जगह बनाने की बात पर राजकुमार राव ने कहा कि वो दर्शकों के भी बहुत आभारी हैं, क्योंकि दर्शकों ने उन्हें वैसे ही स्वीकार किया है, जैसे वो हैं. वो बहुत ही नॉर्मल प्लेस से आए हैं. वो पैसे और स्टारडम के साथ बड़े नहीं हुए.
नब्बे की दशक की कहानी : वहीं, फिल्म को लेकर उन्होंने कहा कि ये एक पारिवारिक कॉमेडी ड्रामा है. निर्देशक राज शांडिल्य ने इस कहानी के माध्यम से नब्बे के दशक में ले जाने की कोशिश की है. उस दौर में मनोरंजन के लिए गानों और फ़िल्मों के साथ ही पर्सनल वीडियो का प्रमुख साधन सीडी हुआ करती थी. राज शांडिल्य खुद ही इसके लेखक और निर्देशक हैं. फिल्म में वो विक्की का किरदार निभा रहे हैं, जो मेहंदी लगाने का काम करते हैं. एक सीक्वेंस में विक्की की मुलाकात विद्या से होती है. खूब नाच गाने और मस्ती के बाद इस कपल की शादी हो जाती है. ये कपल अपनी सुहागरात का एक वीडियो बनाते है, लेकिन भूल से उसकी सीडी गायब हो जाती है. इसी के साथ एक कॉमेडी ड्रामा शुरू होता है.
ईमानदारी से किया काम : अपनी पिछली फिल्म स्त्री-2 की सफलता के बारे में बात करते हुए राजकुमार राव ने कहा कि उन्हें यकीन था कि स्त्री-1 को जो प्यार मिला था, उसी तरह सीक्वल को भी खूब प्यार मिलेगा. स्त्री की बहुत बड़ी फैन-फॉलोइंग है, जिसमें वो भी शामिल हैं. वो खुद स्त्री के बहुत बड़े फैन हैं, लेकिन ये सफलता उनकी उम्मीदों से कहीं ज्यादा है. वो खुश और सुपर एक्साइटेड हैं. स्त्री-2 की सफलता का क्रेडिट उन्हें और श्रद्धा कपूर को देने पर राजकुमार राव ने कहा कि जब उनसे ये कहा जाता है कि फिल्म की सफलता राजकुमार राव की पर्सनल विक्ट्री है, तो उन्हें बेहद अच्छा लगता है, लेकिन उसके बावजूद वो ये मानते हैं कि फिल्म को लोगों ने पसंद किया, क्योंकि फिल्म अच्छी थी. उन्होंने अपना काम ईमानदारी से किया है और वो ऐसा ही काम लगातार करते रहना चाहते हैं.