मिर्जापुर : भदोही सांसद डॉ. विनोद बिंद के मझवां विधान सभा क्षेत्र के करसड़ा ग्राम सभा स्थित कार्यालय पर गुरुवार रात दिए गए भोज कार्यक्रम में जमकर लात-घूंसे चले. बताते हैं कि न्यौता करीब 200-250 लोगों के लिए ही था लेकिन इसमें 40 गांवों के एक हजार से ज्यादा लोग पहुंच गए. इसके बाद हालात बिगड़ गए. मीट के लिए झगड़ा हुआ और इसके बाद मारपीट शुरू हो गई. सांसद प्रतिनिधि ने इसे विपक्ष की चाल बताया है.
बकरे की बोटी न देने पर शुरू हुई मारपीट: बताया जाता है कि सांसद की ओर से मझवां में बकरे के मीट की दावत कार्यालय पर दी गई थी. भोज में अनुमान से ज्यादा लोग पहुंच गए. इस दौरान एक युवक को बकरे की बोटी की जगह जूस परोस दिया गया. इस पर युवक ने बोटी देने की बात करते हुए अपशब्द बोल दिया. जिस पर बाल्टी से बोटी बांट रहे युवक ने तमीज से बात करने की नसीहत दी, जो दूसरे युवक को नागवार गुजरी. उसने बोटी बांट रहे युवक को थप्पड़ जड़ दिया. इसके बाद दोनों पक्ष मारपीट करने लगे. इसमें बाल्टी व अन्य बर्तन के साथ हमला एक-दूसरे पर हमला किया गया. कार्यक्रम में भगदड़ मच गई. किसी तरह मामला शांत कराया गया. मारपीट में घायल युवक ने बताया कि किस प्रकार बोटी की जगह जूस मिलने पर भड़के युवक के थप्पड़ मारने से मामला मारपीट तक पहुंच गया. उसने फटे सिर और कपड़े पर पड़े खून के छींटों को दिखाया.
भोज में पहुंच गए थे अनुमान से ज्यादा लोग: इधर, भोज कार्यक्रम में मारपीट के दौरान ही कई लोग रोटी-बोटी बांधकर ले जाते दिखे. इधर, दोनों पक्ष भी वहां से चले गए. इसके बाद फिर से भोज कार्यक्रम शुरू किया गया. इस मामले की इलाके में काफी चर्चा रही. सांसद प्रतिनिधि उमा बिंद ने इसे विपक्ष की चाल बताया है. कहना है कि उपचुनाव में बिंद समाज को एकजुट करने के लिए दावत रखी गई थी. सिर्फ 200 लोगों को बुलाया गया था, लेकिन 1000 से भी ज्यादा लोग पहुंच गए. उन लोगों ने शराब पीकर मारपीट की. कहा कि सांसद विनोद बिंद कार्यक्रम से चले गए थे. हंगामा उनके जाने के एक घंटे बाद शुरू हुआ. हंगामे के बाद कुछ देर के लिए दावत बंद कर दी गई. लेकिन बाद में फिर से दावत शुरू कर दी गई.
यहां बता दें कि भदोही के सांसद डॉ. विनोद बिंद पहले मझवां से विधायक थे. बाद में लोकसभा चुनाव 2024 में भदोही से सांसद चुन लिए गए. इसके बाद इस सीट पर अगले 20 नवंबर को चुनाव होना है. इसके लिए भाजपा सहित सभी राजनीतिक दल प्रचार प्रसार कर रहे हैं.