वाराणसी : जिले के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में तब अफरा तफरी का माहौल मच गया, जब देर रात दो छात्र ग्रुप आपस में भीड़ गए. मामला ज्यादा बढ़ता देख मौके पर पहुंची पीएसी की टीम ने लाठी के बल पर छात्रों के बवाल को शांत कराया. हालांकि, अभी भी छात्रों का एक ग्रुप कार्रवाई की मांग को लेकर विरोध कर रहा है.
जानकारी के मुताबिक, मंगलवार की देर रात छात्र परिसर में टहल रहे थे तभी किसी बात को लेकर दो छात्र गुटों की आपस में बहस हो गई. बात इतनी बढ़ गई कि देखते ही देखते मामला हाथापाई और मारपीट में तब्दील हो गया. इस दौरान कुछ छात्रों को चोट भी आई है. मामला बढ़ता देख मौके पर पहुंची पीएसी ने छात्रों को समझाया. लेकिन, इस दौरान भी छात्र आपस में मारपीट कर रहे थे, तब माहौल को शांत करने के लिए पीएसी के जवानों को लाठियां भांजनी पड़ी, तब जाकर छात्र तितर-बितर हुए. इसके बाद अन्य थानों की पुलिस फोर्स बुलाकर माहौल शांत कराया गया.
बाहरी लोगों और छात्रों में मारपीट : इस बारे में विश्वविद्यालय की प्रोफेसर अमिता सिंह ने बताया कि थोड़ी देर पहले विश्वविद्यालय के गार्ड व सुपरवाइजर ने उन्हें मारपीट के बारे में जानकारी दी. मौके पर जाकर मामले को देखने के दिशा निर्देश दिए हैं. वह भी मौके पर पहुंचीं. उनका कहना है कि विश्वविद्यालय में माहौल बिगड़ने पर छात्रों ने ही पीएससी से मदद मांगी थी. पीएससी हमारे परिसर में आवश्यक है, ऐसे में पीएसी ने छात्रों की बात सुनकर पूरे मामले को शांत कराया. छात्रों का आरोप है कि पीएसी के साथ एक दो बाहरी लोग भी थे जिन्होंने छात्रों के साथ मारपीट की है. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है. दोषियों के ऊपर कारवाई की जाएगी.
छात्र कर रहे विरोध : एक छात्र ग्रुप का कहना है कि, मंगलवार की देर रात कुछ छात्र परिसर में टहल रहे थे तभी किसी बात को लेकर दो छात्र गुटों की आपस में बहस हो गई. बात इतनी बढ़ गई कि देखते ही देखते मामला हाथापाई और मारपीट में तब्दील हो गई. इस दौरान छात्र शिकायत लेकर पीएससी के जवानों के पास पहुंचे, जहां जवानों ने उन्हें हॉस्टल तक खदेड़ दिया. किसी तरीके से उन्होंने भागकर नरेंद्र देव छात्रावास पहुंचकर अपनी जान बचाई और साथियों और स्टाफ को घटना के बारे में जानकारी दी. छात्र अभी भी विरोध कर रहे हैं. उनकी मांग है कि, जल्द से जल्द दोषियों पर कार्रवाई हो. वहीं, सुरक्षा के मद्देनजर पूरे परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. पुलिस ने दोनों गेटों से आवागमन बंद कर दिया है.
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