कोडरमा: जिले की बेटियों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देकर सशक्त बनाया जा रहा है. लड़कियों को तलवारबाजी और लाठी भांजने की ट्रेनिंग दी जा रही है. योग गुरु लड़कियों को ट्रेनिंग दे रही हैं. बेटियां अब खुद को सुरक्षित बनाने और विषम परिस्थिति का मुकाबला करने के लिए खुद को तैयार कर रही हैं. कोडरमा के झुमरी तिलैया में यह प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया है, जहां योग्य प्रशिक्षकों की मदद से सुबह और शाम दो सत्रों में महिलाओं और छात्रों को तलवारबाजी और लाठी भांजने की ट्रेनिंग दी जा रही है.
जिले में अलग-अलग स्थानों में लगाया जाएगा शिविरः योग गुरु
इस संबंध में योग गुरु सुषमा सुमन ने बताया कि पूरे जिले में अलग-अलग जगहों पर इस तरह के शिविर लगाकर महिलाओं और छात्राओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जाएगा. फिलहाल झुमरी तिलैया में प्रतिदिन सुबह और शाम डेढ़ घंटे का यह सत्र आयोजित किया जा रहा है, जहां लाठीबाजी और तलवारबाजी के अलग-अलग प्रशिक्षक इन महिलाओं और छात्राओं को कलाबाजी सीखा रहे हैं.
सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग को छात्राओं ने बताया बेहद जरूरी
वहीं तलवारबाजी और लाठीबाजी की ट्रेनिंग ले रही छात्राओं का मानना है कि खुद की सुरक्षा के साथ-साथ हर समस्या से निपटने के लिए उन्हें तैयार रहना चाहिए और इसके लिए यह प्रशिक्षण बहुत जरूरी है.
कोडरमा में पहली बार तलवारबाजी और लाठीबाजी की ट्रेगिंग
यह पहला मौका है जब कोडरमा में महिलाओं और छात्राओं को इस तरह की ट्रेनिंग दी जा रही है. हालांकि सरकारी स्कूलों में आत्मरक्षा के लिए छात्राओं को कराटे और ताइक्वांडो की ट्रेनिंग दी जाती है, लेकिन तलवारबाजी और लाठी भांजने की ट्रेनिंग नहीं दी जाती है.
सुरक्षित समाज के निर्माण के लिए छात्राएं तैयार
वहीं प्रशिक्षण प्राप्त कर छात्राएं तलवारबाजी और लाठीबाजी में निपुण बनेंगी. छात्राएं खुद की सुरक्षा के साथ-साथ सुरक्षित समाज के निर्माण में अहम योगदान देने के लिए तैयार हो रही हैं.
ये भी पढ़ें-
कोडरमा में बनी वेब सीरीज पिशाचिनी रिलीज, स्थानीय कलाकारों को काम करने का मिला है मौका