बिलासपुर: महिलाएं अब पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है. ऐसी ही एक महिला है कमला पुसाम. जो अपनी 24 घंटे की ड्यूटी के साथ परिवार भी बखूबी संभाल रही है. इस अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर कोतवाली टीआई कमला पुसान से ETV भारत ने बात की और ढाई साल के बच्चे और परिवार के साथ किस तरह वह अपनी ड्यूटी करती है ये जाना.
कमला पुसाम बिलासपुर कोतवाली थाना में निरीक्षक के पद पर पदस्थ है. साल 2007 में पुलिस विभाग में भर्ती हुई. महर्षि रोड इलाके में अपने ढाई साल के बेटे के साथ रहती है. पति अक्सर काम के सिलसिले में बाहर रहते हैं. इस दौरान घर परिवार की जिम्मेदारी के साथ ही क्षेत्र में लॉ एंड ऑर्डर को भी बनाए रखने की पूरी कोशिश करती है.
बच्चे की जिद के कारण छिपकर जाना पड़ता है ड्यूटी: कमला पुसाम बताती हैं- "बच्चा छोटा है. कई बार ड्यूटी करने के लिए जाने नहीं देता, जिद करता है. इस दौरान बच्चे से छिपकर ड्यूटी के लिए जाना पड़ता है. कई बार ऐसा होता है कि बच्चे को अपने साथ ड्यूटी लेकर जाना पड़ता है. लेकिन ये सब मुश्किल नहीं है. समय के साथ सामन्जस्य बनाने पर चीजें अपने आप होने लगती है."
घर परिवार का साथ, पति का साथ, माता पिता, सास ससुर का साथ हो तो हर काम आसान हो जाता है- कमला पुसाम, इंस्पेक्टर, कोतवाली थाना
परिवार और कर्तव्य के बीच सामंजस्य जरूरी: कमला पुसाम की 24 घंटे की ड्यूटी है. थाना सहित थाना क्षेत्र के हजारों लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी उनके कंधे पर हैं. इस दौरान दोनों के बीच सामंजस्य बैठाने की भी कोशिश की लेकिन उन्होंने हमेशा परिवार से पहले अपनी ड्यूटी रखी.
सावन में सास ने घर में रुद्राभिषेक कराने की बात कही. उस दिन पहले थाने की ड्यूटी पहले की, फिर पूजा में शामिल हुई. पिता की पुण्यतिथि के कार्यक्रम में नहीं जा पाई. उसी दिन क्षेत्र में लॉ एंड ऑर्डर की समस्या हो गई जिससे पिता की पुण्यतिथि में नहीं जा पाई. इस बात का दुख आज भी रहता है. -कमला पुसाम, इंस्पेक्टर, कोतवाली थाना
परिवार का साथ बहुत जरूरी: इंस्पेक्टर कमला पुसाम ने संयुक्त परिवार पर बल दिया. उन्होंने कहा- संगठित परिवार बहुत जरूरी है. परिवार साथ रहने से छोटी बड़ी हर समस्या का समाधान हो जाता है. कोई भी काम मुश्किल नहीं होता.