हिसार: जिले के नारनौंद के कर्मचारी लिपिक सत्यवान ने उपनिदेशक की प्रताड़ना के चलते आत्महत्या कर ली. घटना के बाद उसकी गंभीर हालत के चलते उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया. पुलिस ने आत्महत्या के लिए मजबूर करने के केस में मामला दर्ज कर लिया.
मृतक के भाई सतीश ने बताया कि कर्मचारी बास बादशाहपुर निवासी सत्यवान अविवाहित था और वह सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय चंडीगढ़ में लिपिक के पद पर तैनात था. सत्यवान का चयन कर्मचारी चयन आयोग से हुआ था. वर्ष 2015 से 2021 तक वह केरल में तैनात रहा है. वर्ष 2021 में उसका तबादला चंडीगढ़ में हो गया था. सत्यवान ड्यूटी पर गया हुआ था और शाम को घर लौटा था. इस दौरान वह मानसिक रुप से परेशान था. जब कारण पूछा गया तो उसने बताया कि विभाग की उपनिदेशक उसे प्रताड़ित करती है. रात करीब 11 बजे सत्यवान ने सुसाइड कर लिया और इसकी सूचना उसने घटना से पहले ही फोन पर परिजनों को दे दी थी. सूचना के बाद मौके पर पहुंचे परिजनों ने उसकी गंभीर हालत देखते हुए हिसार के निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया.
पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज : नारनौंद के डीएसपी राज सिंह ने बताया कि मृतक के भाई सतीश के बयान पर उपनिदेशक के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. साथ ही एफएसएल की टीम को मौके पर बुलाया गया. पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है.
इसे भी पढ़ें : हरियाणा में महिला ने घर में किया सुसाइड, दो मासूमों के शव भी पड़े मिले, इलाके में हड़कंप