कुशीनगर: यूपी के कुशीनगर पुलिस ने बुधवार को फलहारी बाबा हत्याकांड का खुलासा कर दिया है. 40 घंटे की कड़ी मेहनत और जांच के बाद पुलिस ने बर्वापट्टी थानाक्षेत्र के गांव अमवा खास (खपरधिक्का) निवासी राजकरन महतो और मित्र बिहार के भीतहा निवासी मनोज शर्मा को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने पुजारी की हत्या की वजह पिता का प्रतिशोध (बदला) बताया हैं.
एसपी संतोष मिश्रा ने बताया कि बर्वापट्टी थानाक्षेत्र में मंदिर के पुजारी बालक नाथ उर्फ फलहारी बाबा के हत्या का पुलिस ने 40 घंटे के भीतर खुलासा किया है. इसमें दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस की पूछताछ में मुख्य अभियुक्त राजकरन महतो ने बताया कि उसका सबसे छोटा बेटा नन्दलाल, जिसकी उम्र 9 साल थी जो फलहारी बाबा के साथ मन्दिर पर रहता था. वह बाबा जी की देखभाल करता था. 3-4 साल पहले किसी बात को लेकर पुजारी बाबा ने बेटे नंदलाल को मन्दिर से डाटा मार खदेड़ दिया, जिसके बाद बेटे ने नारायणी नदी में कूद अपनी जान दे दिया. तभी से राजकरन पुजारी बाबा को दोषी मानता था.
आरोपी ने पुलिस को पूछताछ में आगे बताया कि रविवार रात में अपने बिहार के मित्र संघ वह मंदिर पहुंचा और कमरे में ही पुजारी पर चाकुओं से हमला कर दिया. इसके बाद पुजारी भाग कर सड़क पर आए और गिर गए, वहां भी आरोपियों ने उनपर वार किया, जिससे पुजारी की मौत हो गई है.
वहीं, मंगलवार को मकर संक्रांति के दिन फलहारी बाबा का अंतिम संस्कार राम जानकी मन्दिर परिसर में हुआ. अन्तिम संस्कार में हजारों की संख्या में ग्रामीण पहुंचे. इस दौरान पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू भी मौजूद रहे. एसपी संतोष मिश्रा ने बताया कि हत्यारोपियों को जेल भेजा जा रहा है.
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