पटना: पिछले कई दिनों से घने कोहरे के कारण पटना के मसौढी अनुमंडल में 100 एकड़ में लगे आधे से अधिक आलू की फसल प्रभावित हुई है. जिसको लेकर किसानों की परेशानी बढ गई है. ठंड के मौसम में आलू के साथ-साथ अन्य फसलों पर झुलसा रोग लग रहा है.
आलू की फसल पर झुलसा रोग: कपकपाती ठंड के कारण पाला पड़ने से आलू की फसल, झुलसा रोग से ग्रसित हो गई है. किसान दवा का छिड़काव कर रहे हैं, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हो रहा. जिससे किसानों को आर्थिक रूप से काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है. किसानों का कहना है कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो, उनको खाने-पीने के भी लाले पड़ जाएंगे.
किसान ने बताई परेशानी: मसौढ़ी के जगपुरा गांव के किसान सीताराम सिंह ने बताया कि 'कोहरा और ठंड होने के कारण मधुमक्खियां फसल पर नहीं पहुंच पाती हैं. जिसके कारण सरसों, मटर आदि के फसलों में परागण ठीक से नहीं हो पता है. जिससे फलिया में दाना नहीं बनता है. धूप नहीं रहने के कारण पौधों को पोषक तत्व नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में आलू की पत्तियां पीली और काली हो जाती हैं.'
ठंड की वजह से अन्य फसल बर्बाद: ठंड की मार झेल रहे किसानों का कहना है कि रबी की फसल ठंड के बगैर नहीं होती है, लेकिन अगर ज्यादा ठंड हो जाए इससे नुकसान भी होता है. इस समय मटर, आलू, बताऊ जैसी सब्जियों की फसल में फलियां बन रही है. लेकिन पाला गिरने से फलियों में पनप रहे दाने पर बर्फ जम गया है.
कृषि सलाहकारों ने किसानों को दी सलाह: ऐसे में सभी किसान सलाहकार अपने क्षेत्र में किसानों से मिलकर उन्हें दवाई के बारे में जागरूक कर रहे हैं. उनके अनुसार ज्यादातर किसान अपने खेतों में सिर्फ यूरिया, डाई और पोटाश आदि डालते हैं. जबकि खेत की जमीन को सल्फर, कैल्शियम समेत कई माइक्रो न्यूट्रिएंट्स की आवश्यकता है.