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बंगाल से बीज लाकर शुरू की गेंदा की खेती, लागत से तीन गुणा ज्यादा मुनाफा कमा रहे किसान - Marigold cultivation in Sheohar - MARIGOLD CULTIVATION IN SHEOHAR

Marigold cultivation in Sheohar: शिवहर में गेंदा की खेती से किसान मालामाल हो रहे हैं. यहां के किसान बंगाल से बीज लाकर गेंदा की खेती कर रहे हैं, जिससे उन्हें लागत की तुलना में तीन गुणा मुनाफा हो रहा है. पढ़ें पूरी खबर.

शिवहर में गेंदे की खेती
शिवहर में गेंदे की खेती
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Apr 9, 2024, 1:43 PM IST

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शिवहर: मंदिर में पूजा हो, शादी हो या फिर कोई शानदार पार्टी, सभी जगह गेंदा के फूल की जरूरत पड़ती है. गेंदा की खुशबु शिवहर के किसानों की जिंदगी महका रही है. गेंदा की खेती में फायदा को देखते हुए, यहां के किसान बड़े पैमाने पर पारंपरिक खेती छोड़कर फूलों की खेती की ओर रुख कर रहे हैं.

पिछले 10 साल से गेंदा की खेती: जिले के तरियानी प्रखंड के बेलहिया पंचायत वार्ड 10 के रहने वाले किसान ललन भगत अपने गांव की खाली जमीन में लगभग 10 वर्षों से गेंदा की खेती करते आरहे हैं. ललन भगत का कहना है कि 'अगर किसान नियमित फसल के साथ अतिरिक्त आय लेना चाहते हैं, तो वह खाली पड़ी जमीन पर गेंदे की खेती करके काफी अच्छी कमाई कर सकते हैं.'

कम लागत में लाखों का मुनाफा: किसान ललन भगत ने बताया कि, इससे पहले वह सरसों, गेंहू, मक्के की खेती करते थे. लेकिन उसकी खेती में लागत जितना भी मुनाफा नहीं होता था. खाद, बीज, पानी में ही लागत अधिक होने से मुनाफा कम होता था, जिसके बाद उन्होंने सोचा की फूलों की खेती की जाए. फिर परंपरागत खेती छोड़ फूलों की खेती शुरू की, तो अच्छा मुनाफा हुआ. अब तो महिने में लाख तक मुनाफा पहुंच जाता है.

शिवहर में गेंदे की खेती
गेंदा की खेती से लाखों का मुनाफा

फूलों की प्रतिष्ठान में करते हैं बिक्री: उन्होंने बताया कि जिले में उनका फूल भंडार के नाम से फूलों का प्रतिष्ठान भी है, जो काफी मशहूर है. वह उनके राजस्व का बेहतरीन साधन है. बताया कि उस प्रतिष्ठान से लोग फूल लेकर बेचने के लिए बाहर भी जाते हैं. थोक और खूदरा दोनों तरह से उनके दुकान में फूलों की बिक्री की जाती है.

"गेंहू, सरसों जैसी फसल में ज्यादा मुनाफा न मिलने से खेती का ट्रेंड बदलना शुरू कर दिया है. यहां अब परंपरागत खेती को छोड़ फूलों की खेती पर कार्य किया जा रहा है. खास बात यह है कि इससे अच्छी आमदनी भी हो रही है. महीने में लाखों रुपए की बचत हो रही है, जिससे सभी किसान वर्गो के लोग खूब उत्साहित हैं."- ललन भगत, किसान

शादी-पार्टी बढ़ जाती है डिमांड: उन्होंने बताया कि गेंदा की खुशबु और खुबसूरती के कारण उसकी डिमांड हर तरह के अवसर पर उसका इस्तेमाल किया जाता है. शादी-विवाह के सीजन में बेचने पर अच्छी आमद मिलती है. एक शादी के सीजन में एक बार में अगर फूलों को बेचते हैं, तो 50 हजार रूपये कमाते हैं, जिससे अब उनकी स्थिति काफी बेहतर हो गई है.

बंगाल से बीज मंगाकर खेती: ललन भगत ने बताया कि रिश्तेदार से फूल की खेती का आइडिया मिला. जिसके बाद हर तीन महीने में बंगाल से बीज लाकर गेंदा फूल की खेती करनी शुरू की. एक सीजन में लागत से 3 गुणा ज्यादा मुनाफा आता है. बहरहाल अब वह गेंदा की खेती कर काफी खुश हैं. वहीं उनसे प्रेरणा लेकर दूसरे किसान भी गेंदा की खेती से जुड़कर लाखों का मुनाफा कमा रहे हैं.

"1 भींगे खेत पर गेंदे की खेती में 30 हजार लागत लगती है और 90 दिनों के भीतर कली देने लगती है. लागत से 3 गुणा मुनाफा मिलता है. गेंदे की खेती से हमारी जिंदगी बदल गई है."- ललन भगत, किसान

ये भी पढ़ें: मुजफ्फरपुर में खिल रहा अफ्रीकन किस्म वाला गेंदा फूल, टिशू कल्चर की मदद से तैयार हो रहे पौधे

ये भी पढ़ें: कभी गोलियों की तड़तड़ाहट से थर्राता था इलाका, आज रंग-बिरंगे फूलों से बदली फिजा

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शिवहर: मंदिर में पूजा हो, शादी हो या फिर कोई शानदार पार्टी, सभी जगह गेंदा के फूल की जरूरत पड़ती है. गेंदा की खुशबु शिवहर के किसानों की जिंदगी महका रही है. गेंदा की खेती में फायदा को देखते हुए, यहां के किसान बड़े पैमाने पर पारंपरिक खेती छोड़कर फूलों की खेती की ओर रुख कर रहे हैं.

पिछले 10 साल से गेंदा की खेती: जिले के तरियानी प्रखंड के बेलहिया पंचायत वार्ड 10 के रहने वाले किसान ललन भगत अपने गांव की खाली जमीन में लगभग 10 वर्षों से गेंदा की खेती करते आरहे हैं. ललन भगत का कहना है कि 'अगर किसान नियमित फसल के साथ अतिरिक्त आय लेना चाहते हैं, तो वह खाली पड़ी जमीन पर गेंदे की खेती करके काफी अच्छी कमाई कर सकते हैं.'

कम लागत में लाखों का मुनाफा: किसान ललन भगत ने बताया कि, इससे पहले वह सरसों, गेंहू, मक्के की खेती करते थे. लेकिन उसकी खेती में लागत जितना भी मुनाफा नहीं होता था. खाद, बीज, पानी में ही लागत अधिक होने से मुनाफा कम होता था, जिसके बाद उन्होंने सोचा की फूलों की खेती की जाए. फिर परंपरागत खेती छोड़ फूलों की खेती शुरू की, तो अच्छा मुनाफा हुआ. अब तो महिने में लाख तक मुनाफा पहुंच जाता है.

शिवहर में गेंदे की खेती
गेंदा की खेती से लाखों का मुनाफा

फूलों की प्रतिष्ठान में करते हैं बिक्री: उन्होंने बताया कि जिले में उनका फूल भंडार के नाम से फूलों का प्रतिष्ठान भी है, जो काफी मशहूर है. वह उनके राजस्व का बेहतरीन साधन है. बताया कि उस प्रतिष्ठान से लोग फूल लेकर बेचने के लिए बाहर भी जाते हैं. थोक और खूदरा दोनों तरह से उनके दुकान में फूलों की बिक्री की जाती है.

"गेंहू, सरसों जैसी फसल में ज्यादा मुनाफा न मिलने से खेती का ट्रेंड बदलना शुरू कर दिया है. यहां अब परंपरागत खेती को छोड़ फूलों की खेती पर कार्य किया जा रहा है. खास बात यह है कि इससे अच्छी आमदनी भी हो रही है. महीने में लाखों रुपए की बचत हो रही है, जिससे सभी किसान वर्गो के लोग खूब उत्साहित हैं."- ललन भगत, किसान

शादी-पार्टी बढ़ जाती है डिमांड: उन्होंने बताया कि गेंदा की खुशबु और खुबसूरती के कारण उसकी डिमांड हर तरह के अवसर पर उसका इस्तेमाल किया जाता है. शादी-विवाह के सीजन में बेचने पर अच्छी आमद मिलती है. एक शादी के सीजन में एक बार में अगर फूलों को बेचते हैं, तो 50 हजार रूपये कमाते हैं, जिससे अब उनकी स्थिति काफी बेहतर हो गई है.

बंगाल से बीज मंगाकर खेती: ललन भगत ने बताया कि रिश्तेदार से फूल की खेती का आइडिया मिला. जिसके बाद हर तीन महीने में बंगाल से बीज लाकर गेंदा फूल की खेती करनी शुरू की. एक सीजन में लागत से 3 गुणा ज्यादा मुनाफा आता है. बहरहाल अब वह गेंदा की खेती कर काफी खुश हैं. वहीं उनसे प्रेरणा लेकर दूसरे किसान भी गेंदा की खेती से जुड़कर लाखों का मुनाफा कमा रहे हैं.

"1 भींगे खेत पर गेंदे की खेती में 30 हजार लागत लगती है और 90 दिनों के भीतर कली देने लगती है. लागत से 3 गुणा मुनाफा मिलता है. गेंदे की खेती से हमारी जिंदगी बदल गई है."- ललन भगत, किसान

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