ETV Bharat / state

राकेश टिकैत के खिलाफ किसान नेता ने दर्ज कराया परिवाद, कोर्ट ने भेजा नोटिस, जानिए क्या है मामला

रासुका लगाने की मांग की गई, 6 नवंबर को कोर्ट ने हाजिर होने को कहा

राकेश टिकैत को कोर्ट ने भेजा नोटिस.
राकेश टिकैत को कोर्ट ने भेजा नोटिस. (Photo Credit; ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 25, 2024, 5:07 PM IST

Updated : Oct 25, 2024, 6:07 PM IST

मेरठ: भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के विरुद्ध मेरठ की एक अदालत से नोटिस जारी किया गया है. उन्हें आगामी 6 नवंबर को कोर्ट में हाजिर होने के लिए कहा गया है. टिकैत के बयान से आहत होकर एक किसान नेता ने मेरठ में न्यायलय में परिवाद दाखिल किया था. जिसपर कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए राकेश टिकैत को नोटिस जारी कर कोर्ट में तलब किया है.

राकेश टिकैत को कोर्ट ने भेजा नोटिस. (Video Credit; ETV Bharat)

मेरठ में भारतीय किसान यूनियन अटल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित चौधरी ने भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के खिलाफ वाद दाखिल किया था. जिसको लेकर अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट ने राकेश टिकैत को अपना पक्ष कोर्ट में रखने के लिए समन भेजा है. जिसमें लिखा है कि राकेश टिकैत 6 नवंबर को कोर्ट में पेश होकर अपना पक्ष रखें. बता दें कि कुछ माह पूर्व मेरठ में पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की एमडी के दफ्तर में मीडिया से बातचीत के दौरान टिकैत के बयान से आहत आगरा के अमित चौधरी ने वाद दायर किया था.

वाद दायर करने वाले अमित चौधरी भारतीय किसान यूनियन ( अटल) के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. कहा कि राकेश टिकैत का ही दावा है कि 26 जनवरी 2021 को दिल्ली में लाखों की संख्या में किसान उनके नेतृत्व में ट्रैक्टर लेकर दिल्ली में थे. आरोप है कि टिकैत ने ही दिल्ली में लोगों को उकसाकर लाल किले में खालिस्तानी झंडा लगवाया था. ऐसे गंभीर मामले में उनपर रासूका जैसी कार्रवाई होनी चाहिए. अमित चौधरी ने इससे पूर्व अगस्त में मेरठ में एसएसपी से मिलकर राकेश टिकैत के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत क़र कार्रवाई की मांग की थी.

अमित चौधरी का यह भी आरोप है कि सिख फॉर जस्टिस ( एसएफजे ) जो कि अलगाववादी समूह है, उसके फाउंडर आतंकी पन्नू द्वारा एक पुरस्कार राशि की घोषणा की गई थी. उसे पाने के लिए ही दिल्ली के किसान आंदोलन को किया गया था. अमित चौधरी ने कहा कि किसानों के हित में तीन कानून थे, जिनका जान बूझकर विरोध किया गया था. अमित चौधरी के अधिवक्ता विनोद कुमार ने बताया कि न्यायालय ने 6 नवंबर को राकेश टिकैत को कोर्ट में हाजिर रहने के लिए नोटिस जारी किया है.

राकेश टिकैत का विवादास्पद बयान: बागपत के बड़ौत में भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने एक बयान में बीजेपी पर हिंदू - मुस्लिम दंगा कराने का आरोप लगाते हुए मुस्लिमों को हिदायत दी है.कहा कि बीजेपी का निशाना मुस्लिम समुदाय है इसलिए मुस्लिम चुप होकर अपने घरों में रहें. देश में हिंदुओ की सरकार हैं फिर भी 20% मुसलमानों से 80% हिंदूओं को खतरा है. कहा कि इसलिए अगर मुसलमानों ने कुछ कहा तो उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा और घरों को तोड़ दिया जाएगा. गन्ना भुगतान को लेकर उन्होंने किसानों से आंदोलन की बात कही. टिकैत ने मलकपुर मिल का हवाला देते हुए कहा कि भुगतान ऐसे नहीं मिलेगा जब तक इनकी दूसरी मिल को बंद नहीं कराया जाता. जिसके लिए100 ट्रैक्टर व 1000 लोगों की भीड़ की ज़रूरत है.

यह भी पढ़ें : मेरठ में गैंग बनाकर लूट करने वाले दो कांस्टेबल सस्पेंड, राजस्थान के झुंझुनू में कारोबारी का किया था अपहरण

मेरठ: भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के विरुद्ध मेरठ की एक अदालत से नोटिस जारी किया गया है. उन्हें आगामी 6 नवंबर को कोर्ट में हाजिर होने के लिए कहा गया है. टिकैत के बयान से आहत होकर एक किसान नेता ने मेरठ में न्यायलय में परिवाद दाखिल किया था. जिसपर कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए राकेश टिकैत को नोटिस जारी कर कोर्ट में तलब किया है.

राकेश टिकैत को कोर्ट ने भेजा नोटिस. (Video Credit; ETV Bharat)

मेरठ में भारतीय किसान यूनियन अटल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित चौधरी ने भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के खिलाफ वाद दाखिल किया था. जिसको लेकर अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट ने राकेश टिकैत को अपना पक्ष कोर्ट में रखने के लिए समन भेजा है. जिसमें लिखा है कि राकेश टिकैत 6 नवंबर को कोर्ट में पेश होकर अपना पक्ष रखें. बता दें कि कुछ माह पूर्व मेरठ में पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की एमडी के दफ्तर में मीडिया से बातचीत के दौरान टिकैत के बयान से आहत आगरा के अमित चौधरी ने वाद दायर किया था.

वाद दायर करने वाले अमित चौधरी भारतीय किसान यूनियन ( अटल) के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. कहा कि राकेश टिकैत का ही दावा है कि 26 जनवरी 2021 को दिल्ली में लाखों की संख्या में किसान उनके नेतृत्व में ट्रैक्टर लेकर दिल्ली में थे. आरोप है कि टिकैत ने ही दिल्ली में लोगों को उकसाकर लाल किले में खालिस्तानी झंडा लगवाया था. ऐसे गंभीर मामले में उनपर रासूका जैसी कार्रवाई होनी चाहिए. अमित चौधरी ने इससे पूर्व अगस्त में मेरठ में एसएसपी से मिलकर राकेश टिकैत के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत क़र कार्रवाई की मांग की थी.

अमित चौधरी का यह भी आरोप है कि सिख फॉर जस्टिस ( एसएफजे ) जो कि अलगाववादी समूह है, उसके फाउंडर आतंकी पन्नू द्वारा एक पुरस्कार राशि की घोषणा की गई थी. उसे पाने के लिए ही दिल्ली के किसान आंदोलन को किया गया था. अमित चौधरी ने कहा कि किसानों के हित में तीन कानून थे, जिनका जान बूझकर विरोध किया गया था. अमित चौधरी के अधिवक्ता विनोद कुमार ने बताया कि न्यायालय ने 6 नवंबर को राकेश टिकैत को कोर्ट में हाजिर रहने के लिए नोटिस जारी किया है.

राकेश टिकैत का विवादास्पद बयान: बागपत के बड़ौत में भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने एक बयान में बीजेपी पर हिंदू - मुस्लिम दंगा कराने का आरोप लगाते हुए मुस्लिमों को हिदायत दी है.कहा कि बीजेपी का निशाना मुस्लिम समुदाय है इसलिए मुस्लिम चुप होकर अपने घरों में रहें. देश में हिंदुओ की सरकार हैं फिर भी 20% मुसलमानों से 80% हिंदूओं को खतरा है. कहा कि इसलिए अगर मुसलमानों ने कुछ कहा तो उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा और घरों को तोड़ दिया जाएगा. गन्ना भुगतान को लेकर उन्होंने किसानों से आंदोलन की बात कही. टिकैत ने मलकपुर मिल का हवाला देते हुए कहा कि भुगतान ऐसे नहीं मिलेगा जब तक इनकी दूसरी मिल को बंद नहीं कराया जाता. जिसके लिए100 ट्रैक्टर व 1000 लोगों की भीड़ की ज़रूरत है.

यह भी पढ़ें : मेरठ में गैंग बनाकर लूट करने वाले दो कांस्टेबल सस्पेंड, राजस्थान के झुंझुनू में कारोबारी का किया था अपहरण

Last Updated : Oct 25, 2024, 6:07 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.