भरतपुर. जिले के एक किसान ने आर्थिक तंगी और सरसों की पैदावार कम होने से दुखी होकर जान देने की कोशिश की थी, जिसे जिले के चिकसाना क्षेत्र के गांव पीपला निवासी किसान को परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया था. सोमवार देर रात को 8 दिन बाद किसान ने दम तोड़ दिया. वहीं, मंगलवार को मृतक का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया.
चिकसाना थाना के एएसआई राजकुमार ने बताया कि गांव पीपला निवासी भरत (61) पुत्र वेद प्रकाश खेत पर सरसों की फसल उठाने गए थे. सरसों की पैदावार कम हुई थी, जिससे दुखी होकर भरत ने 10 जुलाई को अपने खेत में आत्महत्या करने की कोशिश की. पास के खेतों में काम कर रहे ग्रामीणों को जैसे ही घटना के बारे में पता चला, वे मौके पर पहुंच किसान भरत को बचाने की कोशिश की. जिसके बाद ग्रामीणों और परिजनों ने किसान भरत को आरबीएम अस्पताल में भर्ती कराया.
किसान भरत का करीब 8 दिन तक आरबीएम अस्पताल में उपचार चला, लेकिन सोमवार देर रात को उसने दम तोड़ दिया. मंगलवार दोपहर को मृतक किसान का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया. मृतक के चाचा एवं पूर्व सरपंच राजाराम ने बताया कि किसान भरत की एक बीघा सरसों की फसल में तनागलन रोग लग गया था. जब सरसों की फसल निकलवाई तो एक बीघा में सिर्फ साढ़े तीन मन पैदावार हुई. इससे किसान भरत दुखी था. किसान आर्थिक तंगी से भी गुजर रहा था.