भरतपुर: साइबर ठगों के खिलाफ चलाए जा रहे हैं अभियान ऑपरेशन एंटीवायरस के तहत पुलिस ने एक शातिर ठग को गिरफ्तार किया है. यह ठग खुद को बीएसएफ का पूर्व कर्मी और वर्तमान में स्पेशल टीम का इंचार्ज बताकर ठगों से ठगी करता था. फेसबुक और व्हाट्सएप पर आर्मी वर्दी का फोटो लगा रखा था. अपराधी के साथ ही उसके दो अन्य अपराधी साथियों को भी गिरफ्तार किया गया है.
आईजी राहुल प्रकाश ने बताया कि हमें कई दिन से फर्जी पुलिसकर्मी द्वारा ठगी करने की सूचना मिल रही थी. इस पर तकनीकी सहायता एवं आसूचना के आधार पर स्पेशल टीम द्वारा फर्जी पुलिसकर्मी बनकर वसूली करने वाले अलवर के लक्ष्मणगढ़ के गांव गोर पहाड़ी निवासी फरीद ऊर्फ राहुल पुत्र मानु ऊर्फ मानसिंह को गिरफ्तार किया है. अलवर निवासी दो अन्य साथियों को भी गिरफ्तार किया गया है.
ऐसे करते थे ठगों से ठगी: आईजी राहुल प्रकाश ने बताया कि फरीद ऊर्फ राहुल ने फौजी वर्दी सिला रखी है. गांव में सभी लोग उसे फौजी कहते हैं. खुद को रेंज स्पेशल टीम का इंचार्ज बताकर वह लोगों से सम्पर्क करता था. जिन्हें पुलिस द्वारा साइबर अपराध में गिरफ्तार किया जा चुका है या जो साइबर अपराध में फरार हैं. ठगों का मुकदमें से नाम निकलवाने एवं उनके मकान नहीं तोड़ने देने का झांसा देकर उनसे मोटी रकम की मांग कर ठगी करता था. आरोपी ने अपने सोशल मीडिया अकाउन्ट पर फौजी की वर्दी में अपना फोटो भी लगा रखा है. लोग उसकी इस वर्दी को देखकर उसके झांसे में आ जाते थे.
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ये आरोपी गिरफ्तार: मामले में पुलिस ने अलवर के लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र के गांव गोर पहाड़ी निवासी शातिर अपराधी फरीद ऊर्फ राहुल पुत्र मानु ऊर्फ मानसिंह, अलवर निवासी तौफिक व अलीशेर ऊर्फ घुडचडी को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के कब्जे से बोलेरो गाड़ी भी जब्त की है.