दौसा. जिले में लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच आपसी गुटबाजी देखने को मिली. ऐसे में आगामी दिनों में होने वाले विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी कार्यकर्ताओं की ये गुटबाजी पार्टी के लिए नई मुसीबत खड़ी कर सकती है. बता दें कि, दौसा लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी कन्हैयालाल मीना कांग्रेस प्रत्याशी मुरारीलाल मीना से 2 लाख 37 हजार वोट के बड़े अंतर से चुनाव हार गए थे. ऐसे में भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष ने दौसा में बीजेपी की हार का ठीकरा मौजूदा जिला अध्यक्ष प्रभुदयाल शर्मा और जिला कार्यकारिणी को ठहराया है. साथ ही पूर्व जिला अध्यक्ष ने मौजूदा जिला कार्यकारिणी को भंग करने और आगामी विधानसभा उपचुनाव में दौसा से गुर्जर, मीना और बैरवा समाज से प्रत्याशी बनाने की मांग की है. ऐसे में पूर्व जिला अध्यक्ष के इस आरोप के बाद अब दौसा बीजेपी में तकरार बढ़ सकती है. जो पार्टी के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन सकता है. हालांकि, इस मामले में जब दौसा बीजेपी जिला अध्यक्ष डॉक्टर प्रभुदयाल शर्मा से बात की तो उन्होंने इस मामले में चुप्पी साध ली.
सोशल मीडिया पर भाजपा नेताओं की टैग कर ये कहा : भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष और पार्टी के वरिष्ठ नेता अमर सिंह कसाना ने भाजपा जिला अध्यक्ष और कार्यकारिणी पर आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश भाजपा नेताओं को सोशल मीडिया पर टैग कर आरोप लगाया कि दौसा जिला भाजपा अध्यक्ष सहित पूरे संगठन को लोकसभा चुनाव में बीजेपी की हार को देखते हुए नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए. इनको पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है. अगर इन्होंने समय रहते हुए इस्तीफा नहीं दिया तो आने वाले विधानसभा चुनाव दौसा की सीट पर बीजेपी को भारी नुकसान होगा.
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उपचुनाव में दौसा से बैरवा, मीना और गुर्जर को दें टिकट : उन्होंने आगे कहा कि मैं प्रदेश नेतृत्व और राष्ट्रीय नेतृत्व से आग्रह करना चाहता हूं कि भाजपा की दौसा में स्थिति बहुत खराब है. इसलिए संगठन पर विशेष ध्यान दें, और दौसा सीट पर बैरवा, गुर्जर ,मीना को भाजपा ने टिकट दिया तो भाजपा की जीत होगी. अन्यथा जातीय समीकरणों के आधार पर भाजपा की हार लगभग तय है. मै पुन: प्रदेश नेतृत्व को अवगत करा देता हूं कि यदि भाजपा दौसा जिलाध्यक्ष और सभी जिला संगठन पदाधिकारियों ने इस्तीफा नहीं दिया तो भाजपा को आगामी समय में भारी नुकसान होगा. वहीं इस आरोप के बाद दौसा बीजेपी जिला अध्यक्ष डॉक्टर प्रभुदयाल शर्मा से बात की. इस पर उन्होंने कोई भी टिप्पणी नहीं की और फोन काट दिया.