भरतपुर : केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में पर्यटकों के लिए क्यूआर कोड से टिकट बुकिंग की सुविधा शुरू कर दी गई है. ऐसे में अब पर्यटकों को उद्यान की टिकट खिड़की पर देर तक कतार में खड़े होने की समस्या से निजात मिल गई है. इतना ही नहीं पर्यटकों को टिकट खिड़की की बजाय क्यूआर कोड के माध्यम से टिकट बुक कराने पर कम शुल्क देना पड़ेगा.
उद्यान निदेशक मानस सिंह ने बताया कि घना में मंगलवार से क्यूआर कोड से टिकट बुक करने की सुविधा शुरू कर दी गई है. इस नई सुविधा के तहत घना के मुख्य द्वार पर क्यूआर कोड चस्पा कर दिया गया है. साथ ही शहर के पर्यटक केंद्र और होटलों में भी इस कोड को जल्द चस्पा कर दिया जाएगा, ताकि कोई भी पर्यटक कहीं से भी अपने मोबाइल से क्यूआर कोड स्कैन कर उसमें अपनी पूरी डिटेल भरकर और आधार कार्ड या अन्य पहचान पत्र की सॉफ्ट कॉपी अपलोड कर टिकट बुक कर सके. सबसे खास बात यह है कि क्यूआर कोड से टिकट बुक कराने के लिए एसएसओ आईडी बनाने की भी जरूरत नहीं है.
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निदेशक मानस सिंह ने बताया कि क्यूआर कोड से टिकट बुक कराने के बाद टिकट का कागज पर प्रिंट निकलवाने की जरूरत नहीं है. पर्यटक घना में प्रवेश के समय यहां तैनात कर्मचारियों को अपने मोबाइल में ही टिकट की सॉफ्ट कॉपी दिखा सकते हैं. टिकट जांच के लिए घना में डिजिटली व्यवस्था की गई है. इसके तहत टिकट जांचने वाले कर्मचारियों को एक डिजिटल मशीन दी गई है, जिसमें पर्यटक की टिकट से संबंधित सभी जानकारी पहले से अपलोड रहेंगी. पर्यटक के आने पर सिर्फ नाम बताते ही टिकट की जांच हो जाएगी.
देना होगा कम शुल्क : अब तक घना आने वाले पर्यटकों को बुकिंग खिड़की से टिकट बुक कराने पर विद्यार्थियों का टिकट शुल्क 63 रुपए, भारतीय पर्यटक का 155 रुपए और विदेशी पर्यटक का 959 रुपए देना होता था, लेकिन क्यूआर कोड से टिकट बुकिंग की सुविधा शुरू होते ही पर्यटकों का ई मित्र शुल्क बच जाएगा, यानी अब विद्यार्थियों को 6 रुपए, भारतीयों को 6 रुपए और विदेशी पर्यटकों को 21 रुपए ई मित्र शुल्क नहीं देना पड़ेगा. ऐसे में पर्यटकों के रुपए भी बचेंगे.