जयपुर. एक ओर भीषण गर्मी के बीच पानी-बिजली की किल्लत को लेकर विपक्षी कांग्रेस राज्य की भजनलाल सरकार पर हमलावर है तो दूसरी तरफ मौजूदा चुनौतियों से निपटने के लिए राज्य सरकार ने मास्टर प्लान बनाया है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा अन्य राज्यों में चुनावी प्रवास के बावजूद लगातार पानी-बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए दिए निर्देशों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. गर्मी के दौरान पेयजल संबंधी सभी समस्याओं के समाधान के लिए राज्य स्तर पर 24x7 कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं. इतना ही नहीं संबंधित अधिकारियों और कमर्चारियों के अवकाश भी रद्द कर दिए गए हैं और सभी को अलर्ट मोड पर ला दिया गया है.
इसके अलावा प्रदेश के सभी जिला कलेक्टर, संभागीय आयुक्त, एसडीएम की छुट्टियां निरस्त कर दी गई हैं. इससे पहले पीएचईडी , ऊर्जा और चिकित्सा विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के अवकाश तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिए गए थे.
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बनाया ये प्लान : भीषण गर्मी की स्थिति को देखते हुए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी) की ओर से पानी की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने और पेयजल के प्रभावी प्रबंधन के निर्देश दिए गए हैं. वहीं, निर्देश के अनुसार विभाग के सभी फील्ड अधिकारी / कर्मचारी मुख्यालय पर ही रहेंगे और बिना सक्षम अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे. यदि कोई लंबी छुट्टी पर है तो उसकी छुट्टी निरस्त कर दी गई है.
विद्युत विभाग से समन्वय : पीक लोड की स्थिति में बिजली विभाग के अधिकारियों से समन्वय कर डेडिकेटेड फीडर और पंप हाउस की विद्युत आपूर्ति लाइनों में विद्युत आपूर्ति निर्बाध रखने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि विद्युत द्विपिंग, फाल्ट आदि के कारण पेयजल आपूर्ति प्रभावित न हो.
पेयजल आपूर्ति के दौरान विद्युत कटौती : जिन क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति के दौरान डायरेक्ट बूस्टर लगाने के कारण अंतिम छोर के उपभोक्ताओं को पेयजल उपलब्धता में समस्या आ रही है. उन क्षेत्रों में विद्युत विभाग से समन्वय स्थापित कर जिला प्रशासन की मदद से पेयजल आपूर्ति के दौरान विद्युत आपूर्ति बंद करवाए जाने के विकल्प सुनिश्चित की जाए.
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कंट्रोल रूम : विभाग की ओर से गर्मी के दौरान पेयजल संबंधी सभी समस्याओं के समाधान के लिए राज्य स्तर पर 24x7 कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं. वहीं, संपर्क के लिए नंबर (0141-2222585) भी दिए गए हैं. इसी प्रकार जिला स्तर पर भी कंट्रोल रूम स्थापित बनाए गए हैं. राज्य स्तर और जिलों में स्थापित कंट्रोल रूम सक्रियता से कार्य करें इसके लिए उनकी नोडल अधिकारियों की ओर से भी नियमित रूप से मॉनिटरिंग की जाएगी.
शिकायतों का त्वरित निस्तारण : जनता को राहत पहुंचाने के लिए इन कंट्रोल रूम नम्बरों का व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है. वहीं, प्राप्त शिकायतों का त्वरित निस्तारण किए जाने की पूरी व्यवस्था की गई है.
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चिकित्सक, नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ के अवकाश निरस्त : लू और तापघात से बचाव और उपचार के लिए आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही चिकित्सक, नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ के अवकाश निरस्त कर दिए गए हैं. वहीं, चिकित्सा सेवाओं से संबंधित कार्यालयों में चौबीस घंटे कंट्रोल रूम क्रियाशील रहेंगे. आपात स्थिति में नागरिक टोल फ्री नंबर 108, 104 व हेल्पलाइन नंबर 1070 पर भी संपर्क कर सकते हैं.