बक्सर: बिहार के बक्सर समेत कई जिलों में प्रचंड गर्मी के कारण पिछले 24 घंटे के अंदर लगभग एक दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है. आसमान से बरसती आग ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. आलम यह है कि सरकारी अस्पतालों में अलग से 12 बेड की व्यवस्था की गई है. लेकिन बढ़ती भीड़ के कारण अस्पताल का पूरा सिस्टम चरमरा गया है. सड़कों पर लगातार बज रही एम्बुलेंस की सायरन को सुन लोग सहम गए है. चुनाव के इस महापर्व में भी सड़कें बिरान पड़ गई है.
24 घंटे के अंदर तीन की मौत: जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्र में अब तक बीएमपी जवान समेत तीन लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि प्रशासन द्वारा केवल एक की पुष्टि की गई है. बुधवार के दिन सबसे पहले सिकरौल थाना क्षेत्र के सड़क किनारे से यूपी के रहने वाले एक युवक का शव मिला. स्थानीय लोगों ने बताया कि धूप लगने के कारण इसकी मौत हो गई है. शरीर पर कहीं भी जख्म के निशान नहीं थे.
डिस्पैच सेंटर पर तैनात था: वहीं, देर रात नावानगर थाना क्षेत्र में एक बीएमपी जवान की मौत हो गई है. जबकि आज इटाढ़ी पीएचसी में भी एक की इलाज के दौरान मौत हो गई. नाम नहीं छापने के शर्त पर स्वास्थ्यकर्मी ने बताया कि आज जिस व्यक्ति को सदर अस्पताल में लाया गया, उसे डिस्पैच सेंटर पर तैनात किया गया था. धूप के कारण वह बेहोश हो गया. जिसे सबसे पहले इटाढ़ी पीएचसी में भर्ती कराया गया. जंहा से स्थिति बिगड़ने के बाद हमलोग सदर अस्पताल लेकर आये. जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
बीएमपी जवान की हुई मौत: बीएमपी जवान की मौत की पुष्टि करते हुए एसपी मनीष कुमार ने बताया कि बीएमपी के जवान गोरखा रेजिमेंट में तैनात थे. फ्लैगमार्च के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ी जिसके बाद अस्पताल में भर्ती कराया. जंहा चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
अस्पताल में 12 बेड की व्यवस्था: वहीं, हीटवेव के कारण बढ़ते मरीजों की संख्या को देख बक्सर सदर अस्पताल के मैनेजर दुष्यंत सिंह ने बताया कि अस्पताल में 12 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की गई है. सभी जरूरत की दवा अस्पताल में उपलब्ध है. जो भी मरीज सदर अस्पताल पहुंच रहे है उनका इलाज किया जा रहा है.
शरीर को राहत देने की कोशिश: गौरतलब हो कि बक्सर में बढ़ते प्रचंड गर्मी के कारण लोगों परेशान है. जरूरी कामों को लेकर घर से बाहर निकले लोग गन्ने की जूस एवं अन्य पेय पदार्थो का सेवन कर शरीर को राहत देने की कोशिश कर रहे है. जिसके कारण पेय पदार्थ की दुकानों पर लोगों की भीड़ लगी हुई है. वहीं, डॉक्टर सत्यनाराण सिंह की माने तो हर 15 मिनट पर पानी पीते रहे और सदा भोजन के अलावे मौसमी फल, जौसे तरबूज ककड़ी, खीरा का सेवन करें.
इसे भी पढ़े- नालंदा में लू का कहर, होमगार्ड जवान, शिक्षक और किसान की मौत से हड़कंप - Heat Stroke In Nalanda