कोडरमा: स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से पीएचसी कोडरमा में लाखों रुपये की दवाइयां एक्सपायर हो गई हैं. पीएचसी में लंबे समय से ये दवाइयां पड़ी हुई थी. इन्हें पीएचसी में इलाज के लिए आने वाले मरीजों के बीच निशुल्क वितरण किया जाना था, लेकिन दवा पीएचसी के स्टोर रूम में ही शोभा की वस्तु बनकर रह गई और एक्सपायर हो गईं.
बता दें कि इन दवाइयों को पीएचसी के प्रसव कक्ष के पीछे जलाया जा रहा था लेकिन इसकी भनक मीडिया को लग गयी. जलाई जा रही दवाइयों में बीपी के साथ ही एंटीबायोटिक, विटामिन्स और आयरन की दवाई थी. जिसमें अधिकांश दवाइयों की एक्सपायरी डेट 2022 और मार्च 2023 की देखी गयी. वहीं कई दवाइयों में ना तो एक्सपायरी डेट और ना ही बैच नंबर लिखा हुआ दिखा. ऐसे में लाखों रुपये की दवाइयां विभाग की लापरवाही से जल कर राख हो गई.
यही नहीं प्रसव कक्ष के एक कमरे को स्वास्थ्य कर्मियों ने सहिया का रूम बताया जबकि इस रूम में भी भारी मात्रा में दवाइयां रखी गई थीं. मीडिया कर्मियों द्वारा रूम खोलने की बात कहने पर कर्मी पहले तो रूम खोलने को तैयार नहीं हुए, लेकिन बाद में अन्य कर्मी द्वारा कहने पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के आने के बाद रूम खोलने की बात कही गई. इधर दवाओं को जलाने के संबंध में जब दवा जला रहे स्वास्थ्य कर्मी से पूछा गया तो उसने दवाओं के बारे में जानकारी नहीं होने और दवा के प्रभारी प्रकाश के निर्देश पर सभी दवाइयों में आग लगाने की बात कही.
इधर इस सबंध में जब कोडरमा सिविल सर्जन डॉक्टर अनिल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जलाई गई दवाइयां कोविड के समय की थी और इन दवाओं का इस्तेमाल कोविड के समय ही होना था, क्योंकि इन दवाईयों को रखना खतरनाक होता है, इसलिए इन्हें जलाया गया है.
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