पटना: नीट यूजी परीक्षा के पेपर लीक मामले में पुलिस को फरार परीक्षा माफिया बिजेंद्र गुप्ता का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो मिला है. करीब डेढ़ महीने पहले 24 मार्च को पोस्ट किए गए इस वीडियो में 1 मिनट 19 सेकंड पर बिजेंद्र गुप्ता कहता है कि नीट परीक्षा लेने वाली एजेंसी ध्यान दें, विशाल चौरसिया जेल में रहते हुए नीट परीक्षा का पेपर लीक करा देगा. उसका संबंध प्रिंटिंग प्रेस के मालिकों से है, जहां प्रश्न पत्र की छपाई होती है.
दो साल से फरार है बिजेंद्र: वीडियो में बिजेंद्र ने पहले हुई कई प्रतियोगी परीक्षाओं पर सवाल उठाया और गिरोह के कई माफियाओं का नाम भी लिया, जो प्रश्नपत्र लीक कराते हैं. बिजेंद्र गुप्ता करीब दो साल से दानापुर में दर्ज एक केस में फरार चल रहा है. ओडिशा के बालासोर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था लेकिन वहां से वह जमानत पर बाहर आया गया. बिजेंद्र का नाम अब बीपीएससी शिक्षक बहाली प्रश्नपत्र लीक मामले में भी आया है. वहीं ग्रामीण कार्य विभाग का निलंबित अकाउंटेंट विशाल चौरसिया शिक्षक बहाली पेपरलीक मामले में पहले से जेल में है.
पेपर लीक मामले में 24 से अधिक गिरफ्तार: नीट यूजी परीक्षा पेपर लीक में 11 मेडिकल छात्र, पारा मेडिकल कॉलेज की एक महिला लेक्चरर सहित 24 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी हुई है. इनमें कई परीक्षा माफिया भी हैं जिन्होंने मेडिकल कॉलेज के छात्रों को 5 लाख से 8 लाख रुपये का लालच देकर सॉल्वर बनाया था. ये बिहार, गोवा और महाराष्ट्र के मेडिकल कॉलेजों के छात्र हैं. हालांकि दानापुर पुलिस ने जिस फौजिया को परीक्षा देते गिरफ्तार किया वह पारा मेडिकल कॉलेज की लेक्चरर है.
कहां से किन छात्रों की हुई गिरफ्तारी: कटिहार के कोढ़ा थाने की पुलिस ने पावापुरी मेडिकल कॉलेज के सेकेंड ईयर के छात्र श्यामसुंदर, अशरफ आवेदी, अमित कुमार, रंजन कुमार, अकरम अहमद, सावन कुमार, नितिन कुमार को गिरफ्तार किया. वहीं पूर्णिया पुलिस ने राजस्थान के जालौर जिले के सहचौर के रहने वाले कमलेश कुमार को गिरफ्तार किया जो जीएमसी बंबोली गोवा का छात्र है.
महाराष्ट्र का भी छात्र है शामिल: भोजपुर के बिहिया थाना निवासी नीतीश कुमार एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर का छात्र है. बेगूसराय के मटिहानी थाना निवासी सौरभ कुमार डीएमसीएच और सीतामढ़ी के चोरौत थाने के बड़ी बिहटा के मयंक चौधरी उर्फ कृष्णा कुमार चंद्रपुर गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज महाराष्ट्र का छात्र है. ईओयू अब इन जिलों में दर्ज पेपर लीक से संबंधित कांड की भी जांच करेगी और गिरफ्तार मेडिकल छात्रों के कॉलेजों से भी संपर्क करेगी.
पुलिस को इस शख्स की तलाश: ईओयू और पटना पुलिस को संजीव सिंह उर्फ संजीव मुखिया की तलाश है. सूत्रों की मानें तो संजीव मुखिया ही नीट यूजी प्रश्नपत्र लीक मामले का मास्टरमाइंड है. उसका बेटा डॉ. शिव शिक्षक बहाली प्रश्नपत्र लीक मामले में जेल में है. संजीव मुखिया पुराना परीक्षा माफिया है और उसका का संबंध कई डॉक्टरों से भी है. पीएमसीएच, एनएमसीएच और डीएमसीएच के इन्हीं डॉक्टरों की मदद से संजीव सिंह ने नीट यूजी का प्रश्नपत्र हल करवाया.
आर्थिक अपराध इकाई की ओर से अब तक क्या हुआ: आर्थिक अपराध इकाई ने जानकारी दी है कि शास्त्री नगर में एफआईआर दर्ज करके कार्रवाई करते हुए 13 लोगों को न्याय हिरासत में भेजा गया है, जिसमें चार अभ्यर्थी हैं. अभ्यर्थियों ने बताया है कि पटना के रामकृष्ण नगर थाना क्षेत्र स्थित खेमनीचक के लर्न प्ले स्कूल में परीक्षा की पूर्व संध्या 4 मई की रात 35 परीक्षार्थियों को एक दिन पूर्व प्रश्न पत्र देकर उसे रटवाया गया. प्रश्न पत्र के जले हुए अवशेष पुलिस को बरामद हुए हैं, जिसकी जांच की जा रही है. पुलिस का कहना है की जांच में अभ्यर्थियों ने बताया है कि एक दिन पूर्व मिले प्रश्न हूबहू वही थे, जो परीक्षा में पूछे गए थे.
अब तक क्या हुआ: इस मामले में शास्त्रीनगर थाने की पुलिस ने अभी तक जिन 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है, उसमें दानापुर का आयुष राज, रोहतास का बिट्टू कुमार, दानापुर का अखिलेश कुमार, समस्तीपुर का सिकंदर यादवेंदु, पटना के नेपालीनगर का आशुतोष कुमार, पटना के ही एकंगरसराय का रोशन कुमार, गया का नीतीश कुमार, समस्तीपुर का अनुराग यादव, रांची का अभिषेक कुमार, गया के बाराचट्टी का शिवनंदन कुमार, रांची का अवधेश कुमार, पटना का अमित आनंद और समस्तीपुर की रानी कुमारी शामिल है.
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