जैसलमेर. वन रैंक वन पेंशन चरण-2 में बरती गई कथित अनियमितता के खिलाफ करीब एक साल से संघर्षरत सेना के सेवानिवृत जवानों ने सीमावर्ती जिले जैसलमेर से न्याय यात्रा की शुरुआत की, जिसमें सैकड़ों की संख्या में पूर्व सैनिक शामिल हुए. शहर के हनुमान चौराहे से पूर्व सैनिक ने न्याय यात्रा निकाली. ये न्याय यात्रा 11 से 18 फरवरी तक चलेगा. इस दौरान पूरे जिले के विभिन्न गांवों में पूर्व सैनिक जाएंगे. साथ ही उनके साथ हुए अन्याय के बारे में लोगों को बताएंगे. वहीं, जैसलमेर से पूर्व सैनिक बाड़मेर की ओर बढ़े, जहां वो न्याय यात्रा का ध्वज बाड़मेर जिले को सौंपेंगे.
पूर्व सैनिकों ने बताया कि वन रैंक वन पेंशन चरण-2 में बरती गई अनियमितता से पूर्व सैनिकों के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचा है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय संगठन 20 फरवरी, 2023 से नई दिल्ली के जंतर मंतर में संघर्ष कर रहा है. हमारी ओर से मांग की जा रही है कि वन रैंक वन पेंशन चरण-2 की उच्चतम न्यायालय के तीन सेवानिवृत न्यायाधीशों की कमेटी बनाकर इसकी जांच करवाई जाए, लेकिन सरकार इसे भी नहीं मान रही है. लिहाजा, अब लोगों को सरकार की नीतियों से अवगत कराने का वक्त आ गया है.
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वहीं, इस न्याय यात्रा के माध्यम से अब हम हमारी समस्याओं से आम लोगों को अवगत कराएंगे, ताकि वो मौजूदा केंद्र सरकार की नीतियों के बारे में जान सके. इसकी शुरुआत रविवार को जैसलमेर से की गई है और आगे जिलेवार पूर्व सैनिक यात्रा निकालकर अपना विरोध दर्ज कराएंगे.