बारां. कांग्रेस के पूर्व विधायक पानाचंद मेघवाल ने अंता थाना पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया शुक्रवार को 4 घंटे अंता थाने में बैठे रहे. इसके बावजूद भी अंता थाना पुलिस ने उनका मुकदमा दर्ज नहीं किया. उन्होंने कहा की जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अंता थाने के घेराव की तैयारी कर ली, तब जाकर परिवाद दर्ज किया गया है. पुलिस का यह रवैया ठीक नहीं है.
मीडिया से मुखातिब होते हुए पूर्व विधायक पानाचंद मेघवाल ने बताया कि शुक्रवार को पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया अंता नगर पालिका के नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर खंडेलवाल, बारां के पूर्व सभापति कमल राठौर व मोहित कालरा के खिलाफ फर्जी दस्तावेज तैयार करने का मामला दर्ज कराने गए थे. लेकिन अंता थाने के सीआई द्वारा 4 घंटे थाने में बैठाकर टालमटोल की गई. जब कांग्रेस नेताओं के द्वारा थाने का घेराव करने की चेतावनी दी गई, तब जाकर सिर्फ परिवाद दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि वहां जाने से पूर्व उन्होंने एसपी राजकुमार चौधरी से बातचीत की थी और उनके कहने पर ही थाने पर गए थे. उसके बावजूद भी एक पूर्व मंत्री को रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए 4 घंटे तक थाने पर बिठाना कौनसा न्याय है.
उन्होंने कहा कि मात्र 2 महीने में इन लोगों के द्वारा कानून का मखौल उड़ाया जा रहा है. यह बर्दाश्त योग्य नहीं है. जब एक पूर्व जनप्रतिनिधि के साथ पुलिस का ऐसा बर्ताव है, तो आम आदमी के साथ कैसा होगा? उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि कांग्रेस सिर्फ चुनाव हारी है, कार्यकर्ताओं का मनोबल अभी टूटा नहीं है. यदि पुलिस—प्रशासन का रवैया इस प्रकार का रहा, तो हम एक बड़ा आंदोलन खड़ा करके ईंट से ईंट बजा देंगे. इस मामले में अंता सीआई महेंद्र मारू ने बताया कि ऐसा कुछ भी नहीं है. उनके खिलाफ पूर्व में मुकदमा दर्ज है, फिर भी हमने परिवाद दर्ज किया है और मामले की जांच भी शुरू कर दी है.