अलवर : दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस वे को दुर्घटना रहित बनाने के लिए यातायात पुलिस ओवर स्पीड वाहनों के चालान काटने का रिकॉर्ड बना रही है, लेकिन पुलिस की सख्ती भी सफर को एक्सीडेंट फ्री नहीं बना पाई है. यातायात पुलिस ने गत 8 महीनों में 10 हजार वाहनों का ओवर स्पीड एवं सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन नहीं करने पर चालान किया है.
अलवर को दिल्ली, मुम्बई आदि महानगरों से जोड़ने के लिए बनाए गए दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस वे पर वाहनों की स्पीड पर लगाम नहीं लग पा रही है. एनएचएआई ने एक्सप्रेस वे पर वाहनों के लिए अधिकतम 120 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड निर्धारित की है, लेकिन वाहनों की स्पीड पर लगाम नहीं लग पा रही है. इस कारण एक्सप्रेस वे पर वाहन दुर्घटनाओं की संख्या में कमी नहीं आ पा रही है. इन दुर्घटनाओं का बड़ा कारण वाहनों की ओवर स्पीड रही है.
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पुलिस कर रही ओवर स्पीड पर सख्ती : अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. तेजपाल सिंह ने बताया कि एक्सप्रेस वे को दुर्घटना रहित बनाने के लिए पुलिस की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. यातायात पुलिस ने पिछले 8 महीनों में ओवर स्पीड वाहनों के 10 हजार चालान किए हैं. इनमें ओवर स्पीड वाहन, चालकों की ओर से सीट बेल्ट नहीं लगाने, नो पार्किंग जोन में वाहन खड़े करने सहित सड़क सुरक्षा के नियमों की अवहेलना की कार्रवाई शामिल है. पुलिस की सख्ती का उद्देश्य दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस वे पर वाहनों की दुर्घटनाओं में कमी लाना है. वैसे पुलिस की ओर से सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन नहीं करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ निरंतर चालान की कार्रवाई की जाती रही है.
उन्होंने बताया कि एक्सप्रेस वे पर लगातार हो रहे हादसों में सामने आया कि ज्यादातर घटनाएं ओवर स्पीडिंग के चलते हुई हैं. इसके लिए अब अलवर में एक्सप्रेस वे पर एंट्री व एग्जिट पर लोगों को समझाइश भी की जा रही है कि दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे पर नियमित स्पीड पर ही अपने वाहन को चलाएं. फरवरी 2023 के बाद से दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे पर हुई दुर्घटनाओं में करीब 160 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.