प्रयागराजः पूर्व बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड (Raju Pal murder case) में लखनऊ की सीबीआई कोर्ट ने 6 आरोपियों को आजीवन कारावास और अतीक के खास गुर्गे रहे इसरार को 4 साल की सजा और 20 हजार के जुर्माने की सजा सुनाई है. इसरार को इस बात का आभास हो गया था कि उसे सजा होनी है जिस वजह से वह सीबीआई कोर्ट में अपने साथियों के साथ नहीं पहुंचा और घर छोड़कर फरार हो गया है.फिलहाल सीबीआई कोर्ट से सजा सुनाए जाने के बाद से प्रयागराज पुलिस ने उसकी तलाश तेज कर दी है.
जानकारी के मुताबिक 25 जनवरी 2005 को बसपा विधायक रहे राजू पाल समेत तीन लोगों को सरेआम सड़क पर गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया गया था. उस घटना के 19 साल बाद 29 मार्च शुक्रवार को लखनऊ की सीबीआई कोर्ट ने 10 में से 7 आरोपियों को सजा सुनाई, जिसमें 6 को आजीवन कारावास और जुर्माना लगाया गया जबकि हथियार रखने के आरोपी इसरार को कोर्ट ने 4 साल की सजा और 20 हजार रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई.
जिस वक्त कोर्ट ने सजा सुनाई इसरार वहां मौजूद नहीं था बल्कि वो अपने घर को छोड़कर फरार हो चुका है जबकि इससे पहले तक हर सुनवाई में वो साथी आरोपियों के साथ सीबीआई कोर्ट जाता रहा है लेकिन उसे इस बात का आभास हो गया था कि 28 मार्च को कोर्ट सजा सुनाएगी. इस वजह से वो 29 मार्च को सीबीआई कोर्ट में पेश नहीं हुआ जहां पर कोर्ट ने सभी आरोपियों को सजा सुनायी है.
अतीक के करीबियों में शुमार था इसरार
हिस्ट्रीशीटर इसरार अतीक अहमद के करीबियों में गिना जाता है. उसके ऊपर हत्या, हत्या के प्रयास, रंगदारी समेत संगीन धाराओं में 7 मुक़दमें दर्ज हैं. 29 मार्च को सभी आरोपियों के साथ इसरार को भी सीबीआई कोर्ट में जाना था लेकिन 29 को वह सीबीआई कोर्ट जाने की जगह घर छोड़कर फरार हो गया था. इसके बाद सीबीआई कोर्ट से उसे सजा सुनायी गई और कोर्ट में पेश न होने पर उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया. इसके बाद प्रयागराज पुलिस की टीम ने उसकी तलाश में दबिश देनी शुरू कर दी.
पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में परिवार वालों ने बताया कि वह 29 मार्च से ही वह घर छोड़कर जा चुका है. शातिर अपराधी के बेटे ने बताया कि वह जेल जाने के डर की वजह से घर परिवार छोड़कर भाग गया है. डीसीपी सिटी दीपक भूकर ने बताया कि कोर्ट से एनबीडब्ल्यू जारी किया गया है और पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गयी है जल्द ही उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर जेल भेजा जाएगा.